बांदा (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के बांदा BJP नेता फायरिंग का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बीजेपी नेता ने पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम फायरिंग कर दी। यह घटना बांदा जिले के कालू कुआं इलाके की है, जहां पार्क की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।

बांदा BJP नेता फायरिंग: क्या है पूरा मामला?
बांदा जिले में BJP नेता फायरिंग का यह मामला उस समय सामने आया जब पुलिस-प्रशासन की टीम पार्क की जमीन पर अवैध कब्जे की जांच करने पहुंची थी। बताया जा रहा है कि बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता पर पार्क की जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। मोहल्लेवालों ने इसकी शिकायत डीएम से की थी, जिसके बाद जमीन की जांच कराई गई।
DM ने दिए थे कब्जा हटाने के आदेश
जांच में पता चला कि विवादित प्लॉट बांदा विकास प्राधिकरण द्वारा पार्क के रूप में दर्ज किया गया था। डीएम ने आदेश दिया कि इस जमीन से तत्काल कब्जा हटाया जाए। इसी दौरान जब वहां सफाई की जा रही थी, तो राजेश गुप्ता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और लोगों को धमकाने लगे। जब बात नहीं बनी तो उन्होंने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।
सीसीटीवी में कैद हुई बांदा BJP नेता की फायरिंग
घटना स्थल पर लगे CCTV कैमरों में यह पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बांदा BJP नेता फायरिंग कर रहे हैं और पिस्टल को अपनी कुर्ते के नीचे छिपा रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी गई।
पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया केस
फायरिंग की सूचना मिलते ही बांदा पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। DSP सिटी राजीव प्रताप के अनुसार, यह जमीन बांदा विकास प्राधिकरण की संपत्ति थी और इसे पार्क के लिए आवंटित किया गया था। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बांदा BJP नेता फायरिंग मामले में आगे क्या होगा?
फिलहाल, पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और वायरल हुए CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। बीजेपी नेता राजेश गुप्ता पर पहले भी कई विवादित मामलों में शामिल होने के आरोप लग चुके हैं। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बांदा जिले में बांदा BJP नेता फायरिंग की घटना से हड़कंप मच गया है। पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम गोली चलाना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
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