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Wednesday, March 26, 2025

जय शाह ने आईसीसी अध्यक्ष पद संभाला: जानिए उनकी यात्रा और भविष्य की प्राथमिकताएं

जय शाह, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव के रूप में प्रशंसा अर्जित करने के बाद, अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष बने हैं। अगस्त 2024 में निर्विरोध चुने गए जय शाह आईसीसी के सबसे युवा अध्यक्ष हैं। उन्होंने ग्रेग बार्कले का स्थान लिया और अपने कार्यकाल की शुरुआत लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल कराने और महिला क्रिकेट के विकास को प्राथमिकता देने से की है।

जय शाह ने आईसीसी अध्यक्ष पद संभाला
जय शाह ने आईसीसी अध्यक्ष पद संभाला

जय शाह का आईसीसी अध्यक्ष बनना: एक ऐतिहासिक कदम

जय शाह का आईसीसी अध्यक्ष बनना भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का विषय है। वह इस वैश्विक संस्था का नेतृत्व करने वाले पांचवें भारतीय हैं। इससे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, शशांक मनोहर और एन श्रीनिवासन जैसे दिग्गज आईसीसी के अध्यक्ष पद पर आसीन रह चुके हैं।

अगस्त में निर्विरोध चुने गए थे अध्यक्ष

अगस्त 2024 में, जय शाह को निर्विरोध आईसीसी अध्यक्ष चुना गया। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभालने वाले वह सबसे युवा व्यक्ति हैं। आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद उनके पहले वक्तव्य में उन्होंने लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने और महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई।

ग्रेग बार्कले का स्थान लिया

जय शाह ने ग्रेग बार्कले का स्थान लिया, जो नवंबर 2020 से इस पद पर थे। शाह ने उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं ग्रेग बार्कले को उनके नेतृत्व और आईसीसी के लिए उनकी उपलब्धियों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”

 

बीसीसीआई में जय शाह की भूमिका

जय शाह पिछले पांच वर्षों से बीसीसीआई के सचिव पद पर कार्यरत थे। उनके नेतृत्व में बीसीसीआई ने कई बड़े फैसले किए, जिनमें 2022 में आईपीएल मीडिया अधिकारों की रिकॉर्ड बिक्री भी शामिल है। 48390 करोड़ रुपये की इस डील ने आईपीएल को दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान स्पोर्टिंग लीग बना दिया।

बीसीसीआई सचिव के रूप में सफल कार्यकाल

2019 में बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बनने के बाद, जय शाह ने सौरव गांगुली और बाद में रोजर बिन्नी के साथ काम किया। बीसीसीआई में उनके कार्यकाल ने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

क्रिकेट प्रशासक बनने का सफर

जय शाह का क्रिकेट प्रशासक बनने का सफर 2009 में शुरू हुआ। उन्होंने अहमदाबाद के सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के सदस्य के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद 2013 में वह गुजरात क्रिकेट संघ (जीसीए) के संयुक्त सचिव बने।

गुजरात क्रिकेट संघ में अनुभव

जीसीए में, उन्होंने अपने पिता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ काम किया। उनका कुशल नेतृत्व बीसीसीआई में उनके प्रवेश का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक बना।

एसीसी अध्यक्ष के रूप में दो बार चुने गए

जय शाह
जय शाह

जय शाह ने न केवल बीसीसीआई बल्कि एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) में भी अपनी छाप छोड़ी। जनवरी 2021 में वह एसीसी अध्यक्ष बने और जनवरी 2024 में उन्हें फिर से यह जिम्मेदारी सौंपी गई।

महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं

शाह ने राष्ट्रमंडल खेलों में क्रिकेट को शामिल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने आईसीसी की शक्तिशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई।

लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट

जय शाह ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल कराने की प्राथमिकता दी। उनका मानना है कि इससे क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और लोकप्रियता मिलेगी।

महिला क्रिकेट का विकास

शाह ने महिला क्रिकेट के विकास को भी प्राथमिकता दी है। उनके अनुसार, महिला खिलाड़ियों को समान अवसर और संसाधन प्रदान करना खेल के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

आईसीसी अध्यक्ष बनने की चुनौतियां

जय शाह का कार्यकाल चुनौतियों के साथ शुरू होगा। आईसीसी को पाकिस्तान में निर्धारित चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल लागू करने के लिए समाधान ढूंढना होगा। इसके अलावा, वैश्विक क्रिकेट कैलेंडर को संतुलित रखना भी एक बड़ी जिम्मेदारी होगी।

भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंध

पाकिस्तान और भारत के बीच क्रिकेट संबंधों को सुधारना शाह के कार्यकाल का एक महत्वपूर्ण पहलू होगा। चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में इस संबंध की भूमिका अहम होगी।

आईसीसी अध्यक्ष
आईसीसी अध्यक्ष

आईसीसी अध्यक्ष पद पर जय शाह की प्राथमिकताएं

  1. क्रिकेट का ओलंपिक में प्रवेश: लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल कराना।
  2. महिला क्रिकेट का विकास: महिला क्रिकेट को मुख्यधारा में लाना और इसे अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना।
  3. वैश्विक क्रिकेट के लिए नए अवसर: क्रिकेट को नई जगहों पर ले जाना और इसे और लोकप्रिय बनाना।

जय शाह का आईसीसी अध्यक्ष बनना भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। उनका युवा नेतृत्व, व्यापक अनुभव और नई दृष्टि न केवल भारतीय बल्कि वैश्विक क्रिकेट को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगा। आईसीसी अध्यक्ष के रूप में उनकी प्राथमिकताएं, जैसे क्रिकेट का ओलंपिक में प्रवेश और महिला क्रिकेट का विकास, खेल के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होंगी।

 

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