उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहब का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है, और बीजेपी ही वह पार्टी है जिसने बाबा साहब को असली सम्मान दिया।
CM योगी का विपक्ष पर हमला
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (SP) और अन्य विपक्षी दलों पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय समाज के लिए जो कार्य किए, उनकी अहमियत को किसी पार्टी या व्यक्ति द्वारा हल्के में नहीं लिया जा सकता।
योगी जी ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए बयान को विपक्षी दलों ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है, जिससे जनता में भ्रम फैलाया जा रहा है। उनका मानना है कि इस तरह के बयान से केवल राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है।
बाबा साहब का योगदान और BJP का समर्थन

योगी आदित्यनाथ ने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी ने बाबा साहब की प्रतिमाओं और स्मारकों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में आंबेडकर सेंटर की भूमि स्व. चंद्रशेखर जी ने दी थी, और उस सेंटर को बनवाने का काम मोदी जी की सरकार ने किया।” इसके साथ ही, योगी ने बताया कि मुंबई से लेकर लंदन तक, बाबा साहब की पहचान को सुरक्षित रखने का काम बीजेपी ने किया है।
कांग्रेस और SPM पर निशाना
सीएम योगी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पंडित नेहरू ने कभी नहीं चाहा कि बाबा साहब संविधान सभा का हिस्सा बनें। “गांधी जी के हस्तक्षेप के बाद ही उन्हें ड्राफ्टिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया,” योगी ने कहा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि 1952 और 1954 के उपचुनावों में कांग्रेस ने बाबा साहब को हरवाया था, और पंडित नेहरू खुद बाबा साहब के खिलाफ प्रचार करने गए थे।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहब का सम्मान नहीं किया। इसके विपरीत, भाजपा सरकार ने बाबा साहब से जुड़ी पंच तीर्थ स्थलों का निर्माण किया और उनकी विचारधारा को सम्मानित किया।
बीजेपी का दृष्टिकोण और बाबा साहब की विरासत
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में, सरकार ने हमेशा बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए योजनाओं का निर्माण किया है। उन्होंने कहा, “आज मोदी जी के नेतृत्व में चलने वाली योजनाएं बाबा साहब के विचारों और सपनों के अनुरूप हैं।”
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बाबा साहब के नाम पर कभी किसी भी स्मारक का निर्माण नहीं किया। यहां तक कि अखिलेश यादव की सरकार में कन्नौज में बने बाबा साहब के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम भी हटा दिया गया। योगी ने आरोप लगाया कि इन दलों ने हमेशा बाबा साहब के योगदान को नकारा और उनके नाम का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए किया।
बाबा साहब का संविधान और उनके विचार
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि बाबा साहब ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया, और उनका योगदान देश के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने भारतीय समाज में समानता और स्वतंत्रता की नींव रखी, और उनकी भूमिका भारतीय राजनीति और समाज में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
उनके विचारों को सही मायने में समझना और उनका पालन करना आज के समय में भी उतना ही जरूरी है। योगी ने बताया कि बाबा साहब ने समाज के हर वर्ग को समान अधिकार देने के लिए अपनी पूरी जिंदगी समर्पित कर दी थी।
बीजेपी के कार्य और बाबा साहब की विचारधारा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज भी भाजपा के नेतृत्व में चलने वाली योजनाएं बाबा साहब की विचारधारा से प्रेरित हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने बाबा साहब के विचारों को मान्यता देते हुए कई योजनाएं बनाई हैं, जो समाज के वंचित और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रही हैं।
बाबा साहब की महानता और BJP की भूमिका
योगी आदित्यनाथ ने अंत में यह कहा कि बाबा साहब की विचारधारा और उनकी महानता को नकारने का कोई भी प्रयास विफल रहेगा। उनका योगदान भारत के संविधान और समाज के लिए अपरिहार्य है, और भाजपा सरकार ने हमेशा बाबा साहब के योगदान को सम्मानित किया है।
इसलिए, बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के योगदान और उनके सपनों को पूरा करने के लिए भाजपा हमेशा आगे बढ़ेगी और उनके विचारों के आधार पर नई योजनाएं लागू करेगी।
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