सचिन मलिक। प्रयागराज महाकुम्भ धार्मिक आस्था और अध्यात्म के साथ साथ लाखों लोगों की जीविका और कारोबार का बड़ा मंच साबित हुआ है। ऑटो चलाने वाले, खाने-पीने की दुकान लगाने वालों से लेकर नाव चलाने वाले लाखों लोगों की जिंदगी इस महा कुम्भ ने बदल दी। ऐसे ही एक नाविक परिवार की सक्सेस स्टोरी का जिक्र यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र में किया है जो प्रयागराज का रहने वाला है।
प्रयागराज महाकुंभ के 45 दिनों में कई उपलब्धियां सामने आईं, लेकिन सीएम योगी ने मंगलवार को विधानसभा में जिस नाविक परिवार की सफलता का जिक्र किया, उसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। यह नाविक परिवार है पिंटू महरा का, जो प्रयागराज के अरैल इलाके का रहने वाला है।
महाकुंभ से पहले 70 नई नावें खरीदी, जबकि उसके परिवार के पास पहले से 60 नावें थीं। इस फैसले ने उनके परिवार की किस्मत बदल दी। महाकुंभ के 45 दिनों में पिंटू और उनके परिवार ने 30 करोड़ की कमाई की।
पिंटू ने 2019 के कुम्भ में भी नाव चलाने का अनुभव लिया था, जिससे उसे इस बार बड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ आने का अनुमान था। इसके चलते उसने 130 नावें महाकुंभ में उतारीं, और यह कदम उनके पूरे परिवार का जीवन संवारने में सहायक साबित हुआ।
उसके परिवार का कहना है कि योगी और मोदी जी के प्रयास से आयोजित हुए इस दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुम्भ ने उनकी ही नहीं, बल्कि हजारों नाव चलाने वाले परिवारों की जिंदगी बदल दी। पिंटू महरा बताते हैं कि उन्हें ही नहीं, बल्कि आसपास के हजारों नाविकों की जिंदगी इस महा कुम्भ ने बदल दी। जिन्होंने भी कर्ज लेकर नावे खरीदी वो सब अब लखपति बनकर घूम रहे हैं। पिंटू की मां शुक्लावती देवी की आँखें यह बताते हुए नम हो जाती है कि उनके पति की मौत के बाद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पूरा परिवार परेशान था। ऐसे में महा कुम्भ हमारे लिए संकट मोचक बनकर आया। योगी जी ने जिस तरह से इस महाकुम्भ का आयोजन कराया उससे इतनी अधिक संख्या में लोग त्रिवेणी में डुबकी लगाने आए और उसी से हमारी कमाई हुई।