महाकुंभ 2025 में फ्लाइट किराया आसमान पर, श्रद्धालु परेशान
महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी है, जहां अब तक 11 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। लेकिन श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा समस्या बढ़ते फ्लाइट किराए से हो रही है। महाकुंभ 2025 में फ्लाइट किराया इतना बढ़ गया है कि दिल्ली या मुंबई से प्रयागराज पहुंचने का खर्च विदेश यात्रा से भी अधिक हो गया है।
दिल्ली और मुंबई से प्रयागराज की फ्लाइट का किराया
महाकुंभ में शाही स्नान के खास दिनों पर फ्लाइट टिकट की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हैं। आम दिनों में दिल्ली से प्रयागराज आने-जाने का किराया 10-12 हजार रुपये होता है, लेकिन मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी जैसे दिनों में यह किराया 50,000 रुपये तक पहुंच चुका है। मुंबई से प्रयागराज का किराया 60,000 रुपये तक देखा गया है।
दिलचस्प बात यह है कि 3 फरवरी को दिल्ली से सिंगापुर की फ्लाइट का किराया केवल 24-25 हजार रुपये और लंदन की फ्लाइट का किराया 30-37 हजार रुपये है। ऐसे में श्रद्धालु महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने में असमर्थ हो रहे हैं।
DGCA ने फ्लाइट किराया घटाने की अपील की
महाकुंभ 2025 में फ्लाइट किराया में भारी वृद्धि को देखते हुए विमानन नियामक DGCA ने एयरलाइंस से किराए को तर्कसंगत बनाने की अपील की है। जनवरी महीने में डिमांड बढ़ने के कारण DGCA ने प्रयागराज के लिए 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी है। अब महाकुंभ के लिए देशभर से कुल 132 उड़ानों का संचालन हो रहा है।
हालांकि, बढ़ी हुई उड़ानों के बावजूद फ्लाइट टिकट की कीमतों में कमी नहीं आई है। DGCA ने एयरलाइन कंपनियों से किराया घटाने और यात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार करने की सिफारिश की है।
रेल का किराया सीमित, फ्लाइट ने बढ़ाई परेशानी
जहां भारतीय रेलवे ने महाकुंभ के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार कर किराए को सीमित रखा है, वहीं एयरलाइंस कंपनियां 200% से 700% तक किराए में वृद्धि कर रही हैं। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी सरकार से अपील की है कि एयरलाइंस को इस मनमानी पर रोक लगानी चाहिए।
महाकुंभ 2025 में फ्लाइट किराया कम करने की जरूरत
महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं की सुविधा सबसे पहले होनी चाहिए। महाकुंभ 2025 में फ्लाइट किराया को नियंत्रित करने के लिए DGCA और एयरलाइंस कंपनियों को ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के प्रयागराज पहुंच सकें।
जानें अगली खबर के लिए जुड़े रहें और हमारे Website Sampurn Hindustan को फॉलो करें।