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Tuesday, July 8, 2025
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रोहित शेट्टी ने लॉन्च किया ‘सिंघम अगेन’ का ट्रेलर, बना भारतीय सिनेमा का सबसे लंबा ट्रेलर

हिंदी सिनेमा में एक बार फिर से रोहित शेट्टी ने धमाल मचाने की तैयारी कर ली है। उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘सिंघम अगेन’ का ट्रेलर हाल ही में लॉन्च किया गया है और इसने दर्शकों के बीच एक नई हलचल मचा दी है। यह ट्रेलर न केवल दर्शकों के लिए एक एक्शन पैकेज है, बल्कि यह भारतीय सिनेमा का सबसे लंबा ट्रेलर भी बन गया है, जिसका रनटाइम 4 मिनट 58 सेकंड है।

रोहित शेट्टी

ट्रेलर की कहानी
‘सिंघम अगेन’ का ट्रेलर दर्शकों को एक जबरदस्त कहानी के साथ परिचित कराता है। इसमें अजय देवगन के किरदार, बाजीराव सिंघम, कलयुग के रावण के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए नजर आते हैं। इस बार रावण ने उनकी सीता, अवनी बाजीराव सिंघम का अपहरण कर लिया है, जिससे कहानी में एक नया मोड़ आता है। बाजीराव सिंघम, अपने साथियों के साथ, रावण की लंका पर चढ़ाई करने की तैयारी करते हैं। इस लड़ाई में उनकी सेना का भी महत्वपूर्ण योगदान है, जो राम की सेना की तरह दिखती है।
रोहित शेट्टी ने अपने निर्देशन में एक ऐसा ट्रेलर तैयार किया है जो न केवल एक्शन से भरा है, बल्कि इसमें ड्रामा और इमोशन का भी तड़का है।

स्टार कास्ट की वापसी
इस फिल्म में अजय देवगन के अलावा रणवीर सिंह और अक्षय कुमार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे। रणवीर सिंह संग्राम भालेराव (सिम्बा) के रूप में और अक्षय कुमार वीर सूर्यवंशी के किरदार में वापसी करेंगे। ये दोनों किरदार पहले की फिल्मों में दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किए गए थे।
इसके अलावा, टाइगर श्रॉफ एसीपी सत्य का किरदार निभाएंगे, जो कि फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। करीना कपूर अवनी बाजीराव सिंघम का किरदार निभाएंगी, जबकि दीपिका पादुकोण एक पुलिस ऑफिसर, शक्ति शेट्टी के रूप में नजर आएंगी। फिल्म में अर्जुन कपूर और जैकी श्रॉफ भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं, जिससे फिल्म की स्टार कास्ट और भी मजबूत हो जाती है।

एक्शन और दृश्य
रोहित शेट्टी की फिल्मों में एक्शन हमेशा प्रमुखता से रहा है और ‘सिंघम अगेन’ भी इससे अछूती नहीं है। ट्रेलर मंि बेहतरीन एक्शन सीक्वेंस और विजुअल इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। फिल्म की ग्राफिक्स और सिनेमैटोग्राफी इसे एक ब्लॉकबस्टर का दर्जा देने के लिए तैयार है।
रिलीज की तारीख और मुकाबला
‘सिंघम अगेन’ 1 नवंबर, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। यह फिल्म रोहित शेट्टी द्वारा बनाई गई कॉप यूनिवर्स की तीसरी किस्त है, और यह ‘सिंघम रिटर्न्स’ का सीक्वल है। इसके साथ ही, इस फिल्म का टकराव कार्तिक आर्यन की ‘भूल भुलैया’ से होगा, जो कि दर्शकों के लिए एक दिलचस्प मुकाबला साबित होगा।

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज
रिपोर्ट्स के अनुसार, थिएट्रिकल रिलीज के बाद, ‘सिंघम अगेन’ अमेजन प्राइम पर भी उपलब्ध होगी। यह दर्शकों के लिए एक और मौका होगा कि वे इस धमाकेदार फिल्म का आनंद घर पर भी ले सकें।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
ट्रेलर रिलीज के बाद से ही सोशल मीडिया पर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। फैंस इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, और ट्रेलर ने उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का वादा किया है। एक्शन, ड्रामा और रोमांच से भरी इस फिल्म के प्रति उत्साह बढ़ता ही जा रहा है।
‘सिंघम अगेन’ एक बार फिर से रोहित शेट्टी की निर्देशन कौशल का प्रमाण पेश करेगी। अजय देवगन और अन्य स्टार कास्ट के साथ, यह फिल्म भारतीय सिनेमा में एक नई ऊँचाई पर पहुंचने की उम्मीद रखती है। ट्रेलर की सफलता और दर्शकों की उत्सुकता इस बात का संकेत है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाका करने के लिए तैयार है।
अब बस 1 नवंबर का इंतजार है, जब ‘सिंघम अगेन’ सिनेमाघरों में दस्तक देगी और दर्शकों को एक बार फिर से अपने अद्भुत एक्शन और कहानी के साथ मोहित करेगी। क्या आप तैयार हैं इस सिनेमा के अनुभव के लिए?

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ग्राम चौपालों में 04 लाख 17 हजार से अधिक समस्याओं/प्रकरणों का किया गया निस्तारण।

उत्तर प्रदेश में समूहों के उत्पादों से सज रहे मां के दरबार।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल पर उनके नेतृत्व व निर्देशन में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित हो रहे समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों से त्योहारों में रौनक लाने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के इन परिवारों में आमदनी के जरिए खुशियां लाने का अनूठा प्रयास किया जा रहा है उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवरात्रि, दशहरा एवं दीपावली के पावन अवसर पर हजारों समूह की लाखों दीदियों द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। नवरात्रि के पावन पर्व पर माता की मूर्ति और चुनरी से लेकर के धूप, दीप, सिंदूर, रोली, दोना पत्तल, परिधान, अगरबत्ती, हवन सामग्री, प्रसाद आदि सामग्री भारी मात्रा में समूहों द्वारा ही बनाए जा रही हैं। विभिन्न जिलों में समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों के गिफ्ट हैपर भी तैयार किया जा रहे हैं। जिनसे ग्रामीण एवं शहरी बाजारों में एक नई तरह की रौनक आएगी।

समूह द्वारा तैयार किया जा रहे गिफ्ट हैपर लोगों को भेंट स्वरूप देने में जहां उपभोक्ताओं में उत्सुकता है। वहीं आम जनमानस में समूहों के उत्पादों की अधिक से अधिक बिक्री हेतु संदेश भी जायेगा।

उप-मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वंय सहायता समूहों की दीदियों को लखपति दीदी बनाने तथा उन्हें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार हर स्तर पर उन्हें प्रोत्साहन दे रही है। मिशन शक्ति व महिला सशक्तिकरण की दिशा में आजीविका मिशन के कार्य नि : सन्देह सराहनीय हैं। विकसित भारत बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प व विजन को मूर्तरूप देने में आधी आबादी की पूरी भूमिका व भागीदारी होगी।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक दीपा रंजन मिशन द्वारा बताया गया कि यह भी प्रयास किया जा रहा है कि समस्त जिलों के सभी धार्मिक स्थलों एवं मुख्य बाजारों में समूह की दुकानों के लिए उचित स्थान दिलाया जाए एवं विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों जैसे -अमेजॉन फ्लिपकार्ट आदि के माध्यम से भी समूह के उत्पादों की अधिक से अधिक संख्या में बिक्री कराई जाए। विभिन्न जनपदों में समूहों द्वारा गाय के गोबर से लक्ष्मी- गणेश की मूर्ति एवं दिये बनाए जा रहे हैं साथ ही साथ झालर बनाने का भी कार्य किया जा रहा है जिनकी मांग प्रत्येक वर्ष लगातार बढ़ती ही जा रही है।

ग्राम चौपालों में 04 लाख 17 हजार से अधिक समस्याओं/प्रकरणों का किया गया निस्तारण।


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्रामीणो की समस्यायों के निराकरण हेतु प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड की दो ग्राम पंचायतों में प्रत्येक शुक्रवार को ग्राम चौपाल ( गांव की समस्या -गांव में समाधान ) का आयोजन किया जा रहा है और बहुत बड़ी संख्या में लोगों की समस्यायों का निराकरण उनके गांव में ही हो रहा है। सरकार खुद चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है वहीं सोशल सेक्टर की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आ रही है। उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के अनुपालन में ठोस व प्रभावी रूपरेखा बनाकर चौपालों का आयोजन किया जा रहा है तथा चौपालों से पूर्व गांवों में सफाई पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है और चौपालों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है व्यक्तिगत समस्याओं‌ के अलावा सार्वजनिक समस्याओं का भी समाधान चौपालों में हो रहा है।उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्राम चौपालों का आयोजन विधिवत किया जाता रहा है।

ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश की 1486 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। जिनमें 4168 प्रकरणो का निस्तारण गांव पंचायतों में ही कर दिया गया। इन ग्राम चौपालों मे 3866 ब्लाक स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी तथा 6574 ग्राम स्तरीय कर्मचारी मौजूद रहे और इन चौपालों में 85 हजार से अधिक ग्रामीणों ने सहभागिता की। ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी ने बताया कि जनवरी 23 से अब तक 01 लाख 04 हजार से अधिक ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा चुका है। जिनमें 73 लाख 93 हजार से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे और 04 लाख 17 हजार से अधिक समस्याओं/प्रकरणों का निस्तारण किया गया।

“IND W vs NZ W: महिला टी20 वर्ल्ड कप में दुबई स्टेडियम की पिच रिपोर्ट”

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 की शुरुआत हो चुकी है, और टूर्नामेंट के दूसरे दिन भारतीय महिला टीम का सामना न्यूजीलैंड से दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होगा। यह मैच भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। पिछले टूर्नामेंट में, भारतीय टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले, 2020 में भारत फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया से हार गया था।

दुबई स्टेडियम की पिच रिपोर्ट

दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए अनुकूल होती है। यहां एक स्पोर्टिंग विकेट देखने को मिलता है। टी20 इंटरनेशनल मैचों में, पहले खेलने वाली टीम का औसत स्कोर 141 रन है, जबकि दूसरी पारी का औसत स्कोर 125 रन है। हालांकि, महिला टी20 में यहां अभी तक किसी बड़ी टीम का मुकाबला नहीं हुआ है। भारत और न्यूजीलैंड के मुकाबले से पहले, इसी मैदान पर साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच भिड़ंत होगी।

रात के मैच में रन चेज

दुबई में रात में होने वाले मैचों में रन चेज करना आसान होता है। ओस के प्रभाव के कारण, दूसरी पारी में गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इसलिए, टॉस जीतने वाली कप्तान आमतौर पर पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुनती हैं। दोनों टीमों में अच्छी स्पिनर मौजूद हैं, लेकिन ओस के कारण उन्हें टर्न मिलना मुश्किल हो सकता है।

टीमों की संभावित लाइन-अप

भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष, यस्तिका भाटिया (फिटनेस पर निर्भर), पूजा वस्त्रकार, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, डी हेमलता, आशा शोभना, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल (फिटनेस पर निर्भर), सजना सजीवन।

न्यूजीलैंड: सोफी डिवाइन (कप्तान), सूजी बेट्स, एडेन कार्सन, इज़ी गेज, मैडी ग्रीन, ब्रुक हॉलिडे, फ्रैन जोनास, लेघ कास्पेरेक, मेली केर, जेस केर, रोजमेरी मायर, मौली पेनफोल्ड, जॉर्जिया प्लिमर, हन्ना रोव और ली ताहुहु।

इस रोमांचक मुकाबले के लिए फैंस के बीच उत्साह बढ़ता जा रहा है, और सभी की नजरें भारत और न्यूजीलैंड की टीमों पर रहेंगी।

“World Teacher’s Day 2024: शिक्षकों के योगदान को मान्यता देने का एक विशेष अवसर”

हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाने वाला विश्व शिक्षक दिवस (World Teachers’ Day) शिक्षकों के प्रति सम्मान और उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने का एक अवसर है। यह दिन न केवल शिक्षकों के महत्व को उजागर करता है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में उनकी मेहनत और योगदान को भी सराहता है। आइए जानते हैं इस खास दिन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और इसकी पृष्ठभूमि।

विश्व शिक्षक दिवस
विश्व शिक्षक दिवस

विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास

विश्व शिक्षक दिवस की शुरुआत 5 अक्टूबर 1994 को हुई थी। इस दिन को मनाने का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और शिक्षकों की स्थिति को बेहतर बनाना था। इसे UNESCO (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) और अन्य संबंधित संगठनों द्वारा शुरू किया गया था। यह दिन शिक्षकों की भूमिका को मान्यता देने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करता है।


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5 अक्टूबर का महत्व

5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाने का एक विशेष कारण है। यह दिन उस समय को याद करता है जब 1966 में UNESCO और ILO (अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन) ने “शिक्षकों की स्थिति” पर एक बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में शिक्षकों के अधिकार, जिम्मेदारियाँ, और उनके लिए काम करने की परिस्थितियों पर चर्चा की गई थी। इस बैठक के परिणामस्वरूप, एक विशेष अनुशंसा जारी की गई थी, जो वैश्विक स्तर पर शिक्षकों की स्थिति को सुधारने की दिशा में एक कदम थी।

विश्व शिक्षक दिवस के उद्देश्य

शिक्षकों की भूमिका को मान्यता देना: इस दिन का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है। शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि छात्रों के चरित्र और सोचने की क्षमता को भी विकसित करते हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में सुधार: विश्व शिक्षक दिवस शिक्षकों की स्थितियों को सुधारने के लिए जागरूकता फैलाने का एक मंच है। यह शिक्षा के क्षेत्र में नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से बदलाव लाने की दिशा में एक कदम है।

शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा: इस दिन का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य शिक्षकों के अधिकारों और कल्याण को सुनिश्चित करना है। यह उन्हें बेहतर काम करने की स्थितियों और उचित वेतन के लिए समर्थन देने की दिशा में भी काम करता है।

शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका

शिक्षकों का समाज में एक विशेष स्थान है। वे केवल ज्ञान का प्रसार नहीं करते, बल्कि छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षकों का प्रभाव केवल कक्षा तक सीमित नहीं होता; वे जीवन कौशल, नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों को भी सिखाते हैं।

शिक्षा में सुधार

शिक्षकों की गुणवत्ता और उनकी प्रशिक्षण प्रक्रियाओं में सुधार से शिक्षा के स्तर में सुधार होता है। जब शिक्षकों को उचित प्रशिक्षण और संसाधन मिलते हैं, तो वे छात्रों के लिए अधिक प्रभावी बन जाते हैं। इसीलिए, विश्व शिक्षक दिवस पर इस पहलू पर भी ध्यान केंद्रित किया जाता है।

विश्व शिक्षक दिवस का समारोह
हर साल, विभिन्न देशों में विश्व शिक्षक दिवस को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। कुछ स्थानों पर स्कूलों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जबकि अन्य जगहों पर शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए समारोह आयोजित होते हैं। इस दिन, छात्र अपने शिक्षकों को धन्यवाद देते हैं, उन्हें उपहार देते हैं, और उनके योगदान को सराहते हैं।

थीम और संदेश
विश्व शिक्षक दिवस के हर साल एक विशेष थीम होती है। यह थीम शिक्षा में वर्तमान मुद्दों और चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित की जाती है। उदाहरण के लिए, पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल शिक्षा, शिक्षा में समानता, और वैश्विक स्वास्थ्य संकट जैसे विषयों पर चर्चा की गई है।

शिक्षकों की चुनौतियाँ
हालांकि शिक्षकों का काम महत्वपूर्ण है, लेकिन उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

वेतन और आर्थिक स्थिति: कई देशों में शिक्षकों को पर्याप्त वेतन नहीं मिलता, जिससे उनके जीवन स्तर पर प्रभाव पड़ता है।

शिक्षण सामग्री की कमी: कई स्कूलों में उचित शिक्षण सामग्री और संसाधनों की कमी होती है, जो शिक्षा के स्तर को प्रभावित करती है।

मानसिक स्वास्थ्य: शिक्षकों पर काम का दबाव और तनाव उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इस मुद्दे को विश्व शिक्षक दिवस पर भी उठाया जाता है।


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विश्व शिक्षक दिवस का उद्देश्य केवल शिक्षकों को सम्मानित करना नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा, और समाज में शिक्षा के महत्व को उजागर किया जाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि शिक्षकों का योगदान केवल ज्ञान का प्रसार करना नहीं है, बल्कि वे समाज के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इसलिए, 5 अक्टूबर को हम सभी को चाहिए कि हम अपने शिक्षकों का सम्मान करें, उनके प्रति आभार व्यक्त करें, और उनकी मेहनत को सराहें। शिक्षकों का योगदान हमारे जीवन में अमूल्य है, और यह दिन उन्हें वह मान्यता देने का अवसर है, जिसके वे हकदार हैं।

BOLLYWOOD : ‘ये आपकी दुआओं का…’, अर्जुन कपूर का क्रिप्टिक पोस्ट , क्या Malaika Arora की तरफ है इशारा?

अर्जुन कपूर
अर्जुन कपूर

Arjun kapoor (अर्जुन कपूर )और मलाइका अरोड़ा के बीच चल रही ब्रेकअप की अफवाहों ने हाल ही में फिर से जोर पकड़ लिया है। हालांकि, दोनों ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। हाल ही में, मलाइका के पिता अनिल मेहता के निधन के बाद अर्जुन उन्हें और उनके परिवार को सपोर्ट करते नजर आए थे, लेकिन इसके बावजूद फैंस उनके रिश्ते की स्थिति को लेकर उत्सुक हैं।

अर्जुन कपूर का पोस्ट.
अर्जुन कपूर का पोस्ट.

अर्जुन कपूर का सोशल मीडिया पोस्ट

अर्जुन कपूर ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक क्रिप्टिक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “आपके पास जो है, उसके लिए आभारी रहो। यह कभी आपकी प्रार्थनाओं का जवाब था।” इस पोस्ट ने उनके रिश्ते के बारे में कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

फैंस की प्रतिक्रियाएँ

अर्जुन के इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर चर्चाओं को हवा दी है। कुछ फैंस का मानना है कि यदि उनका रिश्ता खत्म हो जाता है, तो क्या लोग उन क्षणों को भुला देंगे जब अर्जुन ने मलाइका का समर्थन किया था। वहीं, कुछ अन्य यूजर्स मानते हैं कि यह पोस्ट उनके टूटे रिश्ते के संदर्भ में है।

ब्रेकअप की अफवाहों की शुरुआत

अर्जुन और मलाइका के ब्रेकअप की चर्चा तब शुरू हुई जब मलाइका ने अर्जुन के जन्मदिन पर न तो समारोह में भाग लिया और न ही कोई पोस्ट साझा किया। इसके बाद, खबरें आईं कि मलाइका किसी मिस्ट्री मैन के साथ छुट्टियाँ मना रही हैं। एक इवेंट में दोनों एक-दूसरे से दूरी बनाते नजर आए।

अर्जुन कपूर

वर्कफ्रंट

काम की बात करें, तो अर्जुन कपूर जल्द ही रोहित शेट्टी की फिल्म “सिंघम अगेन” में नजर आएंगे, जहाँ वे विलेन का किरदार निभा रहे हैं। उन्होंने फिल्म से अपने लुक की एक तस्वीर भी इंस्टाग्राम पर शेयर की है। यह फिल्म दिवाली के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।

इस तरह, अर्जुन कपूर और मलाइका अरोड़ा के रिश्ते की स्थिति को लेकर चर्चाएँ जारी हैं, और फैंस उनके अगले कदम का इंतज़ार कर रहे हैं।

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“स्वस्थ जीवन की ओर ,12 खाद्य पदार्थ जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं”

आजकल की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में, लोगों का स्वास्थ्य अक्सर खतरे में रहता है। जब एक बीमारी ठीक नहीं होती, तो दूसरी बीमारी अपने आप को पेश कर देती है। इससे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी डगमगा जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखें। यहाँ हम कुछ ऐसी 12 चीज़ों का जिक्र करेंगे जो न केवल हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएंगी, बल्कि स्वास्थ्य को भी संजीवनी प्रदान करेंगी।

1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ
फायदे: हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक, मेथी, और सरसों के पत्ते, आयरन, कैल्शियम, और फाइबर से भरपूर होती हैं। ये शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती हैं और विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं।

2. फल
फायदे: ताजे फल जैसे संतरा, सेब, और केले, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर होते हैं। इनका सेवन करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।

3. दालें
फायदे: दालें प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत हैं। चना, मूंग, और मसूर की दालें शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का भंडार हैं। नियमित रूप से दालें खाने से शरीर को मजबूती मिलती है और बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

4. अखरोट और बीज
फायदे: अखरोट, चिया सीड्स, और फ्लैक्ससीड्स जैसे बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और मेटाबॉलिज़्म को सुधारते हैं।

5. अदरक
फायदे: अदरक एक प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी है। इसे चाय या खाने में मिलाकर लेने से शरीर में गर्मी पैदा होती है और सर्दी-खांसी जैसे रोगों से राहत मिलती है।

6. हल्दी
फायदे: हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इन्फ्लेमेटरी एजेंट है। इसे खाना पकाने में मिलाने से न केवल स्वाद बढ़ता है, बल्कि यह कई बीमारियों से सुरक्षा भी प्रदान करता है।

7. दही
फायदे: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पेट की सेहत को सुधारते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। इसे रोज़ाना खाने में शामिल करने से कई लाभ होते हैं।

9. शहद
फायदे: शहद में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। यह प्राकृतिक मिठास के साथ-साथ संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है।

10. ओट्स
फायदे: ओट्स फाइबर से भरपूर होते हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारते हैं और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। सुबह के नाश्ते में ओट्स शामिल करने से ऊर्जा बनी रहती है।

11. नींबू
फायदे: नींबू में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है। इसे पानी में मिलाकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं।

12. चाय (ग्रीन या हर्बल)
फायदे: ग्रीन टी और हर्बल चाय एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। इनका सेवन शरीर में सूजन को कम करने और मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने में मदद करता है।

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Health Tips : 6 संकेत जो बताते हैं आपकी मानसिक स्थिति बिगड़ रही है

स्वास्थ्य हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। एक बीमारी का इलाज न होने पर दूसरी बीमारी का होना आम है, लेकिन उचित आहार के माध्यम से हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। ऊपर बताई गई 12 चीज़ें न केवल सेहत के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल करना भी आसान है। इसलिए, अपनी डाइट पर ध्यान दें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। इससे न केवल आप बीमारियों से बच सकेंगे, बल्कि एक तंदुरुस्त और सक्रिय जीवन जी सकेंगे।

स्मरण रखें, स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी ज़िम्मेदारी है। अपने आहार में सही चीज़ों को शामिल करके, आप न केवल बीमारियों से लड़ सकते हैं, बल्कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन भी जी सकते हैं।

Health Tips : 6 संकेत जो बताते हैं आपकी मानसिक स्थिति बिगड़ रही है

आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है, विशेषकर पुरुषों के लिए। आधुनिक जीवन की चुनौतियाँ, सामाजिक दबाव, और पारिवारिक अपेक्षाएँ मिलकर मानसिक बीमारी के जोखिम को बढ़ा रही हैं। इस लेख में हम पुरुषों में मानसिक बीमारी के बढ़ते जोखिम और इसके 6 प्रमुख संकेतों पर चर्चा करेंगे।

मानसिक

मानसिक बीमारी का बढ़ता जोखिम

हाल के अध्ययनों से पता चला है कि पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। काम का तनाव, सामाजिक अलगाव, और परिवारिक समस्याएँ इसके मुख्य कारण हैं। पुरुष अक्सर अपनी भावनाओं को छिपाते हैं और उन्हें व्यक्त करने में कठिनाई महसूस करते हैं, जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ जाती है।

मानसिक बीमारी के कारण

सामाजिक अपेक्षाएँ: पुरुषों से अक्सर ‘मर्दाना’ होने की उम्मीद की जाती है, जिससे वे अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाते।
कार्य का दबाव: नौकरी की अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धा मानसिक तनाव को बढ़ाती है।
परिवारिक जिम्मेदारियाँ: परिवार की देखभाल करने की जिम्मेदारी भी मानसिक स्वास्थ्य पर दबाव डालती है।
सामाजिक अलगाव: आधुनिक जीवनशैली में सामाजिक संबंधों में कमी आ गई है, जिससे पुरुष अकेलापन महसूस करते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने के 6 संकेत
अवसाद और उदासी: यदि आप नियमित रूप से उदास या निराश महसूस कर रहे हैं, तो यह मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट का संकेत हो सकता है। अवसाद अक्सर छोटे-छोटे कारणों से शुरू होता है, लेकिन समय के साथ यह गंभीर रूप धारण कर सकता है।

अधिक चिड़चिड़ापन: यदि आप छोटी-छोटी बातों पर जल्दी गुस्सा हो जाते हैं या चिड़चिड़े होते हैं, तो यह मानसिक तनाव का संकेत हो सकता है। मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ अक्सर भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करती हैं।

सोने में समस्या: नींद न आना या अधिक सोना, दोनों ही मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से जुड़े हो सकते हैं। अच्छी नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, और इसकी कमी अवसाद या चिंता को बढ़ा सकती है।

सामाजिक संपर्क से बचना: यदि आप दोस्तों या परिवार से दूर रहना पसंद करने लगे हैं या सामाजिक आयोजनों में भाग लेने से कतराने लगे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आप मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं।

ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई: यदि आपको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो रही है या आपके कार्य में मन नहीं लग रहा है, तो यह मानसिक थकान का संकेत हो सकता है। यह आपकी कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है।

शारीरिक लक्षण: मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ अक्सर शारीरिक लक्षणों के साथ भी प्रकट होती हैं। जैसे कि सिरदर्द, पेट में दर्द, या अन्य शारीरिक समस्याएँ। यदि बिना किसी स्पष्ट कारण के ये लक्षण आ रहे हैं, तो आपको मानसिक स्वास्थ्य के बारे में सोचना चाहिए।

मानसिक

क्या करें?
यदि आप इनमें से किसी भी संकेत का अनुभव कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करें। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

परामर्श लें: मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से बात करना मददगार हो सकता है। वे आपको सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं।
समर्थन समूहों में शामिल हों: ऐसे समूहों में भाग लें जहाँ आप अपनी समस्याओं को साझा कर सकें।
शारीरिक गतिविधि: नियमित व्यायाम मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह तनाव को कम करता है और मूड को बेहतर बनाता है।
माइंडफुलनेस और ध्यान: ये तकनीकें मानसिक शांति पाने में मदद कर सकती हैं। ध्यान करने से मन की स्थिरता बढ़ती है।
सकारात्मक संवाद: अपने दोस्तों और परिवार के साथ खुलकर अपनी भावनाएँ साझा करें। यह आपको बेहतर महसूस कराने में मदद कर सकता है।

मानसिक

पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएँ एक गंभीर मुद्दा हैं, और इनके संकेतों को पहचानना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति इन संकेतों का अनुभव कर रहा है, तो उन्हें मदद प्रदान करने में संकोच न करें। मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आवश्यक है, ताकि हम एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकें। याद रखें, आपकी भावनाएँ महत्वपूर्ण हैं, और उन्हें व्यक्त करने से आप अकेले नहीं हैं।

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हर जरूरतमंद का बनवाएं आयुष्मान कार्ड : मुख्यमंत्री योगी

हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इस्टीमेट मंगाइए, इलाज का खर्च सरकार देगी : मुख्यमंत्री

जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी ने सुनीं 300 लोगों की समस्याएं।

अधिकारियों को दिए समस्याओं के त्वरित व संतुष्टिपरक निस्तारण के निर्देश।

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर आए लोगों को आश्वस्त किया कि जिन जरूरतमंद लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उनके इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। इसके लिए अस्पताल से इलाज खर्च का इस्टीमेट बनाकर उनके कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। विवेकाधीन कोष से भरपूर मदद की जाएगी।

शारदीय नवरात्र के पहले दिन गुरुवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में करीब 300 लोगों से मुलाकात की। एक-एक करके उनकी समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए आश्वस्त करते हुए उनके प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारियों को दिए। सभी लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। सभी लोगों की समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।

हर बार की भांति शुक्रवार सुबह के जनता दर्शन में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता संबंधी प्रार्थना पत्र लेकर आए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबको मदद का भरोसा दिया। इस दौरान एक महिला की समस्या जानते ही उन्होंने अफसरों से कहा कि उक्त महिला को हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इलाज का इस्टीमेट मंगाइए। पैसा सरकार देगी। सीएम ने लोगों से आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा और अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित करें ताकि इलाज के लिए किसी को परेशान न होना पड़े।

जनता दर्शन में सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हर पीड़ित के साथ संवेदनशील रवैया अपनाया जाए और उसकी समस्या का समाधान कर उसे संतुष्ट किया जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कहीं कोई जमीन कब्जा या दबंगई कर रहा हो तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। हर पीड़ित की समस्या का निस्तारण निष्पक्ष रूप से उसकी संतुष्टि के अनुरूप किया जाना सुनिश्चित होना चाहिए।

 

बच्चों से मिले सीएम, खूब पढ़ने को किया प्रेरित

शुक्रवार सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिजनों के साथ मंदिर आए बच्चों को प्यार, दुलार और आशीर्वाद दिया। बच्चों को अपने पास बुलाकर उनसे बातचीत की। उनसे नाम पूछने के साथ पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया। बच्चों को सीएम ने चॉकलेट गिफ्ट कर विदा किया।

गोशाला में जाकर की गोसेवा
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान पारंपरिक दिनचर्या में शुक्रवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने गोसेवा में कुछ व्यतीत किया। सीएम योगी ने गोवंश को अपने हाथों से गुड़ खिलाया।

उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अमृतकाल मे सहभागिता कार्यक्रम में किया प्रतिभाग।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को गहनाग देव संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गहनाग राय पट्टी, विकासखंड अमानीगंज अयोध्या में उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा संचालित ‘आइये रोजगार करें’ प्रधानमंत्री अनुसूचित जाति अभ्युदय योजना अमृतकाल सहभागिता समारोह में शामिल हुये।
उप-मुख्यमंत्री का आगमन अन्तर्राष्ट्रीय महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट अयोध्या पर हुआ। जहां महापौर अयोध्या महंत गिरीश पति त्रिपाठी, संजीव सिंह व उपनिदेशक समाज कल्याण ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। तत्पश्चात उप-मुख्यमंत्री ने गहनाग बाबा के मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन किया एवं ग्राम चौपाल में डा. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा स्वयं सहायता समूहो के कार्यक्रम में सम्मिलित हुये। जहां स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये जा रहे दीपोत्सव के दीयों का अवलोकन किया गया।


अगले चरण में उप-मुख्यमंत्री समाज कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति मोर्चा सम्मेलन में पहुंचे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण असीम अरुण उपस्थित रहे। समारोह में मंत्री गणों ने पिछड़ा वर्ग समाज कल्याण, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, अग्रणी बैंक प्रबन्धक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति, स्वयं सहायता समूह आदि विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया तथा शीला देवी ग्राम प्रधान को उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रमाण पत्र 01 लाभार्थी को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का प्रशस्त्रि पत्र तथा 09 लाभार्थियों को अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति का डमी चेक, आश्रम पद्वति के 06 मेधावी छात्रों को प्रशंसा पत्र, आयुष्मान कार्ड के 04 लाभार्थियों को डमी चेक, पीएम आवास योजना के 05 लाभार्थियों को चाभी, पीएम किसान सम्मान निधि के 02 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, कस्टम हायरिंग सेंटर के 01 लाभार्थी को 24 लाख का चेक व 200 बी0सी0 सखी को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया।

उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज गहनाग बाबा की पावन धरा पर मुझे आने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जनपद अयोध्या में केंद्र एवं प्रदेश सरकार के द्वारा चहुंमुखी विकास हो रहा है इसका श्रेय हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त राशन योजना के तहत नियमित राशन दिया जा रहा है तथा आयुष्मान योजना के तहत गरीब वर्ग के व्यक्तियों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इसके साथ ही ग्राम की समस्याओं के निस्तारण के लिए सरकार आपके द्वार (गांव की समस्या गांव में समाधान) चौपाल के माध्यम से त्वरित, गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीसी सखी के माध्यम से लखपति दीदी योजना को ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करते हुए गरीबों को बैंक की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही उप-मुख्यमंत्री ने दिव्यांग सशक्तिकरण योजना, किसान सम्मान निधि, आवास योजना, वृद्धा पेंशन, निराश्रित पेंशन आदि के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि लाभार्थीपरक योजनाओं के माध्यम से सभी पात्र व्यक्तियों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए सरकार कटिबद्ध है और इस पूरी प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्ष ढंग से क्रियान्वित किया जा रहा है तथा इसके लिए ग्राम पंचायतों में खुली बैठक करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जीरो टालरेन्स की नीति के तहत अपराधियों पर अंकुश लगा रही है तथा युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए सेवायोजन के माध्यम से रोजगार दिया जा रहा है।
कहा कि हर शुक्रवार को आयोजित होने वाले “ग्राम चौपाल- गांव की समस्या गांव में समाधान” में
ग्राम चौपाल में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किया और ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए उनकी समस्याओं को एक-एक करके सुना और त्वरित निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) समाज कल्याण असीम अरुण ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिना किसी भेदभाव के सबका साथ सबका विकास की भावना के तहत कार्य कर रही है।
इस अवसर पर विधायक रूदौली रामचंद्र यादव, एमएलसी अवनीश पटेल, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, पूर्व सांसद लल्लू सिंह सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।


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जनपद अयोध्या में (खिहारन) के अजीत मौर्य के भाई रंजीत मौर्य के निधन की सूचना प्राप्त हुई थी उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को उनके आवास पहुंच कर उनके स्मृति चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी तथा परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त किया।