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Toggleअबू आजमी सस्पेंड: औरंगजेब पर बयान के बाद महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित

महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अबू आसिम आजमी ने औरंगजेब को लेकर एक बयान दिया। उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र विधानसभा में हंगामा हुआ और अंततः उन्हें मौजूदा सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
अबू आजमी सस्पेंड: क्या है पूरा मामला?
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आसिम आजमी ने औरंगजेब को लेकर एक टिप्पणी की, जिससे महाराष्ट्र की सियासत गर्मा गई। इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं और कई अन्य दलों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि सिर्फ एक सत्र के लिए सस्पेंड करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनकी विधायकी ही खत्म की जानी चाहिए।
चंद्रकांत पाटिल ने पेश किया सस्पेंशन प्रस्ताव
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने अबू आजमी को विधानसभा सत्र से सस्पेंड करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। हालाँकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, किसी विधायक को एक सत्र से अधिक समय तक निलंबित नहीं किया जा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की गहन समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा, जो यह आकलन करेगी कि क्या अबू आजमी की सदस्यता पूरी तरह से समाप्त की जा सकती है या नहीं।
अबू आजमी की सफाई और माफी
अबू आजमी ने कहा- मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया
बयान पर विवाद बढ़ने के बाद अबू आजमी ने सफाई दी और कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार से छत्रपति शिवाजी महाराज या संभाजी महाराज का अपमान नहीं किया है। उन्होंने कहा,
“मेरे बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। मैंने केवल वही कहा, जो इतिहासकारों और लेखकों ने लिखा है। मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं था।”
अबू आजमी ने बिना शर्त मांगी माफी
जब मामला तूल पकड़ने लगा, तो अबू आजमी ने बिना शर्त माफी मांगते हुए कहा,
“अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुँची है, तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूँ और अपना बयान वापस लेता हूँ।”
अबू आजमी के खिलाफ केस भी दर्ज
अबू आजमी के विवादित बयान के बाद महाराष्ट्र के ठाणे में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि औरंगजेब को क्रूर या असहिष्णु शासक नहीं माना जा सकता। उन्होंने यह भी दावा किया कि फिल्मों और अन्य माध्यमों से मुगलों की विकृत छवि प्रस्तुत की जा रही है।
अबू आजमी सस्पेंड: राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
बीजेपी का कड़ा विरोध
बीजेपी नेताओं ने इस पूरे विवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा,
“छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किसी भी हालत में सहन नहीं किया जाएगा। अबू आजमी को सिर्फ एक सत्र के लिए नहीं, बल्कि हमेशा के लिए सस्पेंड किया जाना चाहिए।”
शिवसेना ने भी जताई नाराजगी
शिवसेना (शिंदे गुट) ने भी अबू आजमी के बयान की निंदा की और इसे महाराष्ट्र की अस्मिता पर हमला बताया। पार्टी नेताओं ने कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ किसी भी हाल में स्वीकार नहीं की जाएगी।
क्या अबू आजमी की विधायकी जाएगी?
अब सवाल यह उठता है कि क्या अबू आजमी की पूरी विधायकी रद्द हो सकती है? महाराष्ट्र विधानसभा ने इस मुद्दे पर समीक्षा करने के लिए एक समिति का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के अनुसार, किसी भी विधायक को एक सत्र से अधिक समय तक सस्पेंड नहीं किया जा सकता। अब देखना यह होगा कि आगे इस मामले में क्या कानूनी कदम उठाए जाते हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में अबू आजमी सस्पेंड का मामला काफी गर्माया हुआ है। औरंगजेब पर दिए गए बयान के कारण उनकी आलोचना हो रही है, और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में महाराष्ट्र सरकार और विधानसभा क्या अंतिम निर्णय लेती है।