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महाकुंभ भगदड़ विवाद: हेमा मालिनी के बयान से बढ़ा राजनीतिक घमासान

प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ विवाद पर हेमा मालिनी का बयान

महाकुंभ भगदड़ विवाद
महाकुंभ भगदड़ विवाद

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ भगदड़ विवाद को लेकर बीजेपी सांसद हेमा मालिनी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह घटना उतनी बड़ी नहीं थी, जितना इसे दिखाया जा रहा है। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।

हेमा मालिनी ने क्या कहा?

हेमा मालिनी ने कहा,
“हम भी कुंभ गए थे और संगम में स्नान किया। यह घटना दुखद जरूर थी लेकिन इतनी बड़ी नहीं थी। प्रशासन ने स्थिति को संभाल लिया था। मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।”

महाकुंभ भगदड़ विवाद पर अखिलेश यादव का निशाना

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ भगदड़ विवाद को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों के सही आंकड़े तक नहीं दे पा रही है।

उन्होंने सवाल उठाया:

  • “डिजिटल कुंभ कराने वाले सरकार के पास मृतकों का डेटा क्यों नहीं?”
  • “मृतकों के परिजनों को मुआवजा क्यों नहीं दिया गया?”
  • “सरकार इस घटना को छिपाने की कोशिश क्यों कर रही है?”

महाकुंभ भगदड़ विवाद पर सियासी घमासान

हेमा मालिनी के बयान के बाद विपक्ष ने बीजेपी पर हमला बोल दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार केवल अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगी है, लेकिन जनता के सवालों का जवाब नहीं दे रही।

उन्होंने कहा कि
“सरकार का डबल इंजन मॉडल पूरी तरह से फेल हो गया है। क्योटो बनाने की बात करने वाले प्रयागराज में अब तक मेट्रो तक नहीं चला पाए हैं।”

क्या थी प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ की घटना?

महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच इस भगदड़ ने प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारी भीड़ के कारण स्थिति बिगड़ गई थी और कई लोगों की मौत हो गई। हालांकि, प्रशासन का दावा है कि स्थिति जल्द काबू में आ गई थी।

हेमा मालिनी के बयान पर जनता की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर हेमा मालिनी के बयान की जमकर आलोचना हो रही है। लोग कह रहे हैं कि इतने बड़े हादसे को हल्के में लेना ठीक नहीं है।

महाकुंभ भगदड़ विवाद अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। एक ओर जहां सरकार इसे ज्यादा तूल न देने की बात कर रही है, वहीं विपक्ष सरकार की जवाबदेही तय करने पर अड़ा हुआ है। अब देखना होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या कार्रवाई होती है।

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