यूपी ट्रैवल मार्ट के छठे संस्करण का आयोजन 25 से 29 अप्रैल तक गोरखपुर में होगा
यूपी ट्रैवल मार्ट जैसे प्रयास से यूपी विदेशी (इनबाउंड) पर्यटकों के आगमन में बनेगा नंबर-1 राज्य-जयवीर सिंह
Sachin Chaudhary UP। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के तत्वाधान में यूपी ट्रैवल मार्ट (यूपीटीएम) के छठे संस्करण का आयोजन 25 से 29 अप्रैल 2024 तक गोरखपुर में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन के कर्टन रेजर कार्यक्रम में आज पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश विदेशी (इनबाउंड) पर्यटकों के आगमन में अग्रणी राज्य बनने की दिशा में अग्रसर है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में 32 करोड़ पर्यटक भ्रमण पर आए थे जबकि दिसंबर 2023 तक लगभग 38 करोड़ पर्यटकों के आगमन के साथ उत्तर प्रदेश आज देश में घरेलू पर्यटकों के मामले में प्रथम स्थान पर है। लेकिन विदेशी पर्यटकों में हम पांचवे स्थान पर है। लेकिन अच्छी कनेक्टिविटी और बेहतर कानून व्यवस्था और पर्यटन सुविधाओं के सतत विकास के चलते हम जल्द ही अंतराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन में नंबर एक राज्य बनने की दिशा में बढ़ रहे है। जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के एक राज्य एक उत्पाद (ओडीओपी) की तर्ज पर प्रदेश में एक विधान सभा एक पर्यटन स्थल को चिन्हित कर विकसित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में अग्रणी एयरलाइन्स कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। मंत्री ने उनसे आग्रह किया कि वो नवविकसित एयरपोर्ट पर भी उड़ानों की संख्या में व्रद्धि करे जिससे प्रधानमंत्री के प्रत्येक व्यक्ति को हवाई यात्रा कराने के सपने को साकार किया जा सके। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने कहा कि प्रदेश में कनेक्टिविटी और यात्री सुविधाओं में बहुत तेजी से विकास हुआ। उन्होने कहा कि ट्रैवल मार्ट जैसे कार्यक्रमों का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देना इसकी विविध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक आकर्षणों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करना है। फिक्की और यूपी पर्यटन उप-समिति के अध्यक्ष प्रतीक हीरा ने यूपी ट्रैवल मार्ट में प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में वाराणसी टूरिज्म गिल्ड के पूर्व अध्यक्ष राशिद खान, आगरा टूरिज्म गिल्ड के अध्यक्ष राजीव सक्सेना और उत्तर प्रदेश पर्यटन के निदेशक प्रखर मिश्रा भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में यूपी पर्यटन विभाग, आतिथ्य उद्योग, एयरलाइन इंडस्ट्री के साथ पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारक और मीडिया कर्मियों और गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।