नई दिल्ली। दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस की नाक के नीचे Sticker माफिया का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। कमर्शियल वाहनों पर विशेष स्टीकर लगाकर ये माफिया नो-एंट्री जोन में बेधड़क घूम रहे हैं और खुलेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी इस अवैध उगाही से अंजान नहीं हैं, बल्कि हल्के-फुल्के चालान कर अपनी जिम्मेदारी निभाने का दिखावा कर रहे हैं।
Sticker के नाम पर करोड़ों की उगाही, पुलिस को नहीं कोई डर
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा के नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस शहर में नियमों का पालन कराने की बात करती है, लेकिन असलियत कुछ और ही है। विभिन्न इलाकों में ये Sticker Mafia सक्रिय हैं और ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर अपने वाहनों को नो-एंट्री ज़ोन में चलाने की छूट हासिल कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इन माफियाओं के कुछ खास कोड वर्ड हैं, जैसे:
✔ जीशान का Happy New Year 2025
✔ जय भगवान MTC
✔ रिंकू का RTS01
✔ शकील का मेरा भारत महान
✔ गगनदीप का Golden Aero Logistics
✔ RV अफरान
ये नाम केवल दिखावे के लिए नहीं हैं, बल्कि इनका गहरा नेटवर्क है जो ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग तक फैला हुआ है। दिल्ली के नई दिल्ली, द्वारका, मॉडल टाउन, अशोक विहार, नरेला, बदरपुर, कमला मार्केट, सदर बाजार जैसे प्रमुख इलाकों में इनका कब्जा है।
नो-एंट्री में बेरोकटोक दौड़ रहे Sticker वाले वाहन
दिल्ली में नो-एंट्री नियमों के बावजूद ये Sticker लगे कमर्शियल वाहन आसानी से आवाजाही कर रहे हैं। बुराड़ी, मॉडल टाउन, नरेला, द्वारका, बदरपुर, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में इनकी मौजूदगी जाम का कारण बन रही है।
ट्रैफिक पुलिस केवल दिखावे के लिए कुछ छोटे-मोटे Sticker चालान कर अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन असली गुनहगारों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। इन माफियाओं का कहना है कि “अगर कोई पुलिस अफसर हमारा चालान करेगा तो खुद चालान की रकम भी देगा!”
हर महीने बदले जा रहे कोड नेम, माफिया से ट्रैफिक पुलिस बेखबर?
हमारी शिकायत के बाद इन माफियाओं ने अपने मार्क बदल लिए हैं। जानकारी के अनुसार, ये लोग हर महीने अपने Sticker कोड वर्ड बदल देते हैं ताकि किसी को उन पर शक न हो। ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा लगातार फल-फूल रहा है।
Sticker माफिया का नया हथकंडा – चाबी का छल्ला
अब ये माफिया एक नया तरीका अपना रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, अगर ट्रैफिक पुलिस का कोई अधिकारी किसी वाहन को रोकता है, तो ड्राइवर तुरंत चाबी का छल्ला या कोई अन्य गुप्त निशानी दिखा देता है, जिससे पुलिस अधिकारी बिना चालान किए ही उन्हें जाने देता है।
अगली खबर में होगा बड़ा खुलासा!
दिल्ली में Sticker के नाम पर अवैध उगाही का यह खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन अब समय आ गया है कि इसे उजागर किया जाए। अगली रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि इस रैकेट के पीछे कौन-कौन बड़े चेहरे हैं और कैसे यह करोड़ों का कारोबार फल-फूल रहा है।
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