मतदान केंद्र पर कर रहे थे वोट देने का इंतजार, हार्ट अटैक आया और चली गयी जान: बीड विधानसभा के निर्दलीय उम्मीदवार बालासाहेब शिंदे की मृत्यु

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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में मतदान के दौरान बीड जिले से निर्दलीय उम्मीदवार बालासाहेब शिंदे की मृत्यु हो गई। यह घटना तब घटी जब वे अपने मतदान केंद्र पर वोट देने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने मतदान केंद्र के बाहर खड़े होकर कतार में अपनी बारी का इंतजार किया, अचानक दिल का दौरा पड़ा और वे गिर पड़े। बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

बालासाहेब शिंदे की मृत्यु: क्या हुआ था मतदान केंद्र पर?

बीड विधानसभा सीट (Beed Assembly Seat) पर 20 नवंबर 2024 को मतदान हुआ था। बालासाहेब शिंदे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में बीड सीट पर चुनाव लड़ रहे थे। मतदान के दिन वे अपने मतदान केंद्र पर पहुंचे थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वे मतदान करने के लिए कतार में खड़े थे, जब उन्हें अचानक चक्कर आया और वे गिर पड़े। तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मतदान केंद्र पर हार्ट अटैक: क्या कारण हो सकते थे?

स्थानीय पुलिस और अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, बालासाहेब शिंदे के हृदयाघात के पीछे कुछ संभावित कारण हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि उन्होंने काफी देर तक धूप में खड़ा रहने के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया, जिससे उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इस तरह के शारीरिक दबाव से कभी-कभी दिल पर बहुत अधिक असर पड़ सकता है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के दिन यह घटना राजनीति की दुनिया में एक चौंकाने वाली घटना बनी। हालांकि, पुलिस और चुनाव आयोग ने इसकी गंभीरता को समझते हुए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024

क्या बीड विधानसभा सीट पर मतदान स्थगित हो सकता है?

बालासाहेब शिंदे की मृत्यु के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या उनकी सीट पर होने वाला मतदान स्थगित किया जाएगा। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अनुसार, यदि चुनाव के दौरान किसी उम्मीदवार की मृत्यु हो जाती है तो संबंधित सीट के चुनाव को स्थगित किया जा सकता है। इस मामले में, चूंकि बालासाहेब शिंदे का निधन मतदान के दौरान हुआ, इसलिए उनकी सीट के लिए पुनः मतदान की संभावना बनी हुई है।

बीड विधानसभा सीट: राजनीति का बड़ा केंद्र

बीड विधानसभा सीट हमेशा से ही महाराष्ट्र की एक महत्वपूर्ण सीट रही है। शरद पवार की पार्टी ने इस सीट पर लंबे समय तक राज किया, लेकिन हाल के वर्षों में यहां राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आया है। अब बीड विधानसभा सीट पर अजीत पवार गुट और भाजपा के गठबंधन के तहत प्रतिस्पर्धा हो रही है। यह घटना बीड के चुनावी माहौल को और भी दिलचस्प बना देती है, क्योंकि अब इस सीट को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।

बीड निर्वाचन क्षेत्र में हो रही हिंसा और अराजकता

बीड विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान एक और घटना घटी। परली विधानसभा क्षेत्र में तीन मतदान केंद्रों पर तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं और एक स्थानीय नेता पर हमला भी हुआ। यह घटनाएं बीड जिले के चुनावी माहौल को और भी तनावपूर्ण बना देती हैं। हालांकि, चुनाव आयोग ने ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया और पुलिस बल को सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया।

मतदान की समाप्ति के बाद: परिणामों का इंतजार

20 नवंबर को संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के बाद अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को होने वाले परिणामों पर हैं। इस दिन मतगणना होगी और राज्य के चुनावी परिणामों का ऐलान किया जाएगा। बीड विधानसभा सीट के परिणाम भी इस दिन सामने आएंगे, हालांकि बालासाहेब शिंदे की मृत्यु के बाद उनकी सीट पर क्या होगा, इस पर अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

 एक दुखद घटना

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बालासाहेब शिंदे की मृत्यु की यह घटना महाराष्ट्र के चुनावी इतिहास में एक दुर्भाग्यपूर्ण मोड़ के रूप में याद की जाएगी। एक उम्मीदवार जो अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचा था, उसे यह अकल्पनीय दर्दनाक घटना झेलनी पड़ी। इस घटना से यह भी संकेत मिलता है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान भी अप्रत्याशित घटनाएं हो सकती हैं, जिनका चुनाव परिणामों पर असर पड़ता है।

इसके साथ ही, हम आशा करते हैं कि इस घटना के बाद चुनाव आयोग और सरकार इस प्रकार की अप्रत्याशित घटनाओं से निपटने के लिए और अधिक सख्त नियम और सावधानियां अपनाएगी।

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