आईसीसी ने नेतन्याहू और योव गैलेंट के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वारंट, युद्ध अपराधों का आरोप
नई दिल्ली:
अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के खिलाफ युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आईसीसी ने आरोप लगाया है कि इजरायल ने गाजा में नागरिकों पर जानबूझकर हमले किए और उन्हें आवश्यक सहायता से वंचित रखा।
आईसीसी के आरोप:
आईसीसी के बयान में कहा गया है कि नेतन्याहू और गैलेंट पर गाजा की नागरिक आबादी को निशाना बनाने का आरोप है। इसमें भोजन, पानी और चिकित्सा आपूर्ति रोकने जैसे अमानवीय कार्यों का जिक्र है। इन प्रतिबंधों के चलते गाजा में बच्चों की मौत और नागरिकों को बड़े पैमाने पर संकट का सामना करना पड़ा।
कोर्ट ने यह भी कहा है कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं कि नेतन्याहू ने जानबूझकर गाजा के नागरिकों के खिलाफ हमले निर्देशित किए। यह कदम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन है।
नेतन्याहू ने खारिज किए आरोप:
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए आईसीसी को “यहूदी विरोधी और पक्षपाती” बताया। उन्होंने कहा,
“यह फैसला अंतरराष्ट्रीय कानून का मजाक है। यह उन लोगों के बलिदान को अपमानित करता है जो न्याय के लिए संघर्ष करते हैं।”
इजरायल के राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया:
इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने इस निर्णय को “न्याय के लिए काला दिन” बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला उन 101 इजरायली बंधकों की दुर्दशा को नजरअंदाज करता है, जो हमास के कब्जे में हैं। हर्जोग ने कहा,
“हमास ने गाजा में अपने नागरिकों का मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। यह फैसला उन सच्चाईयों को अनदेखा करता है।”
गाजा में मानवीय संकट:
गाजा में जारी संघर्ष के बीच मानवता के खिलाफ अपराधों पर आईसीसी का यह कदम चर्चा का विषय बन गया है। इजरायल द्वारा गाजा पर प्रतिबंध लगाने और हमलों के चलते हजारों नागरिकों को भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा है।
हमास का बयान:
उधर, हमास के कार्यवाहक प्रमुख खलील अल-हय्या ने बयान दिया कि जब तक गाजा में संघर्ष समाप्त नहीं होता, तब तक इजरायल के साथ बंधकों की अदला-बदली का कोई समझौता नहीं होगा।
गाजा युद्धविराम पर अमेरिका का वीटो:
गाजा में युद्धविराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो लगा दिया। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि वह केवल उस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे, जिसमें इजरायली बंधकों की रिहाई का स्पष्ट प्रावधान हो।
आईसीसी का यह फैसला गाजा और इजरायल के बीच जारी तनाव को और बढ़ा सकता है। हालांकि, नेतन्याहू और गैलेंट ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है। इस मामले का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव और इजरायल-गाजा संघर्ष पर इसका असर भविष्य में साफ हो सकेगा।