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Monday, July 7, 2025
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खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीने के फायदे: सेहत के लिए वरदान

खाली पेट अलसी के बीजों का पानी
खाली पेट अलसी के बीजों का पानी

खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीने के फायदे: सेहत के लिए वरदान

खाली पेट अलसी के बीजों का पानी

अलसी के बीज (Flax Seeds) को सुपरफूड माना जाता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। यदि आप हर सुबह खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे अलसी के बीजों का पानी पीने के फायदे और इसे सही तरीके से सेवन करने का तरीका।

अलसी के बीजों का पानी पीने के प्रमुख फायदे

1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीने से पाचन तंत्र बेहतर होता है। इसमें मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करता है और आंतों को साफ रखने में मदद करता है।

2. वजन घटाने में सहायक

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीना एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करता है।

3. दिल को रखे स्वस्थ

अलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखता है।

4. ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है

डायबिटीज के मरीजों के लिए अलसी के बीजों का पानी पीना काफी फायदेमंद हो सकता है। यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है।

5. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

अलसी के बीजों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा को निखारने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। अगर आप अलसी के बीजों का पानी पीते हैं, तो आपकी त्वचा में चमक आएगी और बाल झड़ने की समस्या दूर होगी।

अलसी के बीजों का पानी बनाने का तरीका

अगर आप अलसी के बीजों का पानी पीने का फायदा उठाना चाहते हैं, तो इसे सही तरीके से बनाना जरूरी है।

सामग्री:

  • 1 बड़ा चम्मच अलसी के बीज
  • 1 गिलास पानी

बनाने की विधि:

  1. एक गिलास पानी में 1 बड़ा चम्मच अलसी के बीज डालें।
  2. इसे रातभर के लिए भिगोकर छोड़ दें।
  3. सुबह इसे छानकर खाली पेट पिएं।

किन लोगों को अलसी के बीजों का पानी नहीं पीना चाहिए?

  1. गर्भवती महिलाएं – अधिक सेवन से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।
  2. ब्लड प्रेशर के मरीज – यदि आप दवाइयां ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  3. एलर्जी से ग्रसित लोग – कुछ लोगों को अलसी से एलर्जी हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें।

खाली पेट अलसी के बीजों का पानी पीने के फायदे कई हैं, लेकिन इसे सही मात्रा में और सही तरीके से लेना जरूरी है। अगर आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो इस हेल्दी ड्रिंक को अपने डाइट में जरूर शामिल करें।

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लखीमपुर खीरी मर्डर: पुलिस चौकी के पास दिनदहाड़े युवक की गोली मारकर हत्या

लखीमपुर खीरी मर्डर
लखीमपुर खीरी मर्डर

लखीमपुर खीरी मर्डर: दिनदहाड़े पुलिस चौकी के पास युवक को गोलियों से भूना

लखीमपुर खीरी मर्डर
लखीमपुर खीरी मर्डर

लखीमपुर खीरी मर्डर का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 20 वर्षीय युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात पुलिस चौकी के पास हुई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।

लखीमपुर खीरी में दिनदहाड़े मर्डर, पुलिस चौकी के पास हुई वारदात

लखीमपुर खीरी में दिनदहाड़े हुए मर्डर ने पूरे जिले को हिला दिया है। घटना मिश्राना इलाके में हुई, जहां पांच हमलावरों ने 20 वर्षीय अमोघ सेठ की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान एक दुकानदार भी घायल हो गया।

कैसे हुआ लखीमपुर खीरी मर्डर?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अमोघ सेठ को हमलावरों ने दौड़ाकर मारा। जब वह जान बचाने के लिए एक बुक स्टोर में घुसा, तो हमलावरों ने दुकान के अंदर घुसकर गोलीबारी की। इस फायरिंग में दुकान कर्मचारी आदित्य कश्यप भी घायल हो गया।

हमलावरों की पहचान और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस जांच में क्या सामने आया?

पुलिस के अनुसार, मृतक अमोघ सेठ का अनमोल पुरी बाला नाम के व्यक्ति से पुराना विवाद चल रहा था। पुलिस ने मृतक के पिता भरत सेठ की शिकायत पर अनमोल और पांच अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

हमलावर कैसे फरार हुए?

घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर दो बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। पुलिस चौकी पास होने के बावजूद उन्हें रोका नहीं जा सका, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।

लखीमपुर खीरी मर्डर के बाद इलाके में दहशत का माहौल

इस घटना के बाद पूरे इलाके में डर का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिनदहाड़े हुई इस हत्या ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घायल दुकानदार की हालत कैसी है?

फायरिंग में घायल हुए बुक स्टोर कर्मचारी आदित्य कश्यप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।

पुलिस जांच और आरोपियों की तलाश

पुलिस इस मामले में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है:

  • CCTV फुटेज की जांच कर हमलावरों की पहचान की जा रही है।
  • पुलिस की विशेष टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं।
  • वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया गया है।

लखीमपुर खीरी मर्डर ने एक बार फिर कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है। दिनदहाड़े पुलिस चौकी के पास हत्या होना यह दर्शाता है कि अपराधी बेखौफ हैं। पुलिस की जांच जारी है, लेकिन देखना यह होगा कि आरोपियों को कब तक पकड़ा जाता है और पीड़ित परिवार को कब न्याय मिलता है।

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IndusInd Bank शेयर गिरावट: 20% टूटा शेयर, भारतीय बाजार में हाहाकार

IndusInd Bank शेयर गिरावट
IndusInd Bank शेयर गिरावट

IndusInd Bank शेयर गिरावट: अमेरिकी बाजार के असर से भारतीय शेयर बाजार में भूचाल

IndusInd Bank शेयर गिरावट

Stock Market में गिरावट, IndusInd Bank शेयर 20% टूटा

भारतीय शेयर बाजार (Stock Market India) में मंगलवार को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। अमेरिकी बाजार (US Stock Market) में आई भारी गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर पड़ा, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान में खुले। इस गिरावट के बीच IndusInd Bank शेयर गिरावट सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही, क्योंकि यह 20% तक लुढ़क गया।

हाजिर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत मंगलवार को कमजोर रही।

  • बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 400 अंकों की गिरावट के साथ खुला और जल्द ही 73,672 के स्तर तक पहुंच गया।
  • निफ्टी (NSE Nifty) भी सेंसेक्स की राह पर चला और 130 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार करने लगा।

IndusInd Bank शेयर गिरावट: 10 सबसे ज्यादा टूटे शेयर

भारतीय बाजार में गिरावट के बीच कई बड़े शेयरों में नुकसान देखा गया। शुरुआती कारोबार में IndusInd Bank शेयर गिरावट के अलावा अन्य प्रमुख कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई।

सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयर:

  1. IndusInd Bank – 20% तक गिरावट
  2. Infosys – 3.24% फिसला
  3. M&M – 2.99% टूटा
  4. Zomato – 2.49% लुढ़का
  5. Tech Mahindra – 1.28% की गिरावट
  6. Bandhan Bank – 4.43% टूटा
  7. Godrej India – 4.25% नीचे
  8. RVNL – 3.53% गिरावट
  9. AU Bank – 3.46% कमजोर
  10. Gensol – 5% लोअर सर्किट

क्यों आई IndusInd Bank शेयर गिरावट?

IndusInd Bank शेयर गिरावट के पीछे कई वजहें हो सकती हैं:
✔ अमेरिकी बाजार में गिरावट: Dow Jones, S&P-500 और Nasdaq में भारी गिरावट आई थी, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा।
✔ बैंकिंग सेक्टर में दबाव: कई बैंकिंग स्टॉक्स में बिकवाली का दबाव बना हुआ है, जिससे IndusInd Bank भी प्रभावित हुआ।
✔ विदेशी निवेशकों की निकासी: FII (Foreign Institutional Investors) ने हाल ही में भारतीय बाजार से भारी मात्रा में निकासी की है, जिससे बाजार में कमजोरी आई है।

अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट

अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को जबरदस्त गिरावट देखी गई।

  • Dow Jones 1100 अंक तक टूटा, हालांकि अंत में 890 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ।
  • S&P-500 2.70% गिरा
  • Nasdaq 4% की गिरावट के साथ बंद हुआ।

क्या IndusInd Bank के निवेशकों को चिंता करनी चाहिए?

विश्लेषकों के अनुसार, IndusInd Bank शेयर गिरावट के बावजूद निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है और यह गिरावट बाजार के व्यापक दबाव का परिणाम है। हालांकि, निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव से निवेश के फैसले लेने चाहिए।

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होली 2025 की तारीख: 14 मार्च या 15? जानें सही दिन और सरकारी छुट्टियों का शेड्यूल

होली 2025 की तारीख
होली 2025 की तारीख

होली 2025 की तारीख को लेकर असमंजस – 14 मार्च या 15?

होली 2025 की तारीख
होली 2025 की तारीख

भारत में होली 2025 की तारीख को लेकर इस बार असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हर साल यह त्योहार फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, लेकिन इस बार तिथियों को लेकर मतभेद देखा जा रहा है। कुछ पंचांगों के अनुसार होली 14 मार्च 2025 को मनाई जाएगी, जबकि कुछ विद्वानों का कहना है कि होली 15 मार्च 2025 को पड़ रही है।

होली 2025 की सही तारीख क्या है?

हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन पूर्णिमा 13 मार्च 2025 को सुबह 10:35 बजे शुरू होगी और 14 मार्च को दोपहर 12:23 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत 13 मार्च को होगा, जबकि 14 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। लेकिन कई ज्योतिषियों का मानना है कि रंगों की होली 15 मार्च को खेली जानी चाहिए।

झारखंड में होली 2025 की छुट्टियां कितने दिन की होंगी?

झारखंड में होली 2025 की सरकारी छुट्टियां लगातार चार दिनों की होंगी।

  • 13 मार्च 2025 – होली की छुट्टी (सरकारी अवकाश)
  • 14 मार्च 2025 – होली का मुख्य दिन (सरकारी अवकाश)
  • 15 मार्च 2025 – शनिवार (छुट्टी)
  • 16 मार्च 2025 – रविवार (छुट्टी)

इस तरह सरकारी कर्मचारियों को लगातार चार दिन की लंबी छुट्टी मिलेगी।

क्या बैंक और स्कूलों में भी होली 2025 की छुट्टी मिलेगी?

अधिकतर निजी स्कूलों ने 13 मार्च से 15 मार्च तक होली की छुट्टियां घोषित की हैं। 16 मार्च को रविवार होने के कारण स्कूलों में लगातार 4 दिनों तक अवकाश रहेगा।

बैंकों की बात करें तो, बैंक यूनियन ने सरकार से अनुरोध किया है कि बिहार की तरह झारखंड में भी 14 और 15 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए। हालांकि, अभी इस पर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है।

झारखंड विधानसभा की कार्यवाही भी स्थगित

होली 2025 की छुट्टियों के चलते झारखंड विधानसभा की कार्यवाही 12 मार्च से 17 मार्च तक स्थगित कर दी गई है। पहले यह अवकाश 16 मार्च तक तय किया गया था, लेकिन बाद में सर्वसम्मति से 17 मार्च तक बढ़ा दिया गया।

होली 2025 की तारीख (14 मार्च या 15 मार्च) को लेकर लोगों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, सरकारी अवकाश 13 और 14 मार्च को घोषित किया गया है, लेकिन कई पंडितों के अनुसार 15 मार्च को रंगों की होली मनाना उचित रहेगा। झारखंड में इस साल सरकारी कर्मचारियों, स्कूलों और बैंकों के लिए लंबी छुट्टी होने की संभावना है, जिससे लोग पूरे उत्साह के साथ होली मना सकेंगे।

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दिनदहाड़े हत्या का मामला: युवक की ईंट से कूचकर हत्या, पुलिस ने की आरोपियों की तलाश शुरू

दिनदहाड़े हत्या का मामला
दिनदहाड़े हत्या का मामला

दिनदहाड़े हत्या का मामला: युवक की बेरहमी से हत्या, पुलिस जांच में जुटी

दिनदहाड़े हत्या का मामला
दिनदहाड़े हत्या का मामला

बहराइच जिले में दिनदहाड़े हत्या का मामला सामने आया है, जहां एक युवक की ईंट से कूचकर निर्मम हत्या कर दी गई। वारदात पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दी गई बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

हत्याकांड की पूरी घटना

बहराइच जिले के कोतवाली नानपारा क्षेत्र के बहादुरपुरवा गांव के निवासी शमसुद्दीन उर्फ पहड़िया (35) को मंगलवार सुबह कुछ लोगों ने फोन कर केशवापुर गांव बुलाया। शमसुद्दीन जब अपनी बाइक से गांव पहुंचा, तो वहां पहले से घात लगाए बैठे मस्तराम, शंकर समेत 4-5 लोगों ने उस पर ईंट से हमला कर दिया।

हमलावरों ने बेरहमी से वार करते हुए शमसुद्दीन की मौके पर ही हत्या कर दी और फरार हो गए। इस घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई।

पत्नी की तहरीर पर केस दर्ज

हत्या की सूचना मिलते ही कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक की पत्नी सरवरी बेगम ने पुलिस को तहरीर दी, जिसके आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

सरवरी बेगम का आरोप है कि उनके पति की हत्या पुरानी रंजिश के कारण की गई है। उनका कहना है कि एक साल से चले आ रहे विवाद की वजह से आरोपी पहले से ही उनके पति को मारने की योजना बना रहे थे।

दिनदहाड़े हत्या का मामला: पुलिस ने शुरू की जांच

पुलिस ने हत्या के इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है

पुलिस की कार्रवाई:

  1. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
  2. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
  3. गांव में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
  4. मामले में जल्द ही गिरफ्तारी होने की संभावना है।

कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।

गांव में पुलिस बल तैनात, तनाव का माहौल

चूंकि यह दो समुदायों से जुड़ा मामला है, इसलिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और गांव में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियातन कदम उठा रहा है

दिनदहाड़े हत्या का मामला सामने आने के बाद से इलाके में लोग भयभीत हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।

हत्या के पीछे पुरानी रंजिश का एंगल

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या पुरानी रंजिश के कारण की गई है। एक साल पहले मृतक और आरोपियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसके कारण शमसुद्दीन की हत्या की साजिश रची गई

स्थानीय लोगों का कहना है कि हत्या की यह घटना सोची-समझी साजिश के तहत की गई है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है ताकि हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।

बहराइच में दिनदहाड़े हत्या का मामला सामने आने के बाद से पुलिस प्रशासन हरकत में है। पुलिस इस हत्याकांड को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए कार्रवाई कर रही है और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है।

मृतक के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही दिनदहाड़े हत्या के इस मामले में सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाएगी।

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आलू के बोरे में चरस बरामद: नेपाल पुलिस ने 29 किलो चरस के साथ तीन तस्कर किए गिरफ्तार

आलू के बोरे में चरस बरामद
आलू के बोरे में चरस बरामद

आलू के बोरे में चरस बरामद, नेपाल पुलिस ने तीन तस्करों को किया गिरफ्तार

आलू के बोरे में चरस बरामद
आलू के बोरे में चरस बरामद

रूपईडीहा, बहराइच। नेपाल पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में आलू के बोरे में चरस बरामद की है। इस दौरान तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से करीब 29 किलो चरस मिली। बरामद मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।

नेपाल पुलिस की बड़ी कार्रवाई

नेपाल के बांके जिले में मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो और दांग जिले की पुलिस टीम ने इस छापेमारी को अंजाम दिया। दांग जिले के डीएसपी चक्र बहादुर शाह ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ लोग आलू के बोरे में चरस छिपाकर नेपालगंज ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।

कैसे पकड़े गए आरोपी?

पुलिस ने नेपालगंज के बारहकुने घोराही सड़क मार्ग पर चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान तीन संदिग्ध व्यक्ति आलू के बोरे लेकर जा रहे थे। पुलिस ने जब उनकी तलाशी ली तो प्लास्टिक में लिपटी चरस बरामद हुई।

29 किलो चरस की बरामदगी

तलाशी के दौरान 29 किलो 695 ग्राम चरस बरामद हुई। पुलिस ने तुरंत तीनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।

गिरफ्तार तस्करों की पहचान

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नेपाल के रुकुम जिले के निवासी के रूप में हुई:

  • फर्क बहादुर घर्ती (44 वर्ष)
  • रूपधन घर्ती (53 वर्ष)
  • जुन बहादुर पुन (64 वर्ष)

क्या था तस्करी का प्लान?

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे आलू के बोरे में चरस छिपाकर नेपालगंज ले जाने की योजना बना रहे थे। वहां इसे मोटी रकम में बेचने की तैयारी थी। लेकिन पुलिस की सतर्कता के कारण यह साजिश नाकाम हो गई।

आलू के बोरे में चरस तस्करी पर पुलिस की सख्ती

नेपाल पुलिस लगातार मादक पदार्थ तस्करी पर शिकंजा कस रही है। खासकर, आलू के बोरे में चरस छिपाने जैसी तरकीबों से तस्कर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं।

एनडीपीएस एक्ट के तहत होगी कड़ी सजा

गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस कानून के तहत लंबी जेल की सजा और भारी जुर्माने का प्रावधान है। पुलिस का कहना है कि तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

नेपाल पुलिस ने आलू के बोरे में चरस बरामद कर तस्करी की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी से यह साफ है कि मादक पदार्थों की तस्करी के लिए नई-नई तरकीबें अपनाई जा रही हैं। पुलिस की मुस्तैदी से नेपाल में नशे के खिलाफ अभियान और मजबूत होता जा रहा है।

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श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा और सुदामा चरित्र: भागवत कथा में सुनाए गए दिव्य प्रसंग

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा
श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा और सुदामा चरित्र का भावपूर्ण वर्णन

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा
श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के सात दिवसीय आयोजन के अंतिम दिन कथा व्यास ने श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा और सुदामा चरित्र का दिव्य प्रसंग सुनाया। श्रद्धालुओं ने इस पावन कथा का श्रवण कर भाव विभोर होकर भक्ति में लीन हो गए।

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा: प्रेम, विश्वास और विजय की कथा

रुक्मिणी ने भगवान श्रीकृष्ण को चुना

कथावाचक संत सर्वेश जी महाराज ने बताया कि जब रुक्मिणी ने भगवान श्रीकृष्ण को अपने हृदय समर्पित कर दिया, तब उन्होंने माता पार्वती की पूजा कर अपने मन की अभिलाषा प्रकट की। रुक्मिणी के भाई रुक्मी चाहते थे कि उनका विवाह शिशुपाल से हो, लेकिन स्वयं रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को पत्र लिखकर विवाह की इच्छा जताई।

भगवान श्रीकृष्ण ने किया रुक्मिणी हरण

जब रुक्मिणी देवी पार्वती के पूजन के लिए निकलीं, तभी भगवान श्रीकृष्ण वहां पहुंचे और उन्हें अपने रथ में बैठाकर ले गए। रुक्मी और शिशुपाल ने श्रीकृष्ण को रोकने का प्रयास किया, लेकिन श्रीकृष्ण ने सभी विरोधियों को पराजित कर दिया।

धूमधाम से हुआ श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह

भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी का विवाह रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुआ। इस पावन विवाह के अवसर पर इंद्रलोक से देवताओं ने पुष्प वर्षा की और पूरी द्वारका नगरी भक्ति और उल्लास से भर उठी।

सुदामा चरित्र: मित्रता की अमर कथा

सुदामा की द्वारका यात्रा

कथावाचक ने सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि जब सुदामा की पत्नी ने आर्थिक तंगी के कारण उन्हें भगवान श्रीकृष्ण से मिलने की सलाह दी, तो वे श्रीकृष्ण से मिलने द्वारका पहुंचे। वहां द्वारपालों ने उन्हें भिक्षुक समझकर रोक दिया।

भगवान श्रीकृष्ण का सुदामा प्रेम

जब भगवान श्रीकृष्ण को पता चला कि सुदामा द्वार पर खड़े हैं, तो वे दौड़ते हुए आए और अपने मित्र को गले लगा लिया। सुदामा ने श्रीकृष्ण को प्रेमपूर्वक चावल भेंट किए। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने बिना कुछ कहे ही सुदामा के घर को धन-धान्य से भर दिया।

भक्ति में लीन हुए श्रद्धालु

इस भागवत कथा के समापन के अवसर पर भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ, जिसमें श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूमने लगे। आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया और श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत समापन हुआ।

सात दिवसीय भागवत कथा में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

इस धार्मिक आयोजन में आचार्य अरुण, अजय शुक्ल, अनुपम शास्त्री, तबला वादक सुरेश, बैंजो वादक दिनेश, पैड वादक शत्रुघ्न प्रसाद मिश्रा, आर्गन वादक सरबजीत सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह कथा और सुदामा चरित्र भक्तों को प्रेम, समर्पण और भक्ति का संदेश देते हैं। इस कथा के माध्यम से श्रद्धालुओं ने आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया और भक्ति की गहराइयों में डूब गए।

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पत्रकार की हत्या के विरोध में जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन ने निकाली पदयात्रा और दी श्रद्धांजलि

पत्रकार की हत्या
पत्रकार की हत्या

पत्रकार की हत्या के विरोध में पदयात्रा, हत्यारों को फांसी की मांग

पत्रकार की हत्या
पत्रकार की हत्या

बहराइच। सीतापुर। उत्तर प्रदेश के जनपद सीतापुर में पत्रकार की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दैनिक जागरण के संवाददाता राघवेंद्र बाजपेई की निर्मम हत्या के विरोध में जिलेभर के पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के नेतृत्व में एक पदयात्रा निकाली गई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी मोनिका रानी को सौंपा गया।

पत्रकार की हत्या पर पत्रकारों में आक्रोश

पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद प्रदेश के पत्रकारों में भारी रोष है। संगठन के मंडल अध्यक्ष शादाब हुसैन ने कहा कि इतनी बड़ी वारदात के बावजूद अब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जो कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

हत्यारों को फांसी की मांग

पदयात्रा के दौरान पत्रकारों ने हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग उठाई। पत्रकारों का कहना है कि समाज के प्रहरी कहे जाने वाले पत्रकार जब खुद असुरक्षित हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे संभव होगी?

मृतक पत्रकार के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की मांग

जिला पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद प्रकाश गुप्ता ने सरकार से मांग की कि मृतक पत्रकार के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी मिले। उन्होंने कहा कि सरकार को पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आना चाहिए।

शहरभर के पत्रकारों ने जताया विरोध

इस विरोध प्रदर्शन में शहर के कई प्रमुख पत्रकार शामिल हुए, जिनमें मंडल उपाध्यक्ष सैयद अकरम सईद, महेंद्र कुमार मिश्रा, के.के. सक्सेना, रोहित कुमार श्रीवास्तव, जगत मलिक, सचिन श्रीवास्तव, अजमल शाह, दिनेश शर्मा, खालिद खान, रितेश मलिक, अरविंद शुक्ला, संजीव श्रीवास्तव और अन्य पत्रकार मौजूद रहे।

सरकार से न्याय की उम्मीद

पत्रकारों ने सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि पत्रकार की हत्या जैसी घटनाओं को रोका जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही न्याय नहीं मिला, तो आगे और भी बड़े आंदोलन किए जाएंगे।

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राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड: पत्रकारों में रोष, सुरक्षा कानून बनाने की उठी मांग

राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड
राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड

राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड: पत्रकारों में आक्रोश, सुरक्षा कानून की उठी मांग

राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड
राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड

बहराइच सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड ने पूरे पत्रकार समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। इस निर्मम हत्या के बाद पत्रकारों ने सुरक्षा कानून लागू करने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठाई है। श्रमजीवी पत्रकार यूनियन ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।

हत्याकांड से पत्रकारों में गुस्सा

सीतापुर के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई एक सक्रिय रिपोर्टर थे, जो भूमाफिया और खाद्यान्न घोटाले का पर्दाफाश कर रहे थे। हत्या से पहले उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। पत्रकारों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खतरा हैं और जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाना चाहिए।

श्रद्धांजलि सभा में उठी न्याय की मांग

श्रद्धांजलि सभा के दौरान श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के सदस्यों ने दिवंगत पत्रकार को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए कई मांगें रखीं।

मुख्य मांगें:

  1. हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा – इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाए।
  2. परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी – मृतक पत्रकार के परिवार को कम से कम 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
  3. पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए – भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया जाए।
  4. विशेष जांच दल (SIT) का गठन – मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सरकार एक विशेष जांच दल (SIT) गठित करे।
  5. फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई – पत्रकारों पर होने वाले हमलों के मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर शीघ्र न्याय दिलाने की व्यवस्था की जाए।
  6. पत्रकारों को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस दिया जाए – आत्मरक्षा के लिए पत्रकारों को आसानी से शस्त्र लाइसेंस जारी किया जाए।
  7. बिना ठोस सबूत के पत्रकारों पर केस न हो – बिना किसी राजपत्रित अधिकारी की जांच और ठोस सबूत के पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज ना किया जाए

पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल

पत्रकारों का कहना है कि राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड यह साबित करता है कि पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। आए दिन होने वाले हमले यह दर्शाते हैं कि अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह मीडिया की स्वतंत्रता के लिए खतरा बन सकता है।

ज्ञापन सौंपने के दौरान मौजूद रहे पत्रकार

इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष सत्य प्रकाश गुप्ता, महामंत्री विनोद द्विवेदी, रुद्र प्रताप, विनोद जायसवाल, शकील अंसारी, राहुल उपाध्याय, अभिलाष श्रीवास्तव, पुनीत श्रीवास्तव, भूपेंद्र पांडेय, मिर्जा आशीफ बेग समेत कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे।

राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड के बाद पत्रकारों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है। पत्रकार समुदाय ने मांग की है कि इस घटना के दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाए। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।

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पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक: बलूच लिबरेशन आर्मी ने 450 यात्रियों को बनाया बंधक, सेना अलर्ट

पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक
पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक

पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक: बलूच लिबरेशन आर्मी ने 450 यात्रियों को बनाया बंधक

पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक
पाकिस्तान ट्रेन हाईजैक

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक की बड़ी घटना सामने आई है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बोलन इलाके में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया और 450 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर आ गई हैं।

450 यात्रियों को बनाया बंधक

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तान रेलवे की जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया है। इस ट्रेन में 450 से अधिक यात्री सवार थे, जिनमें से कई पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी भी शामिल थे।

BLA ने धमकी दी है कि अगर उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई की गई, तो वे सभी यात्रियों को मार डालेंगे। इस हमले में अब तक 6 पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों की मौत की खबर है।

महिलाओं और बच्चों को किया रिहा

BLA की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उन्होंने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को छोड़ दिया है, लेकिन बाकी सभी बंधकों को नहीं छोड़ा जाएगा। इस ऑपरेशन को BLA की फिदायीन यूनिट “मजीद ब्रिगेड” लीड कर रही है।

पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के अधिकारी भी बंधक

हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस में पाकिस्तानी सेना, पुलिस, आतंकवाद निरोधक बल (ATF) और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के कई अधिकारी सफर कर रहे थे। वे सभी छुट्टी पर पंजाब जा रहे थे। BLA ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर कोई भी सैनिक एक्शन लेने की कोशिश करेगा, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा।

BLA ने क्यों किया ट्रेन हाईजैक?

बलूच अलगाववादी संगठन पाकिस्तान और चीन के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही BLA ने पाकिस्तान और चीन के CPEC प्रोजेक्ट्स के खिलाफ हमले तेज करने की धमकी दी थी।

बलूच राजी अजाओई संगर (BRAS) ने हाल ही में सिंधी अलगाववादी संगठनों के साथ एक नई रणनीति तैयार की थी, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ “निर्णायक युद्ध” की योजना बनाई गई।

CPEC प्रोजेक्ट्स पर भी खतरा

BRAS और बलूच संगठनों के हमलों से चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट पर भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार ने चीन को भरोसा दिलाया है कि वे जल्द ही स्थिति पर काबू पा लेंगे।

पाकिस्तानी सेना हाई अलर्ट पर

इस हाईजैक की घटना के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना पूरी तरह हाई अलर्ट पर आ गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां BLA के ठिकानों का पता लगाने और बंधकों को छुड़ाने की कोशिश कर रही हैं।

पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक की यह घटना एक बड़ी सुरक्षा चूक को दर्शाती है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के इस हमले से पाकिस्तान सरकार के लिए मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। इस घटना से CPEC प्रोजेक्ट्स और पाकिस्तानी सेना के मनोबल पर भी असर पड़ सकता है। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान सरकार इस संकट से कैसे निपटती है।

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