गर्मियों की सीजन में हर कोई आम खाना पसंद करता है, और खाए भी क्यों ना? आम का टेस्ट इतना मजेदार होता है कि इसे हर कोई खाना पसंद करता है। वही बाजार में भी आम धड़्डले से बिकते हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि बाजार में जल्दी मिलने वाले यह आम आपकी सेहत के लिए कितने अच्छे और कितने नुकसानदायक हो सकते हैं? दरअसल बदलते समय के अनुसार आजकल हर एक चीज में मिलावट देखने को मिल रही है। ऐसे में कई विक्रेता आम को आर्टिफिशियल तरीके से भी पकाते हैं जिसके कारण आम में भर भर के केमिकल होते हैं और यही केमिकल हमारे शरीर में जाते हैं जिसके बाद हमारे शरीर को गहरा नुकसान पहुंचता है। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ही केमिकल से पके आम के बारे में जो आपकी सेहत के लिए कितने नुकसानदायक हो सकते हैं और कैसे आपकी सेहत पर यह असर डालते हैं और इनसे बचने के तरीके आखिर क्या है?
पेट में होती है जलन
डॉक्टरों की माने तो केमिकल से पके हुए आमों में कैल्शियम कार्बाइड रहता है जो पेट में गैस, एसिडिटी और जलन जैसी समस्याएं पैदा करता है। इससे उल्टी जैसा होने का मन भी करता है। इसके साथ ही यह आपकी पाचन क्रिया को बिगाड़ देता है। जब आपको आम खाने के बाद तुरंत एसिडिटी और पेट में जलन जैसी स्थिति देखने को मिले तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
हो सकता है कैंसर
इसके अलावा कैल्शियम कार्बोहाइड्रेट में मौजूद अशुद्धी कैंसर का कारण बन सकती है। जी हां.. आप जब भी केमिकल वाले आम खाते हैं तो इससे कैंसर की जैसी बड़ी बीमारी भी पैदा हो सकती है। यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है ऐसे में आप आमों की खरीदारी देखकर ही करें।
हार्मोनल गड़बड़ी
इसके अलावा केमिकल वालों आमों में हार्मोनल गड़बड़ी का भी सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, लगातार केमिकल्स वाले आम खाने से शरीर में हार्मोन असंतुलन पैदा कर सकता है जिससे महिलाओं में पीरियड अनियमितता देखने को मिलती है तो वहीं पुरुषों में प्रजनन क्षमता की कमी हो सकती है।
कैसे की जाती है केमिकल वाले आमों की पहचान?
अब बात करते हैं कि आखिर केमिकल से पक्के आमों की पहचान कैसे की जा सकती है? क्योंकि मार्केट में कई तरह के आम होते हैं। ऐसे में हम कैसे यह जान सकते हैं कि आखिर केमिकल वाले आम कौन से हैं और अच्छे आम कौन से हैं?दरअसल इसका सबसे आसान तरीका यह है कि…
- जो आम नेचुरल तरीके से पक्के होंगे उनमें एक मीठी सी खुशबू देखने को मिलेगी जबकि केमिकल आम में कोई भी गंध नहीं होती है जबकि केमिकल की बदबू आने लगती है। ऐसे में आप ही अंदाजा लगा सकते हैं कि कौन सा केमिकल वाला है और कौन सा बिना केमिकल वाला।
- इसके अलावा आप हमेशा आम के रंगों पर ध्यान दें जो नकली आम होगा वो सबसे ज्यादा येलो दिखाई देगा जबकि ताजा आम थोड़ा हल्का ग्रीन और येलो दिखाई देता है। यदि आपको जरूर से ज्यादा ही पिला आम दिखे तो वह नकली हो सकता है।
- इसके अलावा वह आम जो बहुत पके हुए होते हैं। दरअसल केमिकल के माध्यम से आम जरूरत से ज्यादा ही पक जाते हैं और ऊपर से सख्त भी नहीं होते हैं। यदि ऐसा है तो यह केमिकल वाला आम है। बता दे जो नेचुरल आम होता है वह थोड़ा नरम होता है और ऊपर से सख्त होता है।
अब बात करते हैं कि आखिर केमिकल वाले आमों से कैसे बचा जाए?
- इसका सबसे आसान तरीका यह है कि बाजार से आम खरीदने के बाद आप सीधे पानी में धोए। उसके बाद ही खाना पसंद करें।
- इसके अलावा आप मार्केट से ना लाकर ऑर्गेनिक, लोकल या फिर सीधे किसानों के खेत से आम खरीद कर ले।
- इसके अलावा आप घर में आम पकाने के लिए पेपर में लपेट कर रखे जिससे वह प्राकृतिक रूप से पकड़ तैयार होंगे और स्वादिष्ट भी लगेंगे।
- इसके अलावा आम खरीदने से पहले रंग और उनके गंध देखकर ही खरीदे।
- वही बच्चे और बुजुर्गों, साथ ही गर्भवती महिलाओं को ऐसे आम से दूर रखें जिनके गुणवत्ता आपको पता ना हो क्योंकि यह उनके शरीर पर जल्द ही अटैक करते हैं।
- दरअसल केमिकल से पके आम शरीर पर जहरीला असर छोड़ते हैं और आपका शरीर का पोषण बिगड़ जाता है। ऐसे में आप सावधानी से आमों का सेवन करें।
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