बागपत में व्यापारी किडनैपिंग केस: 2 करोड़ की फिरौती मांगने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के बागपत में व्यापारी किडनैपिंग केस सामने आया है, जहां अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी और उसके दोस्त को अगवा कर 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस की तत्परता के चलते 24 घंटे के भीतर दोनों को छुड़ा लिया गया और 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
व्यापारी और दोस्त का अपहरण
बागपत जिले के पट्टी चौधरान इलाके के निवासी बिलाल ने 1 मार्च को बड़ौत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनके भाई नूर मोहम्मद और उनके दोस्त शावेज़ का अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। किडनैपर्स ने परिवार से संपर्क कर 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी और न देने पर जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस ने ऐसे पकड़े अपहरणकर्ता
जैसे ही पुलिस को मामले की सूचना मिली, उन्होंने फिरौती के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को ट्रैक करना शुरू किया। तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 24 घंटे के भीतर व्यापारी और उसके दोस्त को बचा लिया और 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान
बागपत के पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में शामिल हैं:
- शिवम – शामली जिले का निवासी
- रजत – शामली जिले का निवासी
- प्रद्युम्न – मुजफ्फरनगर से
- विजय – मुजफ्फरनगर से
पुलिस के अनुसार, इन चारों आरोपियों ने मिलकर इस किडनैपिंग की साजिश रची थी।
किडनैपिंग की साजिश कैसे रची गई?
जांच में पता चला कि मुख्य आरोपी शिवम और प्रद्युम्न नोएडा में नूर मोहम्मद की कंपनी में काम करते थे। जल्द अमीर बनने की लालसा में उन्होंने अपने दोस्तों रजत, विजय, बिजेंद्र, अमन, अजय, अनुज और राहुल शर्मा के साथ मिलकर व्यापारी किडनैपिंग केस की योजना बनाई।
अब भी फरार हैं 5 आरोपी
हालांकि, पुलिस ने 4 अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया है, लेकिन 5 आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
व्यापारी किडनैपिंग केस पर पुलिस की प्रतिक्रिया
बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने कहा,
“यह संगठित अपराध की श्रेणी में आता है, और पुलिस अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।”
व्यापारी किडनैपिंग केस में पुलिस की तेजी से कार्रवाई के चलते एक बड़ा अपराध होने से बच गया। हालांकि, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि अपराधी किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं, लेकिन सतर्कता और पुलिस की मुस्तैदी से अपराध पर लगाम लगाई जा सकती है।
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