रेपिस्ट की मदद करने में सीओ महसी ने 4 घंटे लॉकअप में बिताए ₹10000 की जमानत पर हुए रिहा।

बहराइच। एक तरफ जहां पुलिस जन सुरक्षा का दावा करती है वही जनपद के एक पुलिस क्षेत्राधिकार को रेपिस्ट की मदद करने के आरोप में 4 घंटे लाखुप में बिताने पड़े ₹10000 की जमानत के बाद उन्हें लॉकअप से बाहर निकल गया। जनपदीय पुलिस के इतिहास में यह अपने आप में काला अध्याय माना जाएगा।

चालू वर्ष के फरवरी माह में महसी सर्किल क्षेत्र के एक गांव में एक दलित किशोरी का गैर समुदाय के पांच युवकों ने अपहरण कर लिया और गैंगरेप के बाद उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया परिजनों की शिकायत पर किशोरी को बरामद कर पांचो आरोपियों को जेल भेज दिया गया यह मामला समाचार पत्रों की सुर्खियों में भी रहा पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस क्षेत्राधिकारी महसी अनिल कुमार सिंह ने पीड़िता की मदद करने के बजाय आरोपियों की सहायता की और 5 में से तीन आरोपियों का नाम मुकदमे से निकाल दिया इतना ही नहीं उन्होंने पीड़िता को इस बात की धमकी भी यदि उसने उनके कहने के अनुसार कोर्ट में बयां नहीं दिया तो वह उसकी मौसी तथा परिवार के अन्य सदस्यों को जेल भेज देंगे।

इस आशय की शिकायत पाक्सो कोर्ट में की गई कोर्ट की ओर से आरोपी सीओ को तलब किया गया लेकिन वह कानून से बचने के लिए उच्च न्यायालय तक पैरवी करते रहे मामला संगीन होने के कारण उन्हें किसी भी कोर्ट से मदद नहीं मिली। अंततः बुधवार को उन्हें पाक्सो कोर्ट में पेश होना पड़ा कोर्ट ने उन्हें चार घंटे के लिए लॉकअप में भेज दिया बाद में ₹10000 की जमानत के बाद सीओ को लॉकअप से निकल गया। पीड़िता की मौसी ने बताया कि कोर्ट के इस फैसले से उसमें सुरक्षा की भावना जागृत हुई है और वह कोर्ट के प्रति आभारी है।

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