बहराइच। चेहल्लुम का जुलूस पूरी अकीदत के साथ गमगीन माहौल में नगर के दुलदुल हाउस से कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच निकाला गया। जिसमें अंजुमनों ने नौहा मातम करते हुए इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत को याद करते हुए अपना नजराना ए अकीदत पेश किया। उक्त जुलूस स्थानीय दुलदुल हाउस से निकाला गया जिसमें अलम के साथ इमाम हुसैन की सवारी प्रतीक के रूप में दुलदुल भी था। शिया समुदाय के लोग नंगे पैर व काला कपड़ों में या हुसैन की सदाओं के साथ काजीपुरा ,सैय्यद वाड़ा ,चांद पुरा में अंजुमन फनाफील हुसैन , अंजुमन कासमिया कदीम व अंजुमन कासमिया रजिस्टर्ड के जीशान रिजवी, मजहर सईद ,नौशाद मन्नू, शाहिद , फहमी व सैफी आदि लोगों द्वारा नोहा पढ़ा गया व जोरदार मातम किया गया। जगह जगह लोगों द्वारा चाय व पानी का इंतजाम किया गया था। यह जुलूस शाम को झिंघा घाट स्थित शाही करबला पहुंचा। इसके बाद करबला कैंपस में ही एक मजलिस हुई जिसे फैज़ अब्बास ने खिताब किया और परंपरागत ढंग से हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का ताबूत निकाला गया और करबला में ही दफ्न करने के बाद जुलूस समाप्त हुआ।