महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई: लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त एक्शन

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का भव्य समापन हो चुका है, लेकिन आयोजन के दौरान हुई प्रशासनिक लापरवाही अब जांच के दायरे में आ गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन अधिकारियों पर कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं किया। इसी क्रम में एक चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, जिन पर शौचालयों की साइटिंग उपलब्ध न कराने का आरोप था।
महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई क्यों हो रही है?
महाकुंभ 2025 में 45 दिनों के भीतर लगभग 66 करोड़ श्रद्धालु संगम नगरी प्रयागराज पहुंचे। इतने बड़े स्तर पर होने वाले धार्मिक आयोजन के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई थीं, लेकिन कई जगहों पर अव्यवस्थाओं की शिकायतें सामने आईं। श्रद्धालुओं को शौचालयों की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे सरकार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा। अब जब आयोजन पूरा हो चुका है, तो सरकार महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई के तहत दोषी अधिकारियों पर सख्त कदम उठा रही है।
लापरवाही करने वालों पर एक्शन शुरू
महाकुंभ के दौरान आई अव्यवस्थाओं की शिकायतों के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन अधिकारियों की जवाबदेही तय करने का निर्णय लिया, जिन्होंने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने खुद इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेक्टर-6 में तैनात एक चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाईं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही दे चुके थे चेतावनी
महाकुंभ के दौरान ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की थी और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर विशेष रुचि दिखाई थी। बावजूद इसके, कई जगहों पर प्रशासनिक लापरवाही उजागर हुई, जिसके चलते अब महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई तेज कर दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने दी जानकारी
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 में पर्याप्त संख्या में शौचालयों की स्थापना हेतु साइटिंग उपलब्ध न कराने और कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण सेक्टर-6 में तैनात एक चिकित्साधिकारी को निलंबित किया गया है। इसके अलावा, संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के भी निर्देश दिए गए हैं।
महाकुंभ 2025 प्रशासनिक कार्रवाई से मिलेगी सख्त चेतावनी
सरकार के इस कड़े रुख से यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले समय में महाकुंभ 2025 जैसी ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजनों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई का मकसद उन अधिकारियों को कड़ा संदेश देना है जो अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रहते हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि इससे भविष्य में इस तरह की अव्यवस्थाएं दोबारा नहीं होंगी।
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