बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन: सौहार्द का अद्भुत उदाहरण
बरेली: इस बार होली और रमजान का पहला जुम्मा एक ही दिन पड़ने के कारण शहर के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। अब नमाज दोपहर 2 बजे के बाद अदा की जाएगी ताकि होली की रंगबाजी समाप्त होने के बाद कोई विवाद न हो।

होली के बाद अदा होगी जुम्मे की नमाज
शहर की प्रमुख मस्जिदों में घोषणा कर दी गई है कि बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन कर दिया गया है। यह फैसला शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए लिया गया है, ताकि नमाजियों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
धर्मगुरुओं ने कहा कि होली की रंगबाजी दोपहर तक समाप्त हो जाएगी और इसके बाद ही मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी। इस पहल की प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने भी सराहना की है।
पहले भी हो चुके हैं विवाद
बरेली में होली के दौरान पहले भी कई बार विवाद की स्थिति बनी है। राम बारात के समय पथराव जैसी घटनाएं भी सामने आई थीं, जिससे शांति भंग हुई थी। इस बार ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन कर दिया गया है।
पुलिस और प्रशासन की निगरानी
शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। एडीजी बरेली जोन डॉ. रमेश शर्मा ने बताया कि होली और रमजान को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर 24×7 निगरानी रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि यदि कोई भ्रामक या आपत्तिजनक पोस्ट मिलती है तो तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, प्रशासन ने सभी जनपदों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
82 हजार डिजिटल वॉलंटियर्स की भूमिका
बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन को सफल बनाने में प्रशासन और डिजिटल वॉलंटियर्स की अहम भूमिका होगी। बरेली जोन में 82,332 डिजिटल वॉलंटियर्स तैनात किए गए हैं, जो शांति बनाए रखने में मदद करेंगे।
एडीजी ने बताया कि यह कार्यक्रम 2015 में मेरठ से शुरू हुआ था, जब वह वहां डीआईजी थे। अब इसे बरेली में भी लागू किया गया है ताकि हर थाना क्षेत्र से सक्रिय लोगों को जोड़ा जा सके।
गंगा-जमुनी तहज़ीब का उदाहरण
यह फैसला हिंदू-मुस्लिम एकता और गंगा-जमुनी तहज़ीब का शानदार उदाहरण है। बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन से यह स्पष्ट हो जाता है कि शहर की जनता सौहार्द और शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
शहर के प्रशासन, धार्मिक संगठनों और समुदायों ने एकजुट होकर यह संदेश दिया है कि भारत विविधता में एकता का देश है, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है।
बरेली में इस बार होली और रमजान का पहला जुम्मा एक ही दिन पड़ने के कारण बरेली में जुम्मे की नमाज का समय परिवर्तन किया गया है। यह फैसला शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने वाला है। प्रशासन, पुलिस और स्थानीय समुदाय इस पहल को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।