मिहींपुरवा में अज्ञात कारणों से लगी आग, ग्रामीणों में हड़कंप
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में सोमवार को एक बड़ा अग्निकांड हुआ। ग्राम पंचायत गोपिया में अज्ञात कारणों से लगी आग ने तीन फूस के मकानों को जलाकर राख कर दिया। इस घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों के शोर मचाने पर आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन तब तक हजारों का नुकसान हो चुका था।
ग्रामीणों ने आग बुझाने के लिए किया संघर्ष
ग्राम पंचायत गोपिया के मजरा साजिदपुरवा निवासी कृपाराम पुत्र मंशाराम का फूस का मकान था। उनके घर के पास ही अन्य तीन फूस के मकान स्थित थे। सोमवार शाम करीब 4:15 बजे अज्ञात कारणों से लगी आग ने इन मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। देखते ही देखते तीनों मकान धू-धू कर जलने लगे।
घटना के बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे और पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। ग्रामीणों की मदद से आग को और ज्यादा फैलने से रोक लिया गया, लेकिन तब तक घरों में रखा अनाज, कपड़े, बर्तन और अन्य सामान जलकर राख हो गया।
प्रशासन ने आग की घटना पर जताई संवेदना
घटना की सूचना मिलते ही हल्का लेखपाल को मौके पर बुलाया गया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि पीड़ितों को मदद प्रदान की जाएगी।
मोतीपुर के उपजिलाधिकारी अश्विनी कुमार पांडेय ने कहा कि अज्ञात कारणों से लगी आग की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई है और लेखपाल को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर प्रभावित परिवारों को सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
हर साल होती हैं ऐसी घटनाएं
गांवों में अज्ञात कारणों से लगी आग की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं, जिससे गरीब परिवारों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। गर्मियों के मौसम में आग लगने की घटनाएं और बढ़ जाती हैं। प्रशासन को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष उपाय करने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।
इस घटना में तीन परिवारों ने अपने आशियाने खो दिए हैं। अज्ञात कारणों से लगी आग से हुई इस क्षति की भरपाई के लिए प्रशासन से त्वरित सहायता की उम्मीद की जा रही है। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि ऐसे मामलों में त्वरित राहत प्रदान की जाए ताकि गरीब परिवारों को दोबारा अपना घर बनाने में मदद मिल सके।
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