दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: भाजपा की बागी रणनीति और केजरीवाल के खिलाफ बड़ी जंग
दिल्ली चुनाव 2025: भाजपा का बागियों पर दांव
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने अपनी नई रणनीति के तहत 29 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इनमें आप और कांग्रेस के बागी नेता भी शामिल हैं। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा है। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा अब तक नहीं की गई है। भाजपा ने “डबल इंजन सरकार” और बागियों की ताकत पर अपना चुनावी दांव खेला है।
क्या बदलेगी 11 साल पुरानी सत्ता?
भाजपा पिछले 11 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है। इस बार पार्टी ने नई रणनीति के साथ चौथे प्रयास में चुनावी मैदान में कदम रखा है। सवाल यह है कि क्या भाजपा 2025 में दिल्ली का भाग्य बदल पाएगी? इस बार की रणनीति बागियों को मौका देकर “आप” और कांग्रेस को कमजोर करना है।
भाजपा की उम्मीदवार सूची और नई रणनीति
भाजपा ने जिन 29 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें से एक दर्जन सीटों पर पार्टी का पलड़ा भारी दिख रहा है। पार्टी ने “डबल इंजन सरकार” के विकास एजेंडे को जनता के सामने रखा है। मनीष सिसोदिया की पारंपरिक पटपड़गंज सीट पर भाजपा ने रवींद्र सिंह नेगी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने अनिल चौधरी और आप ने अवध ओझा को मैदान में उतारा है।
बागियों की भूमिका चुनाव में महत्वपूर्ण
दिल्ली चुनाव 2025 में भाजपा ने आप और कांग्रेस के बागियों पर भरोसा जताया है। आप के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत बिजवासन से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, छतरपुर से करतार सिंह तंवर और राजकुमार आनंद जैसे नेता भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता अरविंदर सिंह लवली और राजकुमार चौहान जैसे दिग्गज भी भाजपा का हिस्सा बन चुके हैं।
क्या केजरीवाल के खिलाफ मजबूत होगी भाजपा?
भाजपा ने इस बार अपने चुनाव अभियान में दिल्ली के विकास को प्राथमिकता दी है। पार्टी का मानना है कि “डबल इंजन सरकार” दिल्ली को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। हालांकि, मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित न करना पार्टी की रणनीति का हिस्सा है या कमजोरी, यह बड़ा सवाल बना हुआ है।
दो मुख्यमंत्रियों के बेटे मैदान में
इस बार का चुनाव और भी रोचक होने वाला है क्योंकि दो मुख्यमंत्रियों के बेटे भी चुनाव लड़ रहे हैं। प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और संदीप दीक्षित के साथ-साथ मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना भी अपनी सीट से चुनाव लड़ रही हैं। मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज छोड़कर जंगपुरा से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है।
जनता की उम्मीदें और भाजपा की रणनीति
दिल्ली चुनाव 2025 में भाजपा जनता के बीच “आप” सरकार की नीतियों और उनके नकारात्मक प्रभावों को उजागर कर रही है। पार्टी का कहना है कि “डबल इंजन सरकार” दिल्ली के विकास को तेज गति देगी। भाजपा की इस बार की रणनीति बागियों और अनुभवशील नेताओं को प्रमुखता देना है।
भाजपा की चुनावी चुनौती
चुनाव के नतीजे क्रिकेट मैच की तरह अनिश्चित हो सकते हैं। भाजपा के लिए यह चुनाव आसान नहीं है, लेकिन पार्टी की मेहनत और नई रणनीति उसे मजबूत स्थिति में ला सकती है। जनता के लिए इस बार का चुनाव महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह तय करेगा कि दिल्ली की सत्ता में बदलाव होगा या नहीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की नई रणनीति और बागियों पर दांव से चुनावी माहौल रोचक हो गया है। जनता की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या भाजपा 11 साल पुरानी सत्ता बदलने में कामयाब होगी। यह चुनाव भाजपा और “आप” के बीच सत्ता की सबसे बड़ी जंग साबित हो सकता है।
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