उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रेलवे स्टेशन पर चल रहे सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ। निर्माणाधीन लेंटर गिरने से 23 मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया, जबकि कई मजदूर अब भी दबे होने की आशंका है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और सरकार को झकझोर कर रख दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे का तुरंत संज्ञान लिया और राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

सौंदर्यीकरण के दौरान लेंटर गिरने से हुआ हादसा
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा था। इसी दौरान स्टेशन की दूसरी मंजिल पर निर्माणाधीन लेंटर अचानक गिर गया। हादसे के समय वहां कई मजदूर काम कर रहे थे। तेज आवाज के साथ लेंटर गिरते ही अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से 23 मजदूरों को तुरंत मलबे से बाहर निकाला गया।
मलबे में फंसे मजदूरों की तलाश जारी
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, मलबे में अब भी कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस टीम लगातार मलबा हटाने में जुटी हुई हैं। हादसे के कारणों की जांच भी शुरू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाएं। सीएम योगी ने घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
राहत और बचाव कार्य में प्रशासन सक्रिय
घटना के बाद से स्थानीय प्रशासन, पुलिस और राहत दल घटनास्थल पर मौजूद हैं। बचाव दल ने अब तक 23 मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला है। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। राहत कार्य को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने मलबे में दबे अन्य मजदूरों को जल्द से जल्द निकालने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
लेंटर गिरने के संभावित कारण
अभी तक हादसे के कारणों का स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि निम्न कारण इस घटना के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं:
- निर्माण सामग्री की खराब गुणवत्ता: लेंटर के गिरने का एक संभावित कारण निर्माण सामग्री का खराब होना हो सकता है।
- निर्माण प्रक्रिया में लापरवाही: निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन न करना भी एक मुख्य कारण हो सकता है।
- डिजाइन में खामी: लेंटर के डिजाइन में किसी खामी के कारण भी यह हादसा हुआ हो सकता है।
हादसे की जांच के आदेश
प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि निर्माण कार्य में शामिल ठेकेदार और इंजीनियर से पूछताछ की जाएगी। हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घायलों का इलाज और स्थिति

मलबे से निकाले गए सभी 23 मजदूरों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ मजदूरों की हालत गंभीर है, जबकि बाकी का इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों को सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मलबे में फंसे लोगों के परिजनों की चिंताएं
घटना के बाद से मलबे में फंसे मजदूरों के परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। उनकी चिंताएं और बेचैनी साफ झलक रही है। प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया है कि राहत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर सौंदर्यीकरण कार्य
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर सौंदर्यीकरण का काम चल रहा था, जिसमें नई छत और दूसरी मंजिल का निर्माण शामिल था। रेलवे विभाग ने स्टेशन को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने का लक्ष्य रखा था। हादसे के कारण यह प्रोजेक्ट अब बाधित हो गया है।
सौंदर्यीकरण कार्य में सुरक्षा की अनदेखी?
इस घटना ने सौंदर्यीकरण कार्य में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन न करना मजदूरों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
हादसे का स्थानीय लोगों पर असर
इस हादसे ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोग इस हादसे से गुस्से और दुख में हैं। उनका कहना है कि अगर समय पर सुरक्षा के उपाय किए गए होते, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
घटना के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किया। पुलिस और राहत कर्मियों ने मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए पूरी ताकत लगा दी। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया कि घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए।
भविष्य के लिए सबक
इस हादसे से यह साफ हो गया है कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है। निम्नलिखित उपाय भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने में सहायक हो सकते हैं:
- सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन: निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।
- गुणवत्ता की जांच: निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच नियमित रूप से की जानी चाहिए।
- प्रशिक्षित कर्मचारी: निर्माण कार्य में प्रशिक्षित मजदूरों और इंजीनियरों को ही शामिल किया जाना चाहिए।
- निगरानी और निरीक्षण: परियोजना के हर चरण की निगरानी और निरीक्षण जरूरी है।

कन्नौज रेलवे स्टेशन पर लेंटर गिरने की इस घटना ने न केवल प्रशासन और ठेकेदारों की लापरवाही को उजागर किया है, बल्कि सुरक्षा मानकों के महत्व को भी रेखांकित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उठाए गए कदम और राहत कार्य में तेजी एक सकारात्मक संकेत हैं। हालांकि, भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त उपायों की आवश्यकता है।
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