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Saturday, July 5, 2025
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खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों की धूम, अनुदानित इकाइयों के स्टालों पर जुटी भीड़

वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा अनुदानित इकाइयों के स्टालों पर रही भीड़।

देश, विदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों ने स्टालों पर जाकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा
किया।

खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्कृत उत्पादों की विशेषताओं की विस्तार से दी जानकारी।

लखनऊ। खाद्य प्रसंकरण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा भारत मण्डपम्, प्रगति मैदान नयी दिल्ली में 19 से 22 सितम्बर 2024 तक आयोजित वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पालिसी के अन्तर्गत अनुदान प्राप्त 18 उद्योग इकाइयों द्वारा स्टाल लगा कर आगंतुक को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा अनुदानित इकाइयों के स्टालों पर भीड़ बनी रही। देश, विदेश के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विशेषज्ञों ने स्टालों पर जाकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा किया। खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्कृत उत्पादों की विशेषताओं की विस्तार से जानकारी दी।

उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो मे उत्तर प्रदेश के स्टालों पर लगी भारी भीड़ और उत्पादो के सफल प्रदर्शन करने के लिए स्टालों की इकाइयों के प्रतिनिधियों व उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों की सराहना करते हुए बधाई दी है।

उप-मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार हुये हैं और देश इस क्षेत्र में नवाचार, स्थिरता और सुरक्षा के लिए विश्वस्तरीय मानक स्थापित करने की ओर लगातार अग्रसर है।

उत्तर प्रदेश में भी खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं और नई खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति में किसानों व उद्यमियों को विभिन्न सुविधाएं व अनुदान सरल तरीके से उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है जिसके तहत लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की बेहतर कार्यप्रणाली व सरकार के प्रयासों से लोगों को अच्छे व पौष्टिक खाद्य पदार्थ तो प्राप्त होंगे ही खाद्य प्रसंस्कृत पदार्थो के निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा। उप-मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं कि मोटे अनाजों के प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के उत्पादों को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जाए।

निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश विजय बहादुर द्विवेदी ने बताया कि
वर्ल्ड फ़ूड इंडिया एक्सपो में मसाला उद्योग, बिस्किट उद्योग, दाल मिल, तेल मिल, राइस मिल व अन्य छोटे छोटे उद्योगों के स्टाल लगाए गए हैं। निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा गत दिवस चयनित इवेंटमैनेजमेंट एजेंसी के माध्यम से निर्मित पवेलियन का उदघाटन किया गया। इसमें संयुक्त निदेशक खाद्य प्रसंस्करण बीपी राम, उप निदेशक खाद्य प्रसंस्करण प्रवीण कुमार तथा नोडल अधिकारी पीएमएमएमई डॉ एस के एस चौहान, खाद्य प्रस्करण अधिकारी विमल कुमार व पी एम यू सेल के सभी विशेषज्ञ
मौजूद रहे। एक्सपो में आये सभी इच्छुक किसानों, बागबानो प्रस्करणकार्ताओं व अन्य सभी को फल सब्जियों शहद, मशरुम आदि के मूल्यसंवर्धन कर उत्पाद के मूल्य में वृद्धि संरक्षण कर कीपिंग क्वालिटी में वृद्धिकर कई महीनों तक उपयोग में लाने की तकनीकी जानकारी दी गई। उत्कृष्ट औद्यानिक उत्पाद फार्मर प्रोडूसर कंपनी के मालिक सतीश कुमार सिंह के उत्पाद का निर्यात हेतु उनके द्वारा यूसुफ़अली मलिक लूलू ग्रुप से गत दिवस एम ओ यू कराया गया।
द्विवेदी ने बताया कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की फल, सब्ज़ी, शहद, मशरूम, फूलों एवं अन्य अनाज, दालों, तेल मिल्क़ प्रोडक्ट्स के खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को उत्तर प्रदेश में स्थापित करने हेतु उद्यमी बंधुओं से विचार विमर्श कर स्थापित करने हेतु सहमति दी गई। जिससे प्रदेश के किसानों को उनके उपज का अधिकतम मूल्य मिल सकेगा और उनकी आय में बढ़ोतरी होगी।

 

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उत्तर प्रदेश में भूकंप और अग्नि सुरक्षा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज का आयोजन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा 20 सितम्बर 2024 को प्रदेश के 35 भूकम्प आपदा के प्रति संवेदनशील जनपदों के साथ भूकम्प एवं अग्नि सुरक्षा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज़ का आयोजन किया गया।

मॉक एक्सरसाइज़ सुबह 10 बजे राज्य नियंत्रण कक्ष से शुरू हुआ। अलर्ट मिलने पर सभी जनपदों ने जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र डीईओसीद्ध में अपने मानक संचालन प्रक्रिया एसओपीद्ध को सक्रिय किया और घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (Incident Response System-IRS) को सक्रिय किया।

जनपदों ने विभिन्न स्थानों पर भूकंप से संबंधित परिदृश्यों जैसे आग लगने और रासायनिक रिसाव के लिए प्रतिक्रियाओं का अनुकरण किया जिसमें स्कूल अस्पताल औद्योगिक इकाइयाँ सरकारी भवन और शॉपिंग मॉल शामिल थे। जनपदों में भूकम्प के दौरान स्कूल के छात्र एवं छात्राओं को कैसे सुरक्षित बचते हुए बाहर निकल जाये का अभ्यास किया। स्कूल औद्योगिक इकाइयों फैक्ट्री शासकीय भवन एवं शॉपिंग मॉल में अग्नि दुर्घटना होने पर आग बुझाने सुरक्षित निकासी का भी अभ्यास किया गया। जनपद के अस्पतालों में प्राथमिक चिकित्सा उपचार मरीजों के लिए बेड की कमी होने पर तत्काल अस्थाई मेडिकल कैंप की स्थापना कर मरीजों का उपचार करने की कार्यवाही का प्रदर्शनभी किया गया।

इस मॉक एक्सरसाइज़ का संचालन एवं समन्वय ब्रिगेडियर अजय गंगवार वरिष्ठ सलाहकार ने किया। मॉक एक्सरसाइज़ के दौरान जनपदों ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल राजस्व विभाग चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राज्य आपदा मोचन बल अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं पुलिस एंव वायरलेस सेवाए नागरिक सुरक्षा विभाग औद्योगिक क्षेत्रों के सेफ़्टी टीम आपदा मित्रों के समन्वय से अपने-अपने जनपदों में सम्पन्न कराया।

जनपद गाज़ियाबाद में एनडीआरएफ 8वी वाहिनी की टीम ने भूकम्प आपदा के कारण भवनों के गिरने पर बचाव एवं निकासी पर प्रदर्शन दिखाया।

प्राधिकरण उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिम्री ने ऑनलाइन माध्यम से सभी 35 जनपदों द्वारा की गयी कार्यवाहियों की समीक्षा की एवं जनपद मेरठ में विभिन्न स्थानों पर उपस्थित होते हुये संचालित मॉक एक्सरसाइज़ संबंधी कार्यवाहियों का निरीक्षण भी किया गया। उपाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को सुदृढ़ करने हेतु जनपदों के साथ मॉक एक्सरसाइज कराया जाता है। जिसके माध्यम से राज्य स्तर पर प्रत्येक विभाग और उसके जिलों की आपदा प्रबंधन योजना की समीक्षा की जाती है तथा जिले में आपातकालीन सहायता कार्यों के बीच समन्वय का निरीक्षण किया जाता है।

एनजीओए समुदाय और मीडिया को शामिल करके व्यापक रूप से आम जनमानस में जन जागरूकता की कार्यवाही भी की जाती है। यदि संसाधनों जनशक्ति संचार प्रतिक्रिया क्षमताओं आदि में कोई अंतराल हो तो उसकी पहचान कर उसे मजबूत करने में इस प्रकार के मॉक एक्सरसाइज से सहायता भी मिलती है।

मॉक एक्सरसाइज के दौरान प्राधिकरण सभागार में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विशेष सचिव राजस्व विभाग, राम केवल आईएएस तथा सभी अधिकारी एवम कर्मचारी उपस्थित रहें।

 

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हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती हैं ये 5 बीमारियां, नजरअंदाज न करें

आजकल की जीवनशैली, खान-पान और मौसम के बदलाव से दिल की समस्याएं बढ़ रही हैं। अनहेल्दी खाने और खराब दिनचर्या के चलते कई बीमारियां जन्म लेती हैं, जो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं उन 5 प्रमुख बीमारियों के बारे में:

 

1. डायबिटीज

डायबिटीज एक सामान्य मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जिससे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। यह कोरोनरी आर्टरी को टाइट कर देती है, जिससे दिल की धमनियों में प्लाक जमा हो सकता है। धमनियों का कड़ा होना हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है।

2. हाई कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का फैट होता है, जो हर सेल में पाया जाता है। खराब खान-पान और जंक फूड के सेवन से इसका स्तर बढ़ सकता है, जिससे रक्त धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

3. हाई ब्लड प्रेशर

हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिल पर दबाव बढ़ता है। जब ब्लड प्रेशर 90/140 या इससे ऊपर जाता है, तो यह शरीर की रक्त वाहिकाओं में खून के प्रवाह को प्रभावित करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

4. धमनी रोग

धमनियों के ब्लॉक होने से दिल में खून का प्रवाह बाधित होता है, जिससे खून के थक्के जम सकते हैं। धमनी रोग के मरीजों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए और लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

5. तनाव और अवसाद

मानसिक स्वास्थ्य भी दिल की सेहत से जुड़ा है। लंबे समय तक तनाव और अवसाद हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए तनाव प्रबंधन और मनोवैज्ञानिक मदद लेना महत्वपूर्ण है।

इन बीमारियों के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। समय पर जांच और सही खान-पान से आप हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं। अपनी सेहत का ध्यान रखें!

चश्मे को अलविदा कहने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपाय, बढ़ाएं आंखों की रोशनी

क्या आप भी अपने चश्मे से छुटकारा पाना चाहते हैं? अगर हां, तो कुछ आयुर्वेदिक उपाय आपकी आंखों की सेहत के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। आजकल की खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी डाइट, ज्यादा स्क्रीन टाइम और तनाव के चलते लोगों की आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ रहा है। चश्मा या लेंस से राहत पाने के लिए आपको कुछ नैचुरल तरीकों पर ध्यान देना चाहिए।

असरदार आयुर्वेदिक उपाय

  • सुबह की आदत: सुबह उठते ही मुंह में पानी भरकर अपने चेहरे पर छींटे मारें। सुनिश्चित करें कि आपकी आंखें खुली हों। इस प्रक्रिया को हर दिन एक से दो मिनट करें, इससे आंखों की रोशनी बढ़ सकती है।

प्राणायाम का लाभ

  • प्राणायाम करें: प्राणायाम न केवल आपकी आंखों की सेहत के लिए बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। रोजाना आधा घंटा प्राणायाम करें और अपने रूटीन में सूर्य नमस्कार शामिल करें।
  • त्रिफला का सेवन: दूध में त्रिफला मिलाकर पीने से आंखों की रोशनी में सुधार हो सकता है।

लाइफस्टाइल में सुधार

अपनी आंखों की सेहत के लिए अपनी आदतें सुधारें:

  • समय पर सोएं और उठें
  • स्क्रीन टाइम को कम करें
  • तनाव को नियंत्रित करें

इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपनी आंखों की रोशनी में सुधार कर सकते हैं।

(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।)

सिद्धार्थ और अदिति राव हैदरी ने गुपचुप शादी के बाद मुंबई लौटते ही सबका ध्यान खींचा

सिद्धार्थ और अदिति राव हैदरी ने 16 सितंबर को गुपचुप शादी की और इसके बाद अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं। हाल ही में न्यूली वेड कपल जब मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे, तो सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। फैंस अदिति और सिद्धार्थ की सादगी के दीवाने हो गए और उनकी खूबसूरत जोड़ी की तारीफ की। एयरपोर्ट पर उनका वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। देखिए उनका प्यारा अंदाज!

अदिति राव हैदरी और सिद्धार्थ ने 16 सितंबर 2024 को अपनी शादी की तस्वीरें साझा कर सभी को चौंका दिया। यह जोड़ी वानापर्थी स्थित 400 साल पुराने श्री रंगनायकस्वामी मंदिर में गुपचुप तरीके से शादी रचाई, जहां केवल परिवार के करीबी सदस्य ही शामिल हुए।

इस शादी की तस्वीरें और एक लेटेस्ट वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। वीडियो में अदिति पपाराजी को देखकर शरमा गईं और मुस्कुराते हुए सबका अभिवादन किया। अदिति की सादगी ने फैंस का दिल जीत लिया, और कई लोगों ने उनके लिए शुभकामनाएं दीं।

अदिति और सिद्धार्थ का यह प्रेम कहानी 2021 में शुरू हुई थी, जब दोनों ने तमिल-तेलुगु फिल्म ‘महासमुद्रम’ में काम किया था। अदिति राव हैदरी एक राजघराने से संबंधित हैं, क्योंकि वह हैदराबाद के पूर्व निजाम मोहम्म साहेल अकबर हैदरी की पड़पोती हैं, और उनके नाना तेलंगाना के वानापर्थी के राजा थे।

शादी के बाद, कपल ने एक-दूसरे के लिए प्यार भरे नोट के साथ तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिससे उनके फैंस बेहद खुश हुए।

 

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कोहली ने लिया गंभीर का इंटरव्यू , गौतम ने साझा की अपनी यादें

क्या नॉन-वेज खाने से बढ़ रहा है मंकीपॉक्स का खतरा?

हाल के समय में मंकीपॉक्स के मामलों में बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है। इस वायरस के प्रसार में नॉन-वेज (मांसाहारी) आहार का क्या प्रभाव है, इस पर चर्चा की जा रही है।

 

मंकीपॉक्स क्या है?

मंकीपॉक्स एक वायरल संक्रमण है, जो आमतौर पर अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों से इंसानों में फैलता है, और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी इसके फैलने की संभावना रहती है।

नॉन-वेज और मंकीपॉक्स का संबंध

  1. संक्रमित जानवरों से संक्रमण:
    • मंकीपॉक्स का प्रसार मुख्य रूप से संक्रमित जानवरों, जैसे गिलहरी, रैकून, और बंदरों से होता है। अगर नॉन-वेज में ये संक्रमित जानवर शामिल हैं, तो उनके मांस का सेवन करने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
  2. पोषणीय मूल्य:
    • नॉन-वेज खाद्य पदार्थ प्रोटीन, विटामिन, और खनिजों से भरपूर होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि मांस का सेवन स्वच्छता और सुरक्षा मानकों के अनुसार किया जाए।
  3. सुरक्षित खाने के उपाय:
    • मांस का सेवन करते समय ताजगी, स्वच्छता, और उचित तरीके से पकाना आवश्यक है। इससे संक्रमण के खतरे को काफी कम किया जा सकता है।

मंकीपॉक्स के अन्य स्रोत

  • मानव संपर्क: संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क, जैसे शारीरिक संपर्क या उनके द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं के संपर्क में आने से मंकीपॉक्स फैल सकता है।
  • पर्यावरण: मंकीपॉक्स वायरस कुछ समय तक सतहों पर जीवित रह सकता है, जिससे यह मनुष्यों में फैलने की संभावना बढ़ती है।

हालांकि नॉन-वेज खाने का मंकीपॉक्स के प्रसार से कुछ संबंध हो सकता है, लेकिन यह मुख्य स्रोत नहीं है। सावधानी और स्वच्छता बरतने से न केवल मंकीपॉक्स, बल्कि अन्य संक्रामक रोगों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है।

 

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कोहली ने लिया गंभीर का इंटरव्यू , गौतम ने साझा की अपनी यादें

कोहली ने लिया गंभीर का इंटरव्यू , गौतम ने साझा की अपनी यादें

दिग्गज दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का इंटरव्यू लिया है।बता दे  BCCI ने बुधवार को इसका वीडियो पोस्ट किया। 19 मिनट 19 सेकेंड के इस वीडियो में दोनों ने क्रिकेट जर्नी, अचीवमेंट और विवाद पर बात की। विराट कोहली ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर का इंटरव्यू लिया है। BCCI ने बुधवार को इसका वीडियो पोस्ट किया। 19 मिनट 19 सेकेंड के इस वीडियो में दोनों ने क्रिकेट जर्नी, अचीवमेंट और विवाद पर बात की।

विराट कोहली ने हाल ही में गौतम गंभीर का इंटरव्यू लिया, जिसमें गंभीर ने अपने करियर के कुछ खास पल साझा किए। इस बातचीत में उन्होंने नेपियर टेस्ट का जिक्र किया, जहां उन्होंने कहा कि वह उस दौरान हनुमान चालीसा सुन रहे थे।

नेपियर टेस्ट का अनुभव

गंभीर ने बताया कि यह टेस्ट मैच 2009 में खेला गया था, जिसमें भारत को जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी। उन्होंने हनुमान चालीसा सुनने का निर्णय लिया ताकि वह अपने मानसिक स्थिति को मजबूत रख सकें।

विराट कोहली का योगदान

इंटरव्यू में कोहली ने गंभीर को बताया कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक मजबूत टीम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कोहली ने गंभीर की कप्तानी और उनके नेतृत्व गुणों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गंभीर ने हमेशा युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया और टीम में एकजुटता बनाए रखी।

इस इंटरव्यू ने न केवल गंभीर के अनुभवों को उजागर किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि किस तरह एक मजबूत मानसिकता और टीम भावना खेल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गंभीर और कोहली के बीच की यह बातचीत क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक रही।

 

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दिवाली 2024 पर भिड़ेंगी ‘भूल भुलैया 3’ और ‘सिंघम अगेन’ , निर्देशक अनीस बज्मी ने दिया स्पष्ट बयान

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दो बड़ी फिल्मों भूल भुलैया 3′ और सिंघम अगेन’ के बीच सिनेमाघरों में टक्कर होने वाली है, क्योंकि दोनों ही फिल्में दिवाली 2024 पर रिलीज होने के लिए तैयार हैं। रिलीज की तारीख की घोषणा के बाद से ही दोनों फिल्मों की टीमें इस टकराव के व्यापार पर संभावित असर पर बयान जारी कर रही हैं। इस बीच, ‘भूल भुलैया 3’ के निर्देशक अनीस बज्मी ने अब एक कड़ा बयान जारी किया है।

 

आज 19 सितंबर गुरुवार को अनीस बज्मी ने सोशल मीडिया पर अजय देवगन की ‘सिंघम अगेन’ के साथ टकराव पर अपने विचार स्पष्ट किए। उन्होंने पिछले कुछ दिनों से चल रही अफवाहों का खंडन किया, जिनमें कहा जा रहा था कि दोनों में से कोई फिल्म दिवाली क्लैश से बाहर हो सकती है। हालांकि, इस मामले में कोई आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है।

अनीस बज्मी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, “कुछ मीडियाकर्मी मेरे बयान का गलत मतलब निकाल रहे हैं। तीन दशकों का अनुभव रखने वाले एक फिल्म निर्माता के रूप में, मैं हमेशा आकर्षक कहानियों पर ध्यान केंद्रित करता हूं, न कि फिल्म रिलीज या बिजनेस डायनेमिक्स पर। मैंने कई फिल्मों को एक ही दिन रिलीज होने के बावजूद सफल होते देखा है। मेरे शब्द अनुवाद में खो गए हैं। मैं फिर से कहना चाहता हूं कि मैं ‘सिंघम अगेन’ और ‘भूल भुलैया 3’ दोनों के लिए उत्साहित हूं। दोनों अद्भुत फिल्में और प्रतिभाशाली टीमें हैं। आइए इसे साथ मिलकर करते हैं।”

 

सिंघम अगेन’ के निर्माताओं ने दिवाली 2024 के लिए फिल्म की रिलीज की तारीख तय की है। पहले यह फिल्म 15 अगस्त को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब इसकी डेट बदल दी गई है। रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित यह फिल्म उनकी कॉप यूनिवर्स की पांचवीं और ‘सिंघम’ फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म है, जिसमें अजय देवगन निडर पुलिस अधिकारी की अपनी भूमिका को फिर से निभा रहे हैं। इसे रोहित शेट्टी पिक्चर्स, रिलायंस एंटरटेनमेंट, जियो स्टूडियो और देवगन फिल्म्स ने मिलकर बनाया है।

वहीं, भूल भुलैया 3′ में कार्तिक आर्यन, विद्या बालन और तृप्ति डिमरी मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे। दोनों फिल्मों के बीच की प्रतिस्पर्धा बॉक्स ऑफिस पर दिलचस्प रहने की उम्मीद है।

 

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वेटलिफ्टिंग के दौरान ध्यान देने योग्य 10 महत्वपूर्ण बातें ,शुरुआती लोगों के लिए मार्गदर्शिका

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वेटलिफ्टिंग एक अत्यधिक प्रभावशाली व्यायाम है जो शक्ति, सहनशक्ति और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप कुछ बातों का ध्यान रखें ताकि आप सुरक्षित रूप से और अधिक प्रभावी ढंग से ट्रेनिंग कर सकें। यहाँ 10 महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका ध्यान वेटलिफ्टिंग के दौरान रखना चाहिए:

1. उचित तकनीक का उपयोग

  • फॉर्म पर ध्यान दें: सही तकनीक का उपयोग न केवल चोटों को रोकता है, बल्कि यह वेटलिफ्टिंग के लाभों को भी बढ़ाता है। अपने शरीर की स्थिति और मूवमेंट पैटर्न को समझें।
  • कोच से मार्गदर्शन लें: यदि आप नए हैं, तो एक पेशेवर कोच से मार्गदर्शन लेना फायदेमंद हो सकता है।

2. वार्म-अप करें

  • पेशियों को तैयार करें: वेटलिफ्टिंग से पहले अच्छी तरह वार्म-अप करें। यह आपके शरीर को तैयार करता है और चोट के जोखिम को कम करता है।
  • डायनामिक स्ट्रेचिंग: हल्की कार्डियो गतिविधियों और डायनामिक स्ट्रेचिंग से शुरुआत करें।

3. सही वजन चुनें

  • वजन की माप: अपने स्तर के अनुसार वजन का चुनाव करें। अधिक वजन उठाने की कोशिश करने से बचें, खासकर शुरुआती स्तर पर।
  • प्रगति का ट्रैक: धीरे-धीरे वजन बढ़ाएं, ताकि आपकी मांसपेशियों को नई चुनौतियों के लिए तैयार किया जा सके।

4. सही श्वास तकनीक

  • श्वास का ध्यान रखें: लिफ्ट करते समय सही श्वास लेना आवश्यक है। जैसे ही आप वजन उठाते हैं, श्वास बाहर छोड़ें और लिफ्ट के नीचे आते समय श्वास अंदर लें।
  • पेशियों में स्थिरता: सही श्वास तकनीक से आपके शरीर में स्थिरता बनी रहती है।

5. पर्याप्त आराम करें

  • विश्राम के समय: वेटलिफ्टिंग के दौरान सेट के बीच में पर्याप्त आराम करें। यह आपकी मांसपेशियों को रिकवरी में मदद करता है।
  • नींद का ध्यान रखें: उचित नींद लेना मांसपेशियों की पुनर्प्राप्ति में महत्वपूर्ण होता है।

6. संतुलित आहार

  • पोषण का ध्यान: एक संतुलित आहार लें जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और स्वस्थ वसा शामिल हों।
  • हाइड्रेशन: वेटलिफ्टिंग से पहले, दौरान और बाद में पर्याप्त पानी पिएं।

7. उचित गियर का उपयोग

  • स्पोर्ट्स शूज: वेटलिफ्टिंग के लिए उचित और सपोर्टिव जूते पहनें। इससे संतुलन और स्थिरता बढ़ती है।
  • बेल्ट और गियर्स: यदि भारी वजन उठा रहे हैं, तो वेटलिफ्टिंग बेल्ट का उपयोग करें, जो आपकी पीठ को सपोर्ट करता है।

8. मानसिक तैयारी

  • फोकस: वेटलिफ्टिंग के दौरान अपनी मानसिक स्थिति पर ध्यान दें। ध्यान केंद्रित करना आपकी प्रदर्शन क्षमता को बढ़ाता है।
  • सकारात्मक सोच: सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास रखें। यह आपके प्रदर्शन में सुधार कर सकता है।

9. चोटों का ध्यान रखें

  • संकेत पहचानें: अगर आपको किसी प्रकार का दर्द या असुविधा महसूस होती है, तो लिफ्टिंग बंद करें और आराम करें।
  • फिजियोथेरेपी: चोट के बाद उचित चिकित्सा लें और फिर से वर्कआउट शुरू करें।

10. नियमितता और धैर्य

  • नियमित ट्रेनिंग: वेटलिफ्टिंग में प्रगति के लिए नियमितता आवश्यक है। सप्ताह में कम से कम 2-3 बार ट्रेनिंग करें।
  • धैर्य रखें: परिणाम तुरंत नहीं आते। धैर्य रखें और अपने लक्ष्यों की ओर लगातार बढ़ते रहें।

वेटलिफ्टिंग एक शक्तिशाली व्यायाम है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप सुरक्षित तरीके से इसका अभ्यास करें। उपरोक्त बिंदुओं का ध्यान रखते हुए आप न केवल अपनी वेटलिफ्टिंग क्षमता बढ़ा सकते हैं, बल्कि चोटों के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। निरंतर प्रयास और सही दृष्टिकोण के साथ, आप अपने फिटनेस लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।

 

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गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने में जुटी योगी सरकार 

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गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके, इसको लेकर योगी सरकार लगातार काम कर रही है। इसी क्रम में राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत गरीब और दुर्बल आय वर्ग के बच्चों को गैर सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।

लखनऊ। गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके, इसको लेकर योगी सरकार लगातार काम कर रही है। इसी क्रम में राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत गरीब और दुर्बल आय वर्ग के बच्चों को गैर सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने ऐसे बच्चों की पढ़ाई को हर हाल में एक अप्रैल से शुरू कराने और प्रवेश सम्बन्धी सभी औपचारिकताओं को मार्च 2025 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत गैर सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को कक्षा-1 व पूर्व प्राथमिक कक्षा में 25 प्रतिशत प्रवेश दिया जाना अनिवार्य है। इसी के अनुपालन में योगी सरकार का बेसिक शिक्षा विभाग अभी से जुट गया है और आगामी सत्र में इसे अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

चार चरणों में पूरा होगा चयन और प्रवेश दिलाने की कार्यवाही
योगी सरकार की यह तैयारी सत्र 2025-26 में अलाभित और दुर्बल परवारों के होनहारों को अच्छी और नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी कराई जाएगी। प्रवेश दिलाने के लिए पात्र छात्रों के चयन के लिए आन लाइन आवेदन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। जिन दुर्बल परिवारों के बच्चों को गैर सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में प्रवेश लेना है, उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा। चार चरणों में पूरा होने वाली इस प्रक्रिया में आवेदन की निर्धारित तिथि के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा सत्यापन किया जाएगा और उसके बाद लॉक हुए आवेदन पत्रों की लॉटरी होगी। लॉटरी में निकले नामों को सूचीबद्ध कर विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी कर दी जाएगी।

इन तिथियों में आवेदन का मौका
प्रत्येक चरण में पहली से 19 तारीख तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। प्रथम चरण में ऑनलाइन आवेदन के लिए 01 से 19 दिसंबर तक का समय निर्धारित है, जबकि दूसरा चरण 01 से 19 जनवरी 2025 और तीसरा और चौथा चरण क्रमशः 01 से 19 फरवरी तथा 01 से 19 मार्च 2025 निर्धारित है। बता दें कि आवेदनों के प्राप्त होने बाद प्रत्येक चरण की 20 से 23 तारीख के बीच सम्बन्धित बीएसए द्वारा उनका सत्यापन कर उन्हें लॉक करने की कार्यवाही की जाएगी। 24 तारीख को लाटरी और 27 तारीख को चयनित छात्रों के प्रवेश के लिए गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी कर दी जाएगी। इस सम्बन्ध में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि पिछले सत्र में जुलाई माह तक इनके प्रवेश की प्रक्रिया चलती रही। इससे इनकी पढ़ाई प्रभावित हुई थी, लेकिन अब हमने अलाभित समूह व दुर्बल परिवारों के बच्चों के गैर सहायतित विद्यालयों में प्रवेश की प्रक्रिया हर हाल में मार्च तक पूरा करने व चयनित बच्चों को प्रवेश दिलाने का निर्णय लिया है ताकि, पहली अप्रैल से इनकी विधिवत पढ़ाई शुरू हो सके।

 

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