प्रकाश मेहरा उत्तराखंड यदि आपके घर का गैस सिलेंडर जल्दी खत्म हो रहा है तो सावधान हो जाइए। हो सकता है कि आपके गैस सिलेंडर में दी जाने वाली गैस पहले ही चोरी की जा चुकी है। ऐसा ही मामला उत्तराखंड के जिला चमोली के सैनिक गांव कहे जाने वाले सवाड़ में भी ऐसे ही एक गिरोह को पकड़ा है। जो गैस एजेंसी से आपके घर सप्लाई होने वाले सिलेंडरो से बीच में ही गैस चोरी करता था। गांव वासियों ने रंगे हाथों पकड़कर इस गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ लिया है। पकड़े गए इस गिरोह के 2 सदस्य निजी गैस एजेंसी में काम करने वाले बताए जाते हैं । जो एजेंसी के सिलेंडरों से गैस चुराकर, गैस टंकी को ग्राहकों के घर पहुंचा देते थे और किसी को भी शक नहीं होता था।
गैस चोरों का पर्दाफाश किसने किया
गांव के सामाजिक कार्यकर्ता आलम सिंह बिष्ट,महावीर भंडारी,लक्की भंडारी और अन्य लोगों ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया जहां गैस चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ा। गैस चोरी करने वाले गिरोह से पूछने पर मुंह छिपाते और भागते हुए नज़र आए। यानी ये गिरोह कहीं न कहीं लोगों के आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं और लोगों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ता है। *
इन गिरोहों पर कार्यवाही नहीं
आए दिन इस तरह के गिरोहों का पर्दाफाश होता तो है पर अगर धरातल पर देखा जाए तो इस पर प्रशासन को शक्त होने की जरूरत है हालांकि उत्तराखंड के दुरस्त क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं होने के बाद भी पता नहीं चल सकता है चाहें फिर गैस की बात हो या फिर कोई योजनाएं इनका लाभ सीधे ग्रामीणों तक पहुंचे इसकी योजना प्रशासन को सुनिश्चित करनी जरूरी है जिससे अपराधियों पर नकेल कस सके। सेवा-कार्यों की उम्मीद सरकार से नहीं की जा सकती । उसके लिए समाज-सेवी संस्थाओं को ही आगे बढ़ना पड़ेगा।