BPSC परीक्षा विवाद: छात्रों का प्रदर्शन, चिराग पासवान ने किया समर्थन

BPSC परीक्षा विवाद को लेकर बिहार में छात्रों का प्रदर्शन अब तेज हो गया है। छात्रों ने 30 जनवरी को पटना के गर्दनीबाग में इकट्ठा होकर बीपीएससी परीक्षा को रद्द कर फिर से कराने की मांग की है। इस प्रदर्शन को बिहार के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों छात्रों ने समर्थन दिया है। इन छात्रों का कहना है कि बीपीएससी परीक्षा में कई गड़बड़ियां हुई हैं, जिसे तुरंत सुधारा जाना चाहिए।
चिराग पासवान का समर्थन
चिराग पासवान, जो केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख हैं, ने भी BPSC परीक्षा विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीपीएससी परीक्षा की शुचिता पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जानी चाहिए। उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग से अपील की है कि वह इस मामले को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करे।
क्या हैं छात्र की शिकायतें?
छात्रों का आरोप है कि बीपीएससी परीक्षा के दौरान कई परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र तक उपलब्ध नहीं थे। इसके अलावा कई केंद्रों पर छात्रों को बिना किसी स्पष्टता के परेशान किया गया। यह आरोप लगाते हुए चिराग पासवान ने कहा, “हमारे परिवार के सदस्य भी परीक्षा में बैठे थे और उन्होंने बताया कि कई केंद्रों पर क्वेश्चन पेपर तक उपलब्ध नहीं थे। यह गंभीर स्थिति है, आयोग को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
कोर्ट की सुनवाई और बीपीएससी की तैयारी
इस बीच, बिहार के छात्र समूह ने बीपीएससी 70वीं परीक्षा में अनियमितता के आरोप लगाए और पटना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने छात्रों की याचिका स्वीकार की और राज्य सरकार तथा बिहार लोक सेवा आयोग को 30 जनवरी तक हलफनामा दायर करने का आदेश दिया। कोर्ट 31 जनवरी को मामले की सुनवाई करेगी।
दूसरी ओर, बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीएससी 70वीं प्रतियोगी परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है और अब मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहा है। आयोग की योजना के अनुसार, मुख्य परीक्षा अप्रैल 2025 में आयोजित की जा सकती है। हालांकि, बीपीएससी परीक्षा विवाद के कारण परीक्षा पर असर पड़ा है, और छात्र अब भी उम्मीद कर रहे हैं कि मामले का समाधान शीघ्र हो।
क्या हो सकता है आगे?
बीपीएससी परीक्षा विवाद को लेकर छात्रों के प्रदर्शन ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। चिराग पासवान जैसे नेताओं का समर्थन छात्रों को न्याय दिलाने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। बिहार सरकार और बीपीएससी पर यह दबाव रहेगा कि वे इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाएं और छात्रों के साथ न्याय करें।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद, छात्र अब भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं, और यह देखना होगा कि आयोग और सरकार इस BPSC परीक्षा विवाद पर क्या कदम उठाते हैं।
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