लंग्स और हार्ट के लिए फायदेमंद योगासन जानें

लंग्स ही नहीं पूरे रेस्पिरेटरी सिस्टम को स्वस्थ बनाएंगे योगासन, एक्सपर्ट से जानिए योग करने के फायदे

Yoga-To-Strengthen-Bones

योग एक प्राचीन विधा है, जो न केवल मानसिक शांति बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। खासकर, श्वसन तंत्र (Respiratory System) और हृदय (Heart) को स्वस्थ रखने के लिए योगासन और प्राणायाम बेहद प्रभावी माने गए हैं। नियमित योगाभ्यास से फेफड़ों की कार्यक्षमता और रक्त परिसंचरण में सुधार होता है, जिससे श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इस लेख में जानें कि कैसे योग आपके लंग्स और हार्ट को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

योग का श्वसन तंत्र पर प्रभाव

योग, विशेष रूप से प्राणायाम और आसन, फेफड़ों की क्षमता (Lung Capacity) को बढ़ाने में मदद करता है। यह ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर और कार्बन डाइऑक्साइड को निकालकर फेफड़ों की दक्षता को बढ़ाता है।

फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार

योग का नियमित अभ्यास श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है। इसमें निम्नलिखित लाभ शामिल हैं:

  • लंग वॉल्यूम: फेफड़ों की ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ती है।
  • वाइटल कपेसिटी: गहरी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया बेहतर होती है।
  • मैक्सिमम वेंटिलेटरी वॉल्यूम: यह फेफड़ों की कुल क्षमता को बढ़ाता है।

श्वसन क्रिया को सुधारने वाले योगासन

कुछ विशेष योगासन फेफड़ों और छाती के विस्तार में मदद करते हैं।

  1. ताड़ासन (Mountain Pose)
  2. त्रिकोणासन (Triangle Pose)
  3. भुजंगासन (Cobra Pose)
  4. धनुरासन (Bow Pose)

ये आसन छाती को खोलने में मदद करते हैं, जिससे श्वसन तंत्र अधिक कुशलता से काम करता है।

प्राणायाम का महत्त्व

प्राणायाम (Breathing Techniques) जैसे अनुलोम-विलोम और कपालभाति फेफड़ों और श्वसन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। ये तकनीकें इंटरकोस्टल मांसपेशियों और डायाफ्राम को सक्रिय करती हैं, जिससे गहरी और कुशल श्वसन संभव हो पाता है।

 

हृदय स्वास्थ्य पर योग के फायदे

हृदय स्वास्थ्य पर योग के फायदे

योग केवल श्वसन तंत्र ही नहीं, बल्कि हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने, रक्त परिसंचरण में सुधार और हृदय मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

हृदय की कार्यक्षमता में सुधार

योगासन और सूक्ष्म व्यायाम रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है।

  • ब्लड प्रेशर में सुधार: योग का नियमित अभ्यास उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • लिपिड प्रोफाइल में सुधार: योग के जरिए कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को बेहतर किया जा सकता है।

हृदय को स्वस्थ रखने वाले आसन

  1. शवासन (Corpse Pose): रिलैक्सेशन में मदद करता है।
  2. अधो मुख श्वानासन (Downward Dog Pose): परिसंचरण में सुधार करता है।
  3. उत्तानासन (Standing Forward Bend): हृदय प्रणाली को सक्रिय करता है।

तनाव घटाकर हृदय की रक्षा

योग तनाव को कम करता है और पैरा-सिंपथेटिक नर्वस सिस्टम को सक्रिय करता है। इससे हृदय की धड़कन और रक्तचाप स्थिर रहता है।

 

हाई ब्लड प्रेशर वाले इन आसनों से बचें

हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इन्वर्टेड पोज़ जैसे सर्वांगासन, हलासन, विपरीत करणी और मयूरासन से बचना चाहिए। ये आसन हृदय पर दबाव बढ़ा सकते हैं और जोखिम पैदा कर सकते हैं।

 

श्वसन तंत्र और हृदय संबंधी बीमारियों को रोकता है योग

योग का नियमित अभ्यास श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करता है।

  1. अस्थमा और COPD का प्रबंधन: प्राणायाम से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
  2. हृदय रोगों का निवारण: योग हृदय की कार्यक्षमता में सुधार करता है।

योग से समग्र स्वास्थ्य के फायदे

योग केवल फेफड़ों और हृदय को ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर को स्वस्थ बनाता है। यह मानसिक शांति और शरीर के विभिन्न अंगों के बीच समन्वय स्थापित करता है।

योग का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

योग ध्यान और प्राणायाम के माध्यम से मानसिक शांति प्रदान करता है। इससे तनाव, चिंता और अवसाद कम होते हैं, जो हृदय और श्वसन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

योग और दीर्घायु

नियमित योगाभ्यास से न केवल स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि जीवन प्रत्याशा भी बढ़ती है। योग फेफड़ों की दक्षता बढ़ाकर और हृदय को मजबूत बनाकर समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।

योगासन

योग को अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल करें

योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाने के लिए आपको अधिक समय की आवश्यकता नहीं है।

  • हर सुबह 20-30 मिनट योग करें।
  • सप्ताह में कम से कम 3 दिन प्राणायाम का अभ्यास करें।
  • सरल आसनों से शुरुआत करें और धीरे-धीरे कठिन आसनों का अभ्यास करें।

योगासन

लंग्स और हार्ट के लिए योग एक बेहतरीन उपाय है। यह न केवल फेफड़ों की कार्यक्षमता और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। ताड़ासन, भुजंगासन और प्राणायाम जैसी तकनीकों को अपनाकर आप अपने श्वसन और हृदय प्रणाली को स्वस्थ रख सकते हैं।

योग के माध्यम से आप न केवल बीमारियों से बच सकते हैं, बल्कि दीर्घायु और स्वस्थ जीवन का आनंद भी ले सकते हैं। योग का नियमित अभ्यास शुरू करें और अपने लंग्स और हार्ट को स्वस्थ बनाए रखें।

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