फैटी लिवर की बीमारी अब दुनियाभर में एक गंभीर समस्या बन गई है, और अनुमान है कि लगभग 50 करोड़ भारतीय इसके खतरे से जूझ रहे हैं। एक नई स्टडी के अनुसार, यदि आप हफ्ते में दो-ढाई घंटे योगिक जॉगिंग या साइकिलिंग करें तो आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं और इस जानलेवा बीमारी से बच सकते हैं।
क्या है फैटी लिवर और इसके कारण?
फैटी लिवर तब होता है जब लिवर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है। इसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जिनमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, और दिल की बीमारियां शामिल हैं। इस बीमारी के मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल, तला-भुना और जंक फूड, शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल, और मोटापा हैं।
क्या कहती है स्टडी?
एशियन पैसिफिक एसोसिएशन की लेटेस्ट स्टडी के अनुसार, यदि सप्ताह में ढाई से चार घंटे साइकिलिंग या जॉगिंग की जाए, तो फैटी लिवर के मामलों को 30% तक कम किया जा सकता है। यह स्टडी दर्शाती है कि यह बीमारी केवल शराब पीने वालों तक सीमित नहीं है, बल्कि नशे से दूर रहने वालों को भी प्रभावित कर रही है।
फैटी लिवर के लक्षण:
- भूख कम लगना
- पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन
- लगातार थकावट महसूस होना
- वॉमिट आना
फैटी लिवर के गंभीर परिणाम:
- लिवर सिरोसिस
- कैंसर
- मोटापा
- थायरॉइड
- हार्ट प्रॉब्लम्स
लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय: स्वामी रामदेव के अनुसार, योग और आयुर्वेदिक उपायों से लिवर की सेहत में सुधार किया जा सकता है। इसके साथ ही, कुछ महत्वपूर्ण आहार संबंधी बदलाव भी फैटी लिवर से बचाव कर सकते हैं:
- बचें: सैचुरेटेड फैट, ज्यादा नमक, मीठा, प्रोसेस्ड फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक और शराब।
- खाएं: मौसमी फल, साबुत अनाज, लो फैट डेयरी, शाकाहार और प्लांट-बेस्ड फूड।
लिवर के कार्य: लिवर शरीर का सबसे बड़ा ग्लैंड है और यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है:
- एंजाइम्स बनाना
- ब्लड फिल्टर करना
- टॉक्सिंस निकालना
- कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करना
- डाइजेशन और प्रोटीन बनाना
बीमारी को रोकने के लिए स्वस्थ आहार और योगिक जॉगिंग सबसे प्रभावी उपाय हैं। इसके अलावा, समय रहते बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर उचित उपचार शुरू करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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