शायद ही कोई बच्चा होगा जिसे आईआईटी से पढ़ने का शौक ना होगा। जी हां.. ऐसे कई बच्चे होते हैं जो आईआईटी से पढ़ने का सपना देखते हैं और अपने मनपसंद पद को संभालने का सपना देखते हैं लेकिन आईआईटी में एडमिशन लेना इतना आसान कहां है? यहां तक पहुंचाने के लिए बच्चों को की जान से मेहनत करनी पड़ती है। इसके साथ ही उसको JEE एडवांस्ड परीक्षा भी क्लियर करनी होती है तब कहीं जाकर वहां आईआईटी में कदम रख पाता है।
लेकिन आज हम बात करेंगे उन बच्चों के बारे में जिन्हें आईआईटी में दाखिला लेने के लिए सिर्फ JEE एडवांस्ड ही नहीं बल्कि खास टैलेंट की जरूरत होती है और उसके माध्यम से वे बिना JEE एडवांस्ड की परीक्षा पास किए ही आईआईटी में पहुंच सकता है। जी हां..जो बच्चे आईआईटी से पढ़ना चाहते हैं उनके लिए ये बहुत ही काम की खबर है। लेकिन इसके लिए आपके बच्चे या आप में इस तरह का कोई खास टैलेंट होना चाहिए। तो चलिए जानते हैं आखिर किन बच्चों को IIT में पढ़ने का मौका मिल सकता है?
किन बच्चों को मिलेगा मौका?
दरअसल, आईआईटी में उन बच्चों को मौका मिल सकता है जो ओलंपियाड, खेल के मैदान में या फिर कला के क्षेत्र में पहले ही कमाल कर चुके हैं। यह बच्चे बिना JEE एडवांस्ड एग्जाम दिए ही ITT से पढ़ाई कर सकते हैं। साल 2025 -26 के लिए आईआईटी ने स्नातक प्रवेश में बड़े बदलाव किए हैं। इनमें से एक अब यह भी है कि वह बच्चे फाइन, आर्ट्स, साइंस ओलंपियाड और खेल में मास्टर है उन्हें अब JEE एडवांस्ड के जरिए नहीं बल्कि अपने प्रतिस्पर्धाओं में कमाल दिखाने के बाद ही वे इसमें एडमिशन ले सकते हैं। इसमें एडमिशन लेने के लिए छात्र को स्पेशल एडमिशन चैनल का सहारा लेना पड़ता है और इसके माध्यम से उसे आईआईटी में दाखिला मिल सकता है। हालांकि यहां प्रवेश प्रक्रिया IIT द्वारा निर्धारित नियमों और शर्तों के अनुसार ही रहने वाली है।
तीन अलग-अलग एडमिशन चैनल किए लॉन्च
बता दे यह शानदार काम और पहला कदम आईआईटी मद्रास ने उठाया है। उन्होंने तीन अलग-अलग एडमिशन चैनल लॉन्च किए हैं जिसके माध्यम से बच्चे बिना JEE एडवांस्ड परीक्षा में बैठे आईआईटी में एडमिशन ले सकते हैं। कई भारतीय औद्योगिक संस्थानों आईआईटी ने ओलंपियाड उपलब्धियां, खेल उत्कृष्ट और ललित कला और संस्कृति में समर्पित चैनलों के माध्यम से शैक्षणिक वर्ष 2025 26 के लिए स्नातक में प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जो बच्चे इन प्रतिस्पर्धा में आगे हैं वह आसानी से अपना एडमिशन ले सकते हैं।
किन बच्चों को मिलेगा फायदा?
बता दें, जिन बच्चों ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ओलंपियाड में मेडल जीता हो उन बच्चों के लिए यह फायदेमंद होगा। इसके अलावा खेलों में राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी भी इसमें शामिल है। वही नृत्य, नाटक, संगीत या फिर अन्य कलाकारों में उत्कृष्ट प्राप्त करने वाले बच्चे भी इसमें शामिल होंगे। इन बच्चों को आसानी से आईआईटी मद्रास में एडमिशन मिल सकता है। दिलचस्प बात यह है कि इसके जरिए छात्र आईआईटी इंदौर को भी अपनी प्राथमिकता चुन सकते हैं। बता दे इन तीनों चैनल के लिए आवेदन आईआईटी मद्रास की अंडरग्रैजुएट ऐडमिशन वेबसाइट से ही किया जा सकता है।
किन संस्थानों में मिलेगा प्रवेश?
अब जानते हैं आखिर किन संस्थानों में बच्चों को मिलने वाला है प्रवेश? दरअसल आईआईटी कानपुर ओलंपियाड चैनल के माध्यम से छात्रों को प्रवेश देगा। जी हां..वह आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से पोर्टल तक पहुंचाने की सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा आईआईटी गांधीनगर ने भी ओलंपियाड के माध्यम से प्रवेश की घोषणा की है। आप इसके दिशा निर्देश इसकी वेबसाइट पर जाकर पढ़ सकते हैं।
इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे का भी नाम इसमें शामिल है। उन्होंने भी भारतीय राष्ट्रीय गणित की ओलंपियाड के माध्यम से अपने गणित कार्यक्रम में छात्रों को प्रवेश देने का फैसला किया है। वही आईआईटी मद्रास के साथ आईआईटी इंदौर भी इस चैनल में भाग लेगा। जी हां आईआईटी इंदौर के अकादमी की वेबसाइट पर इसकी सारी जानकारी मिल जाएगी लेकिन उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना है कि आईआईटी मद्रास द्वारा प्रबंध एक पोर्टल के माध्यम से ही आप इसका आवेदन कर सकते हैं।