भारत बन रहा है मेडिकल टूरिज्म का हब: सीएम योगी आदित्यनाथ
मेडिकल टूरिज्म में भारत का भविष्य उज्ज्वल: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत आने वाले समय में दुनिया का मेडिकल टूरिज्म हब बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि मेडिकल टूरिज्म अन्य प्रकार के पर्यटन से अधिक महत्वपूर्ण होगा। इस दिशा में अभी से व्यापक तैयारियां शुरू करनी होंगी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि साधना और परिश्रम से ही सफलता हासिल की जा सकती है। सरकार इस क्षेत्र में निवेश सुगमता के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता का इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करा रही है।
मेडिकल एजुकेशन को टेक्नोलॉजी से जोड़ने की आवश्यकता
सीएम योगी ने कहा कि मेडिकल एजुकेशन को टेक्नोलॉजी से जोड़ना समय की मांग है। यदि इसे नजरअंदाज किया गया, तो हम पीछे रह जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हर डॉक्टर को रिसर्चर बनने की आवश्यकता है। टेक्नोलॉजी और अनुभव के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सकता है। विद्यार्थियों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि करियर में सफलता के लिए शॉर्टकट अपनाने के बजाय ईमानदारी और समर्पण का मार्ग चुनें।
शिक्षा और स्वास्थ्य में भारत की मजबूत विरासत
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को भारत की गौरवशाली परंपराओं से अवगत कराते हुए कहा कि दुनिया को पहला विश्वविद्यालय भारत ने दिया। महर्षि सुश्रुत ने दुनिया की पहली सर्जरी की। आज भारत को मेडिकल टूरिज्म हब बनाने के लिए इन परंपराओं को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने की जिम्मेदारी हमारी है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने हमेशा दुनिया को ज्ञान, चिकित्सा और सांस्कृतिक समृद्धि दी है। इस धरोहर को आधुनिक समय में आगे बढ़ाने का अवसर युवाओं के हाथ में है।
मरीजों के साथ व्यवहार पर सीएम का जोर
सीएम योगी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक डॉक्टर का कर्तव्य केवल दवा देना नहीं है, बल्कि मरीजों की दुआ भी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धैर्य और तनावमुक्त जीवन से ही एक डॉक्टर अपने कार्य में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकता है। मरीजों के साथ सहानुभूति और बेहतर संवाद से उपचार प्रक्रिया अधिक प्रभावी हो सकती है।
मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार मेडिकल टूरिज्म हब बनाने के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवा रही है। देश के 140 करोड़ नागरिकों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना प्राथमिकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को करियर के साथ सेवा भाव से जुड़ने की प्रेरणा दी। सरकार ने मेडिकल शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं।
भारतीय चिकित्सा पद्धति का नया स्वरूप तैयार करने का आह्वान
सीएम योगी ने कहा कि आयुर्वेद, एलोपैथी, होम्योपैथी, यूनानी और योग जैसी चिकित्सा विधाओं को मिलाकर एक नई भारतीय चिकित्सा पद्धति का स्वरूप तैयार करना आज की आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से इसे गंभीरता से अपनाने की अपील की। यह नई पद्धति भारत को वैश्विक स्तर पर चिकित्सा में नई पहचान दिला सकती है।
चिकित्सालय का निरीक्षण और सुविधाओं की समीक्षा
कार्यक्रम के बाद सीएम योगी ने महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय स्थित चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपलब्ध इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं का जायजा लिया और मरीजों की बेहतरीन सेवा के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के शिक्षकों और प्रशासन से भी बातचीत की और यह सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों को सर्वोत्तम सुविधाएं मिलें।
भारत मेडिकल टूरिज्म हब बनने की दिशा में हो रहे इन प्रयासों से देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त होगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि विद्यार्थी इस दिशा में पूरी निष्ठा और परिश्रम के साथ योगदान देंगे।
इसके साथ ही, सीएम योगी ने यह भी कहा कि मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में भारत को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हर एक नागरिक का योगदान आवश्यक है, और यह यात्रा सभी के सामूहिक प्रयासों से ही सफल होगी।
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