वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा अनुदानित इकाइयों के स्टालों पर रही भीड़।
देश, विदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों ने स्टालों पर जाकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा
किया।
खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्कृत उत्पादों की विशेषताओं की विस्तार से दी जानकारी।
लखनऊ। खाद्य प्रसंकरण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारत मण्डपम्, प्रगति मैदान नयी दिल्ली में 19 से 22 सितम्बर 2024 तक आयोजित वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पालिसी के अन्तर्गत अनुदान प्राप्त 18 उद्योग इकाइयों द्वारा स्टाल लगा कर आगंतुक को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा अनुदानित इकाइयों के स्टालों पर भीड़ बनी रही। देश, विदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों ने स्टालों पर जाकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा किया। खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्कृत उत्पादों की विशेषताओं की विस्तार से जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो मे उत्तर प्रदेश के स्टालों पर लगी भारी भीड़ और उत्पादो के सफल प्रदर्शन करने के लिए स्टालों की इकाइयों के प्रतिनिधियों व उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों की सराहना करते हुए बधाई दी है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हुये हैं और देश इस क्षेत्र में नवाचार, स्थिरता और सुरक्षा के लिए विश्वस्तरीय मानक स्थापित करने की ओर लगातार अग्रसर है।
उत्तर प्रदेश में भी खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं और नई खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति में किसानों व उद्यमियों को विभिन्न सुविधाएं व अनुदान सरल तरीके से उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है जिसके तहत लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की बेहतर कार्यप्रणाली व सरकार के प्रयासों से लोगों को अच्छे व पौष्टिक खाद्य पदार्थ तो प्राप्त होंगे ही खाद्य प्रसंस्कृत पदार्थो के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। उप-मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं कि मोटे अनाजों के प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए।
निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश विजय बहादुर द्विवेदी ने बताया कि
वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में मसाला उद्योग, बिस्किट उद्योग, दाल मिल, तेल मिल, राइस मिल व अन्य छोटे छोटे उद्योगों के स्टाल लगाए गए हैं। निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा गत दिवस चयनित इवेंटमैनेजमेंट एजेंसी के माध्यम से निर्मित पवेलियन का उदघाटन किया गया। इसमें संयुक्त निदेशक खाद्य प्रसंस्करण बीपी राम, उप निदेशक खाद्य प्रसंस्करण प्रवीण कुमार तथा नोडल अधिकारी पीएमएमएमई डॉ एस के एस चौहान, खाद्य प्रस्करण अधिकारी विमल कुमार व पी एम यू सेल के सभी विशेषज्ञ
मौजूद रहे। एक्सपो में आये सभी इच्छुक किसानों, बागबानो प्रस्करणकार्ताओं व अन्य सभी को फल सब्जियों शहद, मशरुम आदि के मूल्यसंवर्धन कर उत्पाद के मूल्य में वृद्धि संरक्षण कर कीपिंग क्वालिटी में वृद्धिकर कई महीनों तक उपयोग में लाने की तकनीकी जानकारी दी गई। उत्कृष्ट औद्यानिक उत्पाद फार्मर प्रोडूसर कंपनी के मालिक सतीश कुमार सिंह के उत्पाद का निर्यात हेतु उनके द्वारा यूसुफ़अली मलिक लूलू ग्रुप से गत दिवस एम ओ यू कराया गया।
द्विवेदी ने बताया कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की फल, सब्ज़ी, शहद, मशरूम, फूलों एवं अन्य अनाज, दालों, तेल मिल्क़ प्रोडक्ट्स के खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने हेतु उद्यमी बंधुओं से विचार विमर्श कर स्थापित करने हेतु सहमति दी गई। जिससे प्रदेश के किसानों को उनके उपज का अधिकतम मूल्य मिल सकेगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी।
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