दिव्यांगजनों , वृद्धजनों, महिलाओं एवं थर्ड जेंडर आदि को मतदान करने हेतु किया जाय प्रेरित।
गैस सिलेण्डर तथा सार्वजनिक परिवहन के वाहनों पर “चुनाव का पर्व, देश का गर्व” स्टीकर के माध्यम से मतदाता जागरूकता का प्रचार-प्रसार कराया जाय।
Sachin Chaudhary Lucknow भारत निर्वाचन आयोग की टीम द्वारा प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 40 जनपदों के स्वीप नोडल अधिकारियों के साथ आगामी लोक सभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत समीक्षा बैठक की गयी। आयोग की टीम द्वारा उत्तर प्रदेश मे भ्रमण के दूसरे दिन 25 जनपदों के स्वीप कार्यों की जानकारी ली गयी। भारत निर्वाचन आयोग के संतोष कुमार, सचिव, आर0के0 सिंह, सीनियर कन्सलटेंट स्वीप तथा रजनी उपाध्याय, कम्यूनिकेशन कन्सलटेन्ट स्वीप के द्वारा स्वीप नोडल अधिकारियों को अपने जनपदों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों के लिए विशेष योजना तैयार की जाय, जिससे वहां मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय औसत के बराबर हो सके। इसके अलावा टारगेट ग्रुपों जैसे दिव्यांगजनों, वृद्धजनों, महिलाओं एवं थर्ड जेंडर आदि पर विशेष ध्यान दिया जाय तथा उन्हें मतदान करने हेतु प्रेरित किया जाय। इसके साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को आकाशवाणी में 23 भाषाओं में प्रसारित हो रहे मतदाता जंक्शन कार्यक्रम तथा काॅमिक बुक ‘‘चाचा चैधरी और चुनावी दंगल’’ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। आयोग के टीम ने माइग्रेशन के कारण बाहर जाने वाले मतदाताओं को मतदान के लिये वापस बुलाने का अभियान चलाने का निर्देश दिया, इसके लिए बल्क एसएमएस का भी प्रयोग किया जाय। गैस सिलेण्डर तथा सार्वजनिक परिवहन के वाहनों पर स्टीकर के माध्यम से मतदाता जागरूकता का प्रचार-प्रसार कराया जाय। प्रत्येक जनपद कम से कम एक यूनिक पोलिंग बूथ बनाये जाएं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने स्वीप नोडल अधिकारियों से कहा कि विशेष संक्षिप्त कार्यक्रम के तहत बने नये मतदाताओं को वोट देने हेतु प्रेरित किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपदों में नामित किये गये, आइकन के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को मतदान करने हेतु जागरूक किया जाय। इसके साथ ही भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाईट तथा वोटर हेल्पलाईन ऐप के माध्यम से आनलाईन नाम वोटर लिस्ट में चेक और संशोधित किया जा सकता है इसकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों को दी जाय। उन्होंने स्वीप नोडल अधिकारियों से कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कर मीडिया तथा सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से भी मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाय। जिन बूथों में वर्ष 2019 में मतदान प्रतिशत राज्य औसत 59.11 प्रतिशत से कम रहा है वहाँ टारगेटेड स्वीप गतिविधियाँ संचालित कर मतदान प्रतिशत बढ़ाया जाय। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन जारी होने वाले सार्वजनिक अवकाश का सभी सरकारी एवं निजी संस्थाओं में पूरी तरह से अनुपालन कराया जाय। इसके अलावा लोगो को यह जानकारी भी दी जाय कि यह सार्वजनिक अवकाश वोट देने हेतु दिया गया इसलिए मतदान केन्द्रों में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मतदाता सूची में अभी नाम जोड़े जाने, संशोधन एवं डिलीट करने की कार्यवाही जारी है। निर्वाचन की घोषणा होते ही नाम डिलीट करने की कार्यवाही रोक दी जाएगी किन्तु नामांकन के अंतिम दिन तक नाम जोड़ने की कार्यवाही की जा सकती है। अतः जो भी युवा अर्ह हैं और उनका नाम किन्हीं कारणवश मतदाता सूची में दर्ज नहीं हो सका है उनका फाॅर्म-6 भरवाकर पंजीकरण की कार्यवाही की जाय। भारत निर्वाचन आयोग की टीम द्वारा प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के 40 जनपदों के स्वीप नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। जिसमें प्रथम दिवस में 15 जनपदों तथा द्वितीय दिवस में 25 जनपदों के स्वीप नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में फतेहपुर, कौशाम्बी, आजमगढ़, बलिया, मऊ, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, सुल्तानपुर, अमेठी, बहराइच, बस्ती, संतकबीर नगर, खीरी, रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, वाराणसी, गाजीपुर, मिर्जापुर, बाराबंकी, गोरखपुर, देवरिया, चंदौली तथा भदोही जनपद के स्वीप नोडल अधिकारी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से जनपदों मे चल रही स्वीप गतिविधियों की जानकारी दी।बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी निधि श्रीवास्तव, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय पाठक, विशेष कार्याधिकारी आलोक कुमार एवं संजय सिंह तथा सांख्यकीय अधिकारी टी.पी. गुप्ता उपस्थित रहें।