देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार बने मुख्यमंत्री, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने ली डिप्टी सीएम पद की शपथ
महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन: देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बने
महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बाद देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने उन्हें शपथ दिलाई। साथ ही, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस नई सरकार के गठन से महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव हुआ है।
देवेंद्र फडणवीस: तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की कहानी
देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री पद पर यह तीसरा कार्यकाल है। उन्होंने पहली बार 2014 में मुख्यमंत्री का पद संभाला था और पूरे 5 साल सरकार चलाई। 2019 में, वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन उनकी सरकार केवल तीन दिन ही टिक सकी। इस बार, महायुति गठबंधन ने उन्हें सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में चुना।
एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद संभाला
पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अनुभवी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। यह अजित पवार का छठवां उपमुख्यमंत्री कार्यकाल है, जो उन्हें महाराष्ट्र की राजनीति में एक मजबूत नेता बनाता है।
शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए बड़े नेता
मुंबई के आजाद मैदान में हुए इस शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई प्रमुख नेता शामिल हुए। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और अन्य राज्यों के सीएम भी समारोह में मौजूद थे।
फिल्म और उद्योग जगत की हस्तियां भी रहीं मौजूद
शपथ ग्रहण में उद्योगपति मुकेश अंबानी, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, और बॉलीवुड सितारे शाहरुख खान, सलमान खान, माधुरी दीक्षित जैसे कई दिग्गज भी शामिल हुए।
महायुति गठबंधन की बड़ी जीत
महायुति गठबंधन को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में 230 सीटों पर शानदार जीत मिली थी। गठबंधन में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं।
महायुति के समर्थन से सरकार का गठन
4 दिसंबर को, महायुति गठबंधन के नेताओं ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसमें देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने अपनी-अपनी पार्टियों का समर्थन पत्र सौंपा।
देवेंद्र फडणवीस का नेतृत्व: महाराष्ट्र की राजनीति में नई दिशा
देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद, महायुति ने उनके नेतृत्व में सरकार बनाने का निर्णय लिया। यह निर्णय महाराष्ट्र की राजनीति में स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया।
शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे की भूमिका
हालांकि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम पद को लेकर असमंजस में थे, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने शपथ लेने का निर्णय लिया। उनकी भूमिका अब गठबंधन सरकार में अहम होगी।
अजित पवार: छठवीं बार डिप्टी सीएम बने
अजित पवार ने छठवीं बार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। वह इससे पहले भी कई बार इस पद पर रह चुके हैं और अपनी राजनीतिक सूझबूझ के लिए जाने जाते हैं।
शपथग्रहण में विपक्ष की गैरमौजूदगी
शपथग्रहण समारोह में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, और राज ठाकरे जैसे विपक्षी नेता शामिल नहीं हुए। यह गैरमौजूदगी राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनी।
महाराष्ट्र की नई सरकार से उम्मीदें
महाराष्ट्र की जनता को नई महायुति सरकार से विकास और स्थिरता की उम्मीद है। देवेंद्र फडणवीस का अनुभव, एकनाथ शिंदे की जमीनी पकड़, और अजित पवार की प्रशासनिक क्षमता इस सरकार को मजबूत बनाएगी।
महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में वापसी और एकनाथ शिंदे व अजित पवार के डिप्टी सीएम बनने से राज्य की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हुआ है। महायुति गठबंधन की यह सरकार प्रदेश में विकास और स्थिरता लाने की दिशा में काम करेगी।
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