28.5 C
New Delhi
Wednesday, March 26, 2025

दिल्ली दंगों के आरोपी को टिकट देंगे ओवैसी, मचा विवाद

दिल्ली चुनाव 2025 और AIMIM की रणनीति दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक है, और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने अपनी रणनीति के तहत विवादित चेहरों को टिकट देने का फैसला किया है। हाल ही में खबर आई है कि AIMIM ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन और शाहरुख पठान के बाद अब ओखला से शफाउर रहमान खान को टिकट देने की तैयारी कर ली है।

असदुद्दीन ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी

शफाउर रहमान खान: कौन हैं और क्यों है चर्चा में?

शफाउर रहमान खान, जामिया एलुमनाई एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष, दिल्ली दंगों में आरोपी हैं और वर्तमान में जेल में बंद हैं। उन्होंने 2019-2020 में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सीएए विरोधी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 1 जनवरी को एक टीवी शो के दौरान घोषणा की कि पार्टी ओखला सीट से शफाउर को चुनावी मैदान में उतारेगी।

मुख्य बिंदु:

  1. शफाउर रहमान खान दिल्ली दंगों के आरोप में जेल में हैं।
  2. जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए विरोधी आंदोलन में सक्रिय भूमिका।
  3. AIMIM के दावे के अनुसार, मुसलमानों को अपनी लीडरशिप चुनने का अधिकार है।

AIMIM का दांव: ताहिर हुसैन और शाहरुख पठान पर नजर

ओवैसी की पार्टी ने पहले ही मुस्तफाबाद से ताहिर हुसैन को उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी है। ताहिर हुसैन, जो दिल्ली दंगों के दौरान मुख्य आरोपियों में से एक थे, वर्तमान में जेल में बंद हैं। इसके साथ ही, AIMIM सीलमपुर से शाहरुख पठान को टिकट देने पर भी विचार कर रही है।

दिल्ली दंगे और विवादित उम्मीदवार:

  • ताहिर हुसैन: मुस्तफाबाद से उम्मीदवार।
  • शाहरुख पठान: सीलमपुर से टिकट पर विचार।
  • शफाउर रहमान खान: ओखला से उम्मीदवार।

AIMIM की रणनीति: मुसलमानों के लिए लीडरशिप पर जोर

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “भारत में सभी समुदायों की लीडरशिप बन सकती है, लेकिन मुस्लिम लीडरशिप को नकारा जाता है। मुसलमानों को अपनी लीडरशिप चुनने का पूरा अधिकार है।” यह बयान ताहिर हुसैन को प्रत्याशी घोषित करने के बाद आया। ओवैसी ने आरोप लगाया कि प्रमुख पार्टियां, जैसे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, मुसलमानों को उनका प्रतिनिधित्व नहीं देतीं।

दिल्ली चुनाव 2025: AIMIM का मिशन और अन्य पार्टियों की तैयारी

दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने 70 में से 47 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। बीजेपी ने अभी अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।

दिल्ली चुनाव में AIMIM की स्थिति:

  • 2020 में AIMIM ने दिल्ली में कोई सीट नहीं जीती थी।
  • 2025 में विवादित चेहरों को मैदान में उतारकर नई रणनीति अपनाई है।

ओवैसी की अपील: मुसलमानों से किया समर्थन का आग्रह

असदुद्दीन ओवैसी ने अपने बयानों में मुसलमानों को एकजुट होकर AIMIM को समर्थन देने का आग्रह किया। उनका कहना है कि बीजेपी को रोकने के लिए मुसलमानों को ऐसी पार्टी को चुनना चाहिए, जो उनकी समस्याओं को प्राथमिकता दे। ओवैसी ने यह भी सवाल उठाया कि बीजेपी हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सत्ता कैसे बना पाई।

मुख्य मुद्दे:

  1. मुसलमानों की राजनीतिक स्थिति।
  2. AIMIM का लक्ष्य मुस्लिम समुदाय के लिए नेतृत्व तैयार करना।
  3. बीजेपी और अन्य पार्टियों की आलोचना।

शफाउर रहमान खान को टिकट देने के पीछे AIMIM की मंशा

AIMIM का यह कदम राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। पार्टी ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दे रही है, जो विवादित हैं और जिनका संबंध मुस्लिम समुदाय के प्रमुख मुद्दों से है। ओखला सीट पर शफाउर रहमान खान को उतारने का उद्देश्य मुस्लिम बहुल क्षेत्र में समर्थन जुटाना है।

AIMIM का तर्क:

  • मुस्लिम नेतृत्व को आगे लाना।
  • समुदाय के विवादित मुद्दों को प्रमुखता देना।

राजनीतिक विशेषज्ञों की राय

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि AIMIM की यह रणनीति जोखिम भरी हो सकती है। एक ओर पार्टी को मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में समर्थन मिल सकता है, वहीं दूसरी ओर अन्य समुदायों में नाराजगी पैदा हो सकती है।

विशेषज्ञों की राय:

  • यह रणनीति AIMIM के लिए फायदे और नुकसान दोनों ला सकती है।
  • ताहिर हुसैन और शफाउर रहमान जैसे विवादित चेहरों को टिकट देने से पार्टी की छवि पर प्रभाव पड़ सकता है।

 AIMIM की चुनौतीपूर्ण रणनीति

दिल्ली चुनाव 2025 में AIMIM ने विवादित उम्मीदवारों को उतारकर नई रणनीति अपनाई है। शफाउर रहमान खान, ताहिर हुसैन और शाहरुख पठान जैसे चेहरों को मैदान में उतारकर पार्टी मुस्लिम नेतृत्व को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, यह रणनीति कितना असर डालेगी, यह चुनाव परिणामों के बाद ही स्पष्ट होगा।

दिल्ली चुनाव में AIMIM की यह नई दिशा राजनीतिक पटल पर क्या बदलाव लाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा।

 

जानें अगली खबर के लिए जुड़े रहें और हमारे Website Sampurn Hindustan को फॉलो करें।

Related Articles

22,000FansLike
1,578FollowersFollow
160SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img

Latest Articles