आरसीबी की जीत का हर तरफ जश्न मनाया जा रहा था। और मनाए भी क्यों न भला करीब 18 साल बाद इसके फैंस को ये मौका मिला था। मानो पूरा देश आईपीएल 2025 का खिताब जीतने वाली टीम आरसीबी की बलाए ले रहा हो, लेकिन एक तरफ एक ऐसा मंजर जिसमें सिर्फ मौत ही मौत नजर आ रही थी। जी हां बुधवार को चेन्नई के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत के सेलिब्रेशन में भगदड़ मच गई जिसमें 11 लोगों की जान चली गई जबकि इसमें 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह एक ऐसा नजारा था जिसे देखने के बाद यह जश्न दुख में तब्दील हो गया। एक तरफ बेंगलुरु चिन्नास्वामी स्टेडियम में जश्न मनाया जा रहा था तो एक तरफ लोगों की चीखें दम तोड़ रही थी। वहीं कई लोगों ने विराट को सोशल मीडिया पर आड़े हाथ लिया।
क्या बोले बीसीसीआई सचिव?
इस हादसे के बाद विराट कोहली और उनकी पूरी टीम को बुरी तरह ट्रोल किया जा रहा है। जी हां.. सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ उन्हें उनकी इस ‘लोकप्रियता का एक नकारात्मक पहलू’ बताया जा रहा है। वहीं बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने इस हादसे को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
पीटीआई से बात करते हुए देवजीत सैकिया ने अपने बयान में कहा कि, “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह स्टारडम का एक नकारात्मक पहलू है। लोग अपने क्रिकेटरों के दीवाने हैं। आयोजकों को इसे बेहतर तरीके से प्लान करना चाहिए था। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। इतने बड़े स्तर पर जीत के जश्न का आयोजन करते समय, उचित सावधानियां और सुरक्षा उपाय ज़रूरी हैं। कहीं न कहीं कुछ खामियां रही हैं। पहले भी IPL के जश्न हुए हैं, पिछले साल कोलकाता में KKR की जीत के बाद भी ऐसा कुछ नहीं हुआ था।”
उन्होंने आगे कहा कि, “भारतीय टीम के T20 विश्व कप जीतने पर भी यही स्थिति थी। मुंबई में प्रशंसकों का हुजूम उमड़ा था, लेकिन कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर व्यवस्था बनाए रखी थी। मुझे उम्मीद है कि आगे ऐसा कुछ नहीं होगा। कल अहमदाबाद में हुए IPL फाइनल में भी स्टेडियम में 1,20,000 लोग मौजूद थे। लेकिन BCCI की एक विशेष टीम है, जिसने स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों के साथ मिलकर दर्शकों की सुरक्षा के लिए पूरी प्लानिंग की थी।”
ट्रोल हुए विराट कोहली?
इस पर न केवल राजनीतिक पार्टियों ने अपनी दुःख साझा किए जबकि सोशल मीडिया पर टीम को बुरी तरह से ट्रोल कर रहे हैं। वहीं विराट कोहली के चुप होने पर भी लोगों ने उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया। हालाँकि बाद में विराट कोहली ने इस हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया जताई। एक यूजर्स ने कमेंट करते हुए लिखा कि, “यह असली क्रिकेट भी नहीं है। यह लगभग एक फैंटेसी लीग है। बाहर लोग दर्दनाक तरीके से मर गए हैं और ये लोग भाषण दे रहे हैं। यह क्या बकवास है” वही एक ने कहा कि, “टीम के हाथ खून से रंगे हैं।” इस तरह कई लोगों ने विराट को निशाने पर लिया।
वहीं विराट ने इस हादसे पर कहा कि, “मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। मैं टूट गया हूँ।। हम मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए सामने आए दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बेहद दुखी हैं, जिसमें टीम के आने की उम्मीद में पूरे बेंगलुरु में लोगों की भीड़ जुटने की बात कही गई है। सभी की सुरक्षा और सेहत हमारे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।” इस दौरान भारत के दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा कि, “बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में जो कुछ हुआ वह दुखद से बहुत ज्यादा है। मेरी संवेदनाएं हर पीड़ित परिवार के साथ है। सभी के लिए शांति और शक्ति की कामना करता हूं।”
18 साल बाद जीत का जश्न मातम में बदला
18 साल बाद आरसीबी की जीत हुई लेकिन उनकी यह जीत मौत के मातम में तब्दील हो गई। जी हां.. लोग खुशियां मनाए या दुख मनाए? कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे। फैंस को बेंगलुरु की जीत का बेसब्री से इंतजार था और उनका यह इंतजार खत्म भी हुआ लेकिन यह जश्न भाग दौड़ में तब्दील हो गया और फिर कई लोगों की जान चली गई।
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