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Sunday, July 6, 2025
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डीएम का आदेश पराली ना जलाएं किसान 

पराली जलाई तो होगा जुर्माना: डीएम मोनिका रानी

बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जनपद के समस्त उप जिलाधिकारियो को वर्तमान खरीफ फसलों की कटाई मडाई के बाद प्रत्येक दशा में पराली जलाने से रोकने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों/तहसीलदारों , राजस्व लेखपालों तथा कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा है कि धान की फसल तैयार होने वाली है। ऐसी दशा में अभी से अपने-अपने क्षेत्रों में किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया है। जिससे धान की कटाई एवं मडाई के बाद कोई भी व्यक्ति पराली न जलाने पाये । निर्देश में कहा गया है। जिन किसानों द्वारा पराली जलाने का कार्य किया जाएगा उन व्यक्तियों से पर्यावरण की क्षति की प्रतिपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु नियम अनुसार अर्थ दंड लगाया जाए तथा उसकी वसूली की जाए। उन्होंने बताया है कि माननीय राष्ट्रीय हरित अधिकरण ( एनजीटी) तथा मॉ0 सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक दशा में पराली जलाये जाने की घटना पर अंकुश लाया जाय। जनपद स्तर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में सेल का गठन किया गया है। जो वर्तमान खरीफ फसलों की कटाई मडाई के बाद फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर विशेष नजर रखेंगे तथा समय-समय पर कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के तहसील स्तरीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर विराम लगाएंगे। डीएम ने जनपद के समस्त राजस्व लेखपालों उप जिलाधिकारियो/तहसीलदारों को निर्देश दिया है कि पराली जलाने की घटनाएं रोकने के लिऐ तहसील स्तर पर पूर्व में गठित तहसील स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की जाए। राजस्व लेखपालों कृषि विभाग के सहायक विकास अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश अभी से उपलब्ध करा दिए जाएं जिससे आने वाले समय में पराली जलाने की घटनाएं न होने पाये। इसके लिए सम्बन्धित अधिकारी गांव में भ्रमण कर किसानों को समझाएं की पराली जलाना दंडनीय अपराध है। जबकि पराली को वेस्ट डिकम्पोज़र का प्रयोग कर पराली से खाद बनाये। उन्होनें यह भी सुझाव दिया कि ग्राम प्रधानो के सहयोग से अधिक से अधिक पराली को पशुपालन एवं मनरेगा से समन्वय करते हुए गौशाला में भिजवाये उन्होंने सभी उप जिला अधिकारियों को विभिन्न निर्देश दिया है कि तहसील स्तरीय समिति में तहसीलों के ग्राम प्रधान को भी आमंत्रित कर पराली ना जलाने के लिए ग्राम पंचायत के किसानों को आगाह कर दे।यदि किसी किसान/व्यक्तियों द्वारा पराली जलाई जाती है तो ऐसे किसानों के विरुद्ध दंड लगाकर वसूली की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पुनरावृत्त करने पर एफआईआर दर्ज कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने उप निदेशक कृषि को निर्देश दिया है कि कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों कर्मचारियों को इस आशय के निर्देश दे कि वे अपने-अपने न्याय पंचायत में भ्रमण रहकर किसानों को जागरूक करें। न्याय पंचायत स्तर पर किसानों की गोष्ठियां आयोजित कराकर किसानों को जागरूक किया जाए । वॉल पेंटिंग वॉल राइटिंग तथा होल्डिंग लगाकर अधिक से अधिक किसानों को जागृत किया जाए की पराली जलाना दंडनीय अपराध है। जिससे फसल अवशेष जलाने की घटनाएं न होने पाए साथ ही गांव में वेस्ट डिकम्पोज़र का वितरण भी करे। उपयुक्त मनरेगा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा जिला में पंचायत राज्अधिकारी गौशालाओ को किसानो तथा ग्राम प्रधानों के माध्यम से अधिक से अधिक पराली भिजवाए, प्रत्येक दशा में पराली जलाने की घटनाओं को रोकना सुनिश्चित करें। जिन ग्राम पंचायत में पराली जलाने की घटना होती है तो ,उन राजस्व लेखपाल तथा प्राविधिक सहायकों को नोटिस जारी कर दंडात्मक कार्रवाई करेंगें। उन्होंने जनपद के समस्त उप जिलाधिकारी/तहसीलदार को निर्देश दिया है कि जिन राजस्व लेखपालों के क्षेत्र में पराली जलाने घटनाएं होंगी उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी । जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी बहराइच को निर्देश दिया है कि जनपद के ग्राम प्रधानो के माध्यम से अधिक से अधिक पराली जनपद की समस्त गौशालाओ में संरक्षित कराने के निर्देश दिए है, जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त ग्राम प्रधानो, किसानो तथा अधिकारियों/कर्मचारियों को पराली जलाने की घटनाओ को रोकने के निर्देश दिए है।

करीना कपूर की फिल्मों की चमक, 3 इडियट्स” का जादू आज भी बरकरार

करीना कपूर खान, भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख अदाकारा, ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन और कामयाब फिल्में दी हैं। उनकी प्रतिभा, चार्म और स्क्रीन पर अदाकारी ने उन्हें न केवल दर्शकों का दिल जीतने में मदद की है, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी एक मजबूत पहचान बनाई है। यहाँ हम करीना कपूर की कुछ सबसे ज्यादा कामयाब फिल्मों की चर्चा करेंगे, जिनमें से एक फिल्म है जो नौ साल बाद भी शीर्ष पर काबिज है।

“चमेली” (2004) : फिल्म “चमेली” में करीना ने एक वेश्या का किरदार निभाया, जो अपनी जिंदगी की कठिनाइयों से जूझती है। इस फिल्म ने करीना को एक गंभीर अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया और उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। उन्होंने इस किरदार के लिए कई पुरस्कार भी जीते।

 

“टशन” (2008) :  फिल्म “टशन” में करीना कपूर ने अपने लुक और अदाकारी से सभी को हैरान कर दिया। यह फिल्म एक एक्शन-थ्रिलर थी, जिसमें करीना के साथ अक्षय कुमार और सैफ अली खान भी थे। इस फिल्म ने करीना की लोकप्रियता को और बढ़ाया और वह दर्शकों के बीच एक फैशन आइकन बन गईं।

 

“3 इडियट्स” (2009) :  “3 इडियट्स” एक क्लासिक फिल्म बन चुकी है और इसमें करीना ने मुख्य भूमिका निभाई। इस फिल्म ने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी भारी सफलता प्राप्त की। करीना की भूमिका, जो एक प्रेरणादायक महिला का चित्रण करती है, ने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया।

“बजरंगी भाईजान” (2015) : इस फिल्म में करीना ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो कि सलमान खान के साथ थी। “बजरंगी भाईजान” ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया और करीना की भूमिका ने भी प्रशंसा प्राप्त की। इस फिल्म ने करीना की लोकप्रियता को और बढ़ाया और उन्हें एक बार फिर से मुख्यधारा की फिल्म में ला खड़ा किया।

“वीरे दी वेडिंग” (2018)  : “वीरे दी वेडिंग” में करीना कपूर ने अपनी सहेलियों के साथ मिलकर एक नई तरह की कहानी प्रस्तुत की। यह फिल्म महिलाओं की दोस्ती और स्वतंत्रता पर केंद्रित थी और बॉक्स ऑफिस पर सफल रही। करीना के लिए यह फिल्म उनके करियर में एक नई दिशा लेकर आई और उन्होंने दर्शकों के बीच एक नई छवि बनाई।

“गुड न्यूज़” (2019) :  इस कॉमेडी-ड्रामा फिल्म में करीना कपूर ने अक्षय कुमार के साथ काम किया। “गुड न्यूज़” ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफल रही, बल्कि करीना के अभिनय को भी सराहा गया। फिल्म ने प्रेग्नेंसी के मुद्दों पर चर्चा की और इसे दर्शकों ने पसंद किया।

शीर्ष पर काबिज फिल्म: “3 इडियट्स” करीना कपूर की सबसे कामयाब फिल्म, “3 इडियट्स,” नौ साल बाद भी शीर्ष पर काबिज है। यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। इसके अद्भुत संदेश, शानदार कहानी और बेहतरीन अभिनय ने इसे एक क्लासिक बना दिया है।

करीना कपूर खान ने अपने करियर में कई सफल फिल्में की हैं, और उनका अभिनय हर बार दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। उनकी फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर कमाई की है, बल्कि उन्होंने दर्शकों के दिलों में भी एक खास स्थान बनाया है। इस प्रकार, करीना कपूर का सफर शानदार रहा है, और उनकी आने वाली फिल्मों के लिए दर्शकों की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रमुख सितारों में स्थान दिलाया है। हमें यह देखने का इंतजार है कि करीना आने वाले समय में कौन-सी नई ऊँचाइयों को छूने वाली हैं।

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CBSE Exams 2025: कक्षा 9वीं और 11वीं के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू

CBSE Exams 2025: कक्षा 9वीं और 11वीं के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 के लिए कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। यह रजिस्ट्रेशन संगम पोर्टल पर किया जा सकता है, और आवेदन की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर 2024 है। इस लेख में, हम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तिथियाँ, आवश्यक दस्तावेज़ और अन्य संबंधित जानकारी पर चर्चा करेंगे।

रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता

CBSE की परीक्षा में भाग लेने के लिए सभी छात्रों को रजिस्ट्रेशन कराना आवश्यक है। यह प्रक्रिया छात्रों को अपनी पहचान स्थापित करने, परीक्षा में उपस्थित होने और विद्यालयों द्वारा दिए जाने वाले सभी आवश्यक प्रमाणपत्र प्राप्त करने में मदद करती है।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

  1. संगम पोर्टल पर जाएँ:
    • छात्रों को सबसे पहले संगम पोर्टल पर जाना होगा।
  2. खाता बनाना:
    • नए छात्रों को पोर्टल पर एक नया खाता बनाना होगा। इसके लिए उन्हें अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि नाम, स्कूल का नाम, कक्षा, और संपर्क विवरण प्रदान करना होगा।
  3. फॉर्म भरना:
    • एक बार खाता बनाने के बाद, छात्रों को रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा। इसमें व्यक्तिगत जानकारी, विषय चयन, और स्कूल विवरण शामिल होंगे।
  4. दस्तावेज़ अपलोड करना:
    • छात्रों को आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि पहचान पत्र, जन्म प्रमाणपत्र, और अन्य संबंधित प्रमाण पत्रों की स्कैन की गई कॉपी अपलोड करनी होगी।
  5. शुल्क भुगतान:
    • रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान छात्रों को निर्धारित रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करना होगा। यह शुल्क विभिन्न श्रेणियों के आधार पर भिन्न हो सकता है।
  6. रजिस्ट्रेशन की पुष्टि:
    • एक बार सभी चरण पूरे होने के बाद, छात्रों को एक पुष्टि पत्र प्राप्त होगा। इसे सहेज कर रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भविष्य में परीक्षा के लिए आवश्यक होगा।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • रजिस्ट्रेशन की शुरुआत: अब शुरू
  • अंतिम तिथि: 16 अक्टूबर 2024
  • रजिस्ट्रेशन में सुधार की अवधि: TBD (आधिकारिक वेबसाइट पर चेक करें)
  • प्रवेश पत्र जारी करने की तिथि: TBD
  • परीक्षा की तिथि: TBD (आधिकारिक कैलेंडर के अनुसार)

आवश्यक दस्तावेज़

रजिस्ट्रेशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • पहचान पत्र (आधार कार्ड, स्कूल आईडी आदि)
  • जन्म प्रमाणपत्र
  • पिछली कक्षा की मार्कशीट
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • अन्य आवश्यक दस्तावेज जो विद्यालय द्वारा मांगे जा सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन में सामान्य समस्याएँ

  1. फॉर्म में त्रुटियाँ:
    • छात्रों को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सभी जानकारी सही और पूरी भरें। किसी भी प्रकार की गलती से रजिस्ट्रेशन रद्द हो सकता है।
  2. दस्तावेज़ अपलोड करने में समस्या:
    • सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज़ों की स्कैन की गई कॉपी स्पष्ट हो और पोर्टल द्वारा निर्धारित आकार में हो।
  3. शुल्क भुगतान में समस्या:
    • यदि भुगतान करते समय कोई समस्या आती है, तो तुरंत तकनीकी सहायता से संपर्क करें।

परीक्षा के लिए तैयारी

रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ छात्रों को अपनी परीक्षा की तैयारी पर भी ध्यान देना चाहिए। कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:

  1. सिलेबस का अध्ययन करें:
    • CBSE द्वारा निर्धारित सिलेबस को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई करें।
  2. पुनरावलोकन करें:
    • नियमित रूप से अपनी पढ़ाई का पुनरावलोकन करें और महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान दें।
  3. मॉक टेस्ट लें:
    • मॉक टेस्ट देने से आपकी तैयारी की स्थिति का पता चलता है और परीक्षा के लिए आत्मविश्वास बढ़ता है।
  4. समय प्रबंधन:
    • पढ़ाई के लिए एक कार्यक्रम बनाएं और उसे नियमित रूप से पालन करें।
  5. शांत और संयमित रहें:
    • परीक्षा के दौरान तनाव को नियंत्रित करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।

CBSE ने कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है, और यह एक महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे समय पर रजिस्ट्रेशन करें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें। संगम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना एक सरल प्रक्रिया है, लेकिन इसे सावधानीपूर्वक पूरा करना आवश्यक है।

अंत में, छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और परीक्षा के लिए अच्छे से तैयार रहना चाहिए। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की मदद के लिए अपने विद्यालय से संपर्क करें। आपकी मेहनत और समर्पण ही आपको सफलता की ओर ले जाएगा।

 

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NEET PG Counselling 2024- रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी

NEET PG Counselling 2024- रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) पोस्ट ग्रेजुएट (PG) 2024 के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए खुशखबरी है। NEET PG काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन आज से शुरू हो गया है। यह प्रक्रिया मेडिकल काउंसलिंग कमिटी (MCC) द्वारा संचालित की जा रही है, और इच्छुक छात्र अपनी AIQ (All India Quota) सीटों के लिए mcc.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको NEET PG काउंसलिंग 2024 के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तिथियों, और आवश्यक जानकारी के बारे में विस्तार से बताएंगे।

NEET PG काउंसलिंग का महत्व

NEET PG काउंसलिंग का उद्देश्य उन छात्रों के लिए एक मंच प्रदान करना है, जिन्होंने NEET PG परीक्षा पास की है और विभिन्न मेडिकल और डेंटल पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त करना चाहते हैं। काउंसलिंग प्रक्रिया में, छात्रों को उनकी रैंक के आधार पर विभिन्न कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाती हैं।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

  1. आवश्यकताएँ:
    • NEET PG परीक्षा में पास होना अनिवार्य है।
    • छात्रों के पास आवश्यक दस्तावेज जैसे कि NEET PG स्कोर कार्ड, पहचान पत्र, और अन्य प्रमाण पत्र होने चाहिए।
  2. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया:
    • चरण 1: सबसे पहले, छात्रों को MCC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
    • चरण 2: “NEET PG Counselling 2024” के लिंक पर क्लिक करें।
    • चरण 3: रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें और आवश्यक जानकारी जैसे कि नाम, रैंक, और संपर्क विवरण भरें।
    • चरण 4: दस्तावेज़ों को अपलोड करें और रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करें।
    • चरण 5: रजिस्ट्रेशन पूरा करने के बाद, एक प्रिंट आउट लें।

महत्वपूर्ण तिथियाँ

  • रजिस्ट्रेशन की शुरुआत: आज से शुरू
  • रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि: जल्द ही घोषित की जाएगी (छात्रों को MCC की वेबसाइट पर नजर रखनी चाहिए)।
  • पहले राउंड की काउंसलिंग: तिथियाँ बाद में घोषित की जाएँगी।
  • सेट आवंटन परिणाम: यह भी जल्द ही MCC द्वारा जारी किया जाएगा।

काउंसलिंग के चरण

NEET PG काउंसलिंग चार मुख्य चरणों में होती है:

  1. रजिस्ट्रेशन और शुल्क भुगतान: छात्रों को पहले चरण में रजिस्ट्रेशन करना होगा और शुल्क का भुगतान करना होगा।
  2. फिलिंग चॉइस: रजिस्ट्रेशन के बाद, छात्रों को अपनी पसंद के कॉलेज और पाठ्यक्रम का चयन करना होगा। यह चरण बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि छात्रों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी प्राथमिकता के अनुसार विकल्प भरें।
  3. सेट आवंटन: MCC द्वारा निर्धारित तारीख पर, छात्रों को उनकी रैंक और प्राथमिकता के अनुसार सीटें आवंटित की जाएँगी।
  4. दस्तावेज़ सत्यापन: आवंटित सीट स्वीकार करने के बाद, छात्रों को अपने दस्तावेज़ों का सत्यापन कराना होगा और संबंधित कॉलेज में प्रवेश लेना होगा।

आवश्यक दस्तावेज

NEET PG काउंसलिंग के दौरान छात्रों को निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • NEET PG स्कोर कार्ड
  • पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर आईडी, आदि)
  • मार्कशीट और प्रमाण पत्र (MBBS और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों के लिए)
  • कैटेगरी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • पासपोर्ट आकार की तस्वीरें
  • अन्य आवश्यक दस्तावेज़ जो कॉलेज द्वारा मांगे जा सकते हैं।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

  1. NEET PG काउंसलिंग में भाग लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
  • NEET PG परीक्षा पास करना अनिवार्य है और MBBS डिग्री होना चाहिए।
  1. रजिस्ट्रेशन शुल्क कितना है?
  • रजिस्ट्रेशन शुल्क की राशि MCC की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी, और यह श्रेणी के अनुसार भिन्न हो सकती है।
  1. अगर मुझे मेरी पसंद की सीट नहीं मिली तो क्या होगा?
  • यदि आपको पहली काउंसलिंग में आपकी पसंद की सीट नहीं मिलती है, तो आप अगले राउंड में भाग ले सकते हैं।
  1. क्या मैं एक से अधिक कॉलेज के लिए आवेदन कर सकता हूँ?
  • हाँ, आप अपनी प्राथमिकता के अनुसार एक से अधिक कॉलेज के लिए आवेदन कर सकते हैं।

NEET PG काउंसलिंग 2024 का रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज से शुरू हो गया है, और यह छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह सुनिश्चित करें कि आप सभी आवश्यक दस्तावेज़ और जानकारी के साथ समय पर रजिस्ट्रेशन करें। याद रखें, एक सही योजना और समर्पण से आप अपनी पसंदीदा सीट प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए MCC की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से जांचते रहें। आपकी मेहनत और प्रयास आपको सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाएँगे।

“तनाव को कहें अलविदा, मेडिटेशन से पाएँ खुशी और सुकून की सदा”

आज के तेजी से बदलते कार्य परिवेश में वर्क प्रेशर एक आम समस्या बन गई है। अधिकतर लोग नौकरी के दबाव, समय सीमाओं, और उच्च अपेक्षाओं के चलते मानसिक तनाव का अनुभव कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप चिंता, अवसाद, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। ऐसे में, मेडिटेशन एक सरल और प्रभावी उपाय है, जो न केवल तनाव को कम करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करता है।

 

वर्क प्रेशर का प्रभाव

विभिन्न अध्ययन बताते हैं कि अत्यधिक कार्यभार और निरंतर तनाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। वर्क प्रेशर से उत्पन्न होने वाले मानसिक स्वास्थ्य के प्रमुख प्रभावों में शामिल हैं:

  1. तनाव: निरंतर कार्य का दबाव तनाव के स्तर को बढ़ा देता है, जिससे मानसिक स्थिति बिगड़ती है।
  2. चिंता: कार्य की अपेक्षाएँ और परिणामों का भय चिंता को जन्म देते हैं, जिससे व्यक्ति असुरक्षित महसूस करता है।
  3. अवसाद: निरंतर तनाव और चिंता के कारण अवसाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जो व्यक्ति की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है।
  4. नींद में समस्या: तनाव और चिंता के चलते नींद में गड़बड़ी हो सकती है, जिससे व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है।
  5. शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: मानसिक स्वास्थ्य की समस्या शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है, जिससे हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

मेडिटेशन के लाभ

मेडिटेशन मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके कई लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:

  1. तनाव में कमी:
    • मेडिटेशन से तनाव हार्मोन, जैसे कि कोर्टिसोल, का स्तर कम होता है। जब आप नियमित रूप से ध्यान करते हैं, तो आप अपने मन को शांत करते हैं और तनाव को दूर करते हैं।
  2. फोकस और एकाग्रता:
    • ध्यान लगाने से दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है। इससे कार्य के प्रति ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है, जिससे कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।
  3. भावनात्मक संतुलन:
    • मेडिटेशन से भावनाओं को नियंत्रित करने की क्षमता बढ़ती है। यह मूड में स्थिरता लाता है और अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करता है।
  4. बेहतर नींद:
    • मेडिटेशन से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। एक अच्छा नींद मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  5. रचनात्मकता में वृद्धि:
    • ध्यान आपके दिमाग को खुला रखता है, जिससे रचनात्मकता बढ़ती है। यह नई सोच और समस्या-समाधान के लिए मददगार होता है।

मेडिटेशन कैसे शुरू करें

मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आसान है। यहाँ कुछ सरल कदम दिए गए हैं, जिनसे आप मेडिटेशन शुरू कर सकते हैं:

  1. समय निर्धारित करें:
    • सुबह का समय एक अच्छा विकल्प है, जब आपका मन शांत होता है। रोज़ सुबह 5-10 मिनट निकालें।
  2. सुखद स्थान चुनें:
    • एक शांत और आरामदायक जगह का चुनाव करें, जहाँ आप बिना किसी व्यवधान के ध्यान कर सकें।
  3. साँस पर ध्यान दें:
    • अपनी आँखें बंद करें और अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करें। गहरी साँस लें और धीरे-धीरे छोड़ें। इससे आपके मन को शांति मिलेगी।
  4. विचारों को स्वीकार करें:
    • जब आपके मन में विचार आएँ, तो उन्हें स्वीकार करें, लेकिन उन्हें पकड़कर न रखें। वापस अपनी साँस पर ध्यान केंद्रित करें।
  5. धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ:
    • जैसे-जैसे आप आरामदायक महसूस करें, ध्यान करने का समय बढ़ाएँ। आप इसे 20-30 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।

यदि आप वर्क प्रेशर से मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट महसूस कर रहे हैं, तो मेडिटेशन एक प्रभावी और सरल समाधान हो सकता है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का प्रयास करें। ध्यान लगाने से न केवल तनाव कम होता है, बल्कि यह आपको अपने विचारों और भावनाओं पर नियंत्रण पाने में भी मदद करता है। अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए आज से ही मेडिटेशन शुरू करें। आपकी मानसिक सेहत आपके जीवन की गुणवत्ता को निर्धारित करती है, और यह निर्णय आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 

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पोषण की कमी के 10 संकेत , स्वास्थ्य पर प्रभाव और सावधानियाँ

पोषण की कमी के 10 संकेत , स्वास्थ्य पर प्रभाव और सावधानियाँ

पोषण की कमी शरीर में विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकती है, और इसके कई संकेत होते हैं। यहाँ शरीर में पोषण की कमी के 10 प्रमुख संकेत दिए गए हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है:

  1. थकान और कमजोरी: यदि आप बिना किसी कारण के लगातार थका हुआ महसूस कर रहे हैं, तो यह आयरन, विटामिन B12, या अन्य पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है।
  2. त्वचा की समस्याएँ: ड्राई, खुजली वाली या फटी हुई त्वचा विटामिन E, ओमेगा-3 फैटी एसिड, या अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी को दर्शा सकती है।
  3. बालों का झड़ना: बालों का अत्यधिक झड़ना या पतला होना प्रोटीन, आयरन, या जिंक की कमी का संकेत हो सकता है।
  4. दांतों और मसूड़ों की समस्याएँ: मसूड़ों में सूजन, खून आना, या दांतों का कमजोर होना विटामिन C या कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।
  5. आंखों की समस्याएँ: धुंधली दृष्टि या रात में देखने में कठिनाई विटामिन A की कमी का संकेत हो सकती है।
  6. नींद की समस्याएँ: अपर्याप्त या अस्वस्थ नींद, खासकर यदि आप तनाव महसूस कर रहे हैं, तो यह मैग्नीशियम, जिंक, या अन्य पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है।
  7. मूड स्विंग्स: अचानक मूड में बदलाव, चिंता, या अवसाद हो सकता है कि शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन D, या बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन्स की आवश्यकता है।
  8. पाचन संबंधी समस्याएँ: पेट में दर्द, कब्ज, या दस्त फाइबर, पानी या अन्य पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकते हैं।
  9. संवेदनशीलता या इन्फेक्शन: बार-बार बुखार, इन्फेक्शन, या सामान्य बीमारियाँ इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का संकेत हो सकती हैं, जो पोषण की कमी के कारण हो सकता है।
  10. हड्डियों में दर्द: लगातार हड्डियों में दर्द या कमजोरी विटामिन D या कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।

इन संकेतों को नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है।

यदि आप इनमें से किसी भी संकेत का अनुभव कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप एक पोषण विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श लें। एक संतुलित आहार, जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व शामिल हों, आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकता है।

 

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यूपी के कुशल निर्माण श्रमिकों को इजराइल में मिलेगा रोजगार।

यूपी के कुशल निर्माण श्रमिकों को इजराइल में मिलेगा रोजगार।

यूपी के निर्माण श्रमिकों के पास एक बार फिर इजराइल में रोजगार हासिल करने का मिल रहा अवसर।

चयनित निर्माण श्रमिकों को 1,37,500 रुपए वेतनमान पर दो वर्षों के लिए इजराइल में मिलेगा रोजगार का अवसर।

भारत और इजराइल के बीच हुए समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के फेम वर्क/शटरिंग कारपेंटर और सिरेमिक टाइल श्रमिकों के लिए रोजगार संगम पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा प्रारम्भ।

लखनऊ। यूपी के निर्माण श्रमिकों के पास एक बार फिर इजराइल में रोजगार हासिल करने का अवसर है। भारत और इजराइल के बीच हुए समझौते के तहत उत्तर प्रदेश के फेम वर्क/शटरिंग कारपेंटर और सिरेमिक टाइल श्रमिकों के लिए रोजगार संगम पोर्टल पर पंजीकरण की सुविधा प्रारम्भ हो गई है। उल्लेखनीय है कि चयनित निर्माण श्रमिकों को 1,37,500 रुपए वेतनमान पर दो वर्षों के लिए इजराइल भेजा जाएगा। इजराइल में काम करने वाले श्रमिकों को कम से कम 2 वर्षों की सेवा का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, श्रमिकों को बीमा कवर और अनुभव प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।

इन रोजगार अवसरों का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को शर्तों का पालन करना होगा। आवेदक की उम्र 25 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उसके पास कम से कम 03 वर्ष की वैधता का पासपोर्ट होना चाहिए। साथ ही संबंधित ट्रेड में कम से कम 03 वर्ष का कार्य अनुभव भी अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त इजराइल में पूर्व में कार्य न किया होना भी अर्हता में शामिल है। अन्य संबंधित शर्ते एवं अर्हताएं सेवायोजन विभाग के पोर्टल rojgaarsangam.up.gov.in पर दी गई हैं।

इजराइल की पॉपुलेशन, इमीग्रेशन और बॉर्डर अथॉरिटी (पीआईबीए) श्रमिकों के चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। पहले चरण में श्रमिकों के अंग्रेजी भाषा के ज्ञान का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मूल्यांकन जनपद के नोडल आईटीआई के प्रधानाचार्य और जिला रोजगार सहायता अधिकारी द्वारा किया जाएगा। यह प्री-स्क्रीनिंग प्रक्रिया श्रमिकों को इजराइल भेजने के लिए पहला कदम होगी। प्री-स्क्रीनिंग में सफल होने वाले श्रमिकों को आरपीएल के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद इजराइल की संस्था पीआईबीए द्वारा व्यावसायिक कौशल परीक्षण आयोजित किया जाएगा। इस परीक्षण में सफल श्रमिकों का पुलिस वेरिफिकेशन और मेडिकल परीक्षण होगा।

इस पहल के संदर्भ में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि यह समझौता हमारे कुशल निर्माण श्रमिकों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी योग्यता साबित करने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। इजराइल में काम करने से उन्हें बेहतर रोजगार अवसर मिलेंग। जिससे उनके जीवनस्तर में भी सुधार होगा उन्होंने यह भी कहा कि यह योजना दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करेगी और हमारे निर्माण श्रमिकों को वैश्विक मंच पर अपनी जगह बनाने का अवसर देगी।

नवंबर 2023 में जी 2 जी (सरकार-से-सरकार) समझौते पर हस्ताक्षर के बाद, एनएसडीसी ने सभी राज्यों से भर्ती प्रक्रिया के लिए संपर्क किया। भर्ती के पहले चरण में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और तेलंगाना के श्रमिकों का चयन किया गया था। उत्तर प्रदेश से 9327 कुशल श्रमिकों को इजराइल भेजा गया था। भारत और इजराइल के बीच मई 2023 में भारतीयों के अस्थायी रोजगार के लिए फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर भी हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत जी 2 जी के माध्यम से भेजे जाने वाले सभी श्रमिकों को प्रस्थान से पहले अनिवार्य ओरिएंटेशन प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण में इजरायली संस्कृति वहां के जीवन-यापन के तरीके और नए घर के बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे श्रमिक वहां के माहौल में जल्दी समायोजित हो सकें।

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा का 02 दिवसीय मऊ दौरा।

उत्तर प्रदेश के मंत्री ए.के. शर्मा भाजपा कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात।

भाजपा सदस्यता अभियान में करेंगे प्रतिभाग।

लखनऊ/मऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा दो दिवसीय दौरे पर अपने गृह जनपद मऊ जाएंगे और वहां पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।

मंत्री ए.के. शर्मा 21 सितम्बर दिन शनिवार को ग्राम कसारा में आयोजित सामाजिक कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। मंत्री मऊ में ही रात्रि विश्राम करने के पश्चात 21सितंबर 2024 के दिन रविवार को पूर्वान्ह 11:00 बजे मोहम्मदाबाद गोहना के करहा में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और भाजपा सदस्यता अभियान के तहत आयोजित सदस्यता कार्यक्रम में प्रतिभागी भी करेंगे। तत्पश्चात अपरान्ह 3:00 बजे दोहरीघाट के विक्ट्री इंटर कॉलेज में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे और वहां पर आयोजित भाजपा सदस्यता अभियान कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।

स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत 2 अक्टूबर तक चलेगा अभियान

रुपईडीहा,बहराइच। स्वच्छ भारत मिशन के दस साल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता ही सेवा‘ पखवाड़ा अभियान आयोजित किया गया है। इसमें गांव-गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। विभिन्न विभागों के साथ ही एसएसबी भी इस अभियान में सहयोग कर रही है।

भारत सरकार के द्वारा इस वर्ष इस अभियान की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छता‘ रखी गई है। इस पखवाड़े के अंतर्गत व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित करते हुए सभी पंचायतों एवं नगर निकायों में वृहद स्तर पर सफाई अभियान संचालित करने के साथ ही स्वच्छता से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को आयोजित कर लोगो को जागरूक किया गया हैं।

स्वच्छता की सेवा पखवाड़े के आयोजन के सिलसिले में जन-प्रतिनिधियों व आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ ही स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने वाले 59वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल नानपारा का भी सहयोग लिया गया है। वन क्षेत्राधिकारी अतुल श्रीवास्तव ने सभी विभागों व संगठनों के साथ ही जन-प्रतिनिधियों एवं आम लोगों से इस अभियान में सहयोग करने की भी अपील की है।

“स्वच्छता ही सेवा, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में वृक्षारोपण और स्वच्छता कार्यक्रम”

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा-2024 के अंतर्गत राजभवन द्वारा निरंतर आयोजित हो रहे अभियानों की श्रृंखला में आज कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सरोजिनी नगर लखनऊ में वृक्षारोपण एवं सफाई का कार्यक्रम व रूम, किचन, कपड़ो तथा किताबों कोे व्यवस्थित करने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे ने उपस्थित छात्राओं को सम्बोधित करते हुए स्वयं, आस-पास एवं समाज में स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में विद्यालय की छात्राओं, कार्यरत शिक्षकों तथा राजभवन के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग कर ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया एवं समाज को प्रकृति के प्रति जागरूकता का संदेश दिया गया।

इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, परिसहाय राज्यपाल पुनीत द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी लखनऊ व राजभवन के अधिकारीगणों द्वारा भी वृक्षारोपण कर पर्यावरण को हरा भरा बनाने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा सहभागिता कर आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरुक करते हुए स्वास्थ्य एवं स्वच्छता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता के प्रसार हेतु बच्चों द्वारा पैदल मार्च भी किया गया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों के बीच कमरा, किचन, कपड़े तथा पुस्तकों को सुव्यवस्थित करने की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया एवं उन्हें स्वच्छ तथा सुव्यवस्थित रहने हेतु प्रोत्साहित किया गया।

आज के कार्यक्रम में उद्यान अधीक्षक राजभवन भूषण प्रसाद सिंह, राजभवन के अधिकारीगण व विद्यालय की छात्राएं, अध्यापकगण आदि उपस्थित रहे।

 

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