उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के 23 बस स्टेशन आधुनिक बस टर्मिनल के रूप में विकसित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा 23 प्रमुख बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर आधुनिक बस टर्मिनल के रूप में विकसित कराये जाने की कार्रवाई चल रही है। इनमें से 11 बस स्टेशनों हेतु चयनित विकासकर्ता फर्म के साथ कंसेशन अनुबंध निष्पादित किए जा चुके हैं। शेष 12 बस स्टेशनों हेतु मंत्रिपरिषद के अनुमोदन के बाद कंसेशन अनुबंध हस्ताक्षरित किए जायेंगे।
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने गाजियाबाद, आगरा, प्रयागराज, लखनऊ, मेरठ, अलीगढ़, गोरखपुर, अयोध्याधाम, बुलंदशहर, बरेली, रायबरेली, मिर्जापुर, वाराणसी, कानपुर, मथुरा एवं हापुड़ के जिलाधिकारियों को पीपीपी मॉडल पर बनने वाले 23 बस स्टेशनों को विकसित कराये जाने के लिए निर्माण अवधि में बसों के संचालन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था कराये जाने के निर्देश दिए हैं। जिससे आम जनमानस को आवश्यक परिवहन सेवाओं का लाभ सतत रूप से प्रदान किया जा सके।
परिवहन मंत्री ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर निर्मित होने वाले इन बस स्टेशनों पर आधुनिक यात्री सुविधा, रिटेल आउटलेट्स, मल्टीप्लेक्स इत्यादि की सुविधाएं उपलब्ध होगी। जिससे लोगों को बस स्टेशन पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बस स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर आधुनिक बस टर्मिनल के रूप में विकसित किए जाने की परियोजना मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना का अंग है।
उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के 23 बस स्टेशनों को प्रथम चरण में पीपीपी पद्धति पर विकसित किये जा रहे हैं। इसमें जनपद गाजियाबाद के कौशाम्बी (गाजियाबाद), गाजियाबाद एवं साहिबाबाद है। जनपद आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर, ईदगाह बस स्टेशन एवं फोर्ट बस स्टेशन हैं। जनपद प्रयागराज के सिविल लाइन्स एवं जीरो रोड हैं। जनपद के लखनऊ विभूतिखण्ड, अमौसी एवं चारबाग हैं। जनपद मथुरा के मथुरा (पुराना), जनपद कानपुर के कानपुर सेन्ट्रल (झकरकटी), जनपद वाराणसी के कैण्ट बस स्टेशन, जनपद मेरठ के सोहराबगेट, जनपद अलीगढ़ के रसूलाबाद, जनपद गोरखपुर के गोरखपुर, जनपद अयोध्या के अयोध्याधाम, जनपद बुलन्दशहर के बुलन्दशहर (नया), जनपद हापुड़ के गढ़ मुक्तेश्वर (नया), जनपद बरेली के बरेली (सैटेलाइट), जनपद रायबरेली के रायबरेली एवं जनपद मिर्जापुर के मिर्जापुर बस स्टेशन शामिल हैं।