अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कार्यक्रम में शामिल हुए जहां पर उन्होंने पिछले दो दशकों में सुधार कार्यों के बारे में बातचीत की। इस दौरान उन्होंने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में 5,536 करोड रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भारत में ही बने सामानों की तारीफ की। साथ ही उन्होंने कहा कि ज्यादातर चीजों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर ना रहे।
2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना
इस कार्यक्रम के दौरान नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि, “मुझे याद है कि हमने छठे से पांचवें स्थान पर पहुंचने का जश्न मनाया था। यह क्षण विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि हमने उसी देश को पीछे छोड़ दिया, जिसने 250 वर्षों तक हम पर शासन किया। अब, जब हम चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं, तो तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का दबाव बढ़ रहा है। उससे भी अधिक दृढ़ संकल्प की जरूरत है। यह देश अब इंतजार नहीं करना चाहता। अगर कोई सुझाव देता है कि हमें धैर्य रखना चाहिए, तो आप आवाजें सुन सकते हैं कि ‘मोदी है तो मुमकिन है।’ इसलिए हमारा स्पष्ट लक्ष्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। हमारा लक्ष्य है.. 2047 में हिंदुस्तान को विकसित होना ही चाहिए। हम आजादी के 100 साल ऐसे मनाएंगे कि दुनिया में विकसित भारत का झंडा फहरता रहेगा।”
विदेश चीजों को लेने से किया इंकार
इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए अमेरिका और चीन को सख्त संदेश दिया। साथ ही विदेशी चीजों को खरीदने से इंकार किया। पीएम मोदी ने अपने शब्दों में कहा कि, “अर्थव्यवस्था को तत्काल चार से तीन नंबर पर ले जाने के लिए अब हम कोई विदेशी चीज का इस्तेमाल नहीं करेंगे। हमें गांव-गांव व्यापारियों को शपथ दिलवानी होगी कि विदेशी सामानों से कितना भी मुनाफा क्यों न हो, कोई भी विदेश चीज नहीं बेचेंगे। आज छोटी आंखों वाले गणेश जी भी विदेश से आ जाते हैं, गणेश जी की आंख भी नहीं खुल रही हैं। होली पर रंग और पिचकारी तक विदेशों से आ रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि, “देश का नागरिक होने के नाते आप सभी को एक काम करना है। घरों में जाकर लिस्ट बनाएं कि आपके घर में सुबह से शाम तक कितनी विदेश चीजों का उपयोग होता है। घरों में हेयरपिन, टूथपिक तक विदेशी घुस गई है। जो आपके पास विदेशी सामान हैं, उन्हें फेंकने के लिए नहीं कह रहा हूं। लेकिन ‘वोकल फॉर लोकल’ के लिए आप नया विदेशी सामान नहीं लेंगे। एक-दो फीसदी ही ऐसी चीजें हैं जो आपको बाहर की लेनी पड़े जो हमारे यहां उपलब्ध न हों, बाकी सभी सामान आज हिंदुस्तान में बन रहे हैं। आज हमें अपनी ब्रांड मेड इन इंडिया पर गर्व होना चाहिए।”
ऑपरेशन सिन्दूर पर क्या बोले मोदी
बता दे इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बातचीत की नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “पाकिस्तान के साथ जब भी युद्ध की नौबत आई तो तीनों बार भारत सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को धूल चटाई है। पाकिस्तान समझ गया कि वह लड़ाई में भारत से जीत नहीं सकता और इसीलिए उसने प्रॉक्सी वॉर शुरू किया। आतंकियों को सैन्य प्रशिक्षण देकर भारत भेजा जाता है और निर्दोष लोगों को निशाना बनाया जाता है। पाकिस्तान को जब भी मौका मिला वो मारते रहे और हम सहते रहे। हम शांति प्रिय देश हैं लेकिन जब बार-बार हमारे सामर्थ्य को ललकारा जाए तो यह याद रखना चाहिए कि यह देश वीरों की भी भूमि है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “6 मई के बाद जो देखा गया, उसके बाद इसे हम प्रॉक्सी वॉर कहने की गलती नहीं कर सकते। इसका कारण है, जब आतंकियों के 9 ठिकानों को सिर्फ 22 मिनट तबाह कर दिया और इस बार तो सब कैमरे के सामने किया ताकि हमारे घर में कोई सबूत न मांगे। अब हमें सबूत नहीं देना पड़ रहा, उधर वाला दे रहा है।” गौरतलब है कि, ऑपरेशन सिन्दूर के माध्यम से पहलगाम हमले के बदला लिया गया था जिसमें हमारी भारतीय सेना ने दुश्मनों को ढेर कर दिया था।
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