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Saturday, July 5, 2025
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निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर: 300 मरीजों का परीक्षण, 75 मोतियाबिंद रोगियों का ऑपरेशन

निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर
निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर

बहराइच वरिष्ठ कांग्रेस नेता स्वर्गीय चौधरी त्रिभुवन दत्त वर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस कैंप में सीतापुर नेत्र चिकित्सालय की टीम ने 300 से अधिक मरीजों का परीक्षण किया और 75 मोतियाबिंद रोगियों को चिन्हित कर ऑपरेशन के लिए सीतापुर भेजा।

निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर
निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर

निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन

स्व. चौधरी त्रिभुवन दत्त वर्मा की पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव चितरहिया में इस निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य मोतियाबिंद और अन्य नेत्र रोगों से पीड़ित लोगों की पहचान कर उनका उपचार सुनिश्चित करना था।

शिविर का संयोजन नरेंद्र वर्मा द्वारा किया गया, जबकि इस अभियान को स्व. वर्मा के पुत्र अधिवक्ता ब्रह्म दत्त वर्मा और पूर्व प्रधान हरिश्चंद्र वर्मा ने सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।

300 से अधिक मरीजों का हुआ परीक्षण

सीतापुर नेत्र चिकित्सालय की अनुभवी डॉक्टर डॉ. निशा श्रीवास्तव के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम ने मरीजों का परीक्षण किया। इस दौरान,

  • 300 से अधिक मरीजों की आंखों की जांच की गई।
  • कई मरीजों को चश्मा पहनने की सलाह दी गई।
  • 75 मरीजों में मोतियाबिंद की पहचान हुई, जिन्हें ऑपरेशन के लिए सीतापुर नेत्र चिकित्सालय भेजा गया।

मोतियाबिंद के मरीजों के लिए निशुल्क ऑपरेशन

इस निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में पाए गए 75 मोतियाबिंद मरीजों को निजी साधनों से सीतापुर ले जाया गया, जहां उनका निशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।

डॉ. निशा श्रीवास्तव ने बताया कि मोतियाबिंद एक गंभीर समस्या है, जिसे समय पर इलाज न मिलने पर मरीजों की दृष्टि प्रभावित हो सकती है।

जनसंपर्क अभियान से लोगों को मिली जानकारी

इस नेत्र चिकित्सा शिविर को सफल बनाने के लिए कई दिनों तक जनसंपर्क अभियान चलाया गया। स्व. वर्मा के परिवारजनों ने गांव-गांव जाकर लोगों को इस निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर के बारे में जानकारी दी, जिससे बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित हो सके।

गरीबों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म

इस अवसर पर नरेंद्र कुमार वर्मा ने कहा,
“स्वर्गीय श्री चौधरी का उद्देश्य हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना था, जिसे उनके पुत्र अब आगे बढ़ा रहे हैं।”

वहीं, रामेश्वर पवन ने कहा कि गरीबों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है और इस प्रकार के आयोजन समाज के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।

जरूरतमंदों को मिला भोजन और वस्त्र

इस शिविर के दौरान,

  • आसपास के गांवों से आए लोगों को भोजन कराया गया।
  • विधवा और बेसहारा महिलाओं को अंग वस्त्र भेंट किए गए।

ब्रह्म दत्त वर्मा का संकल्प

श्री चौधरी के बड़े पुत्र अधिवक्ता ब्रह्म दत्त वर्मा ने कहा कि वे गरीब और जरूरतमंदों की सेवा को आजीवन जारी रखेंगे

यह निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर नेत्र रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इससे न सिर्फ मोतियाबिंद के मरीजों को उपचार मिला, बल्कि कई अन्य लोगों को भी नेत्र संबंधी समस्याओं से निपटने के सुझाव मिले। इस तरह के शिविर से गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होता है, जिससे जरूरतमंद लोगों को बेहतर उपचार मिल पाता है।

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Chhaava Box Office Collection: विक्की कौशल की ‘छावा’ ने मचाया धमाल, 500 करोड़ क्लब में हुई शामिल

Chhaava Box Office Collection: 500 करोड़ क्लब में हुई एंट्री

Chhaava Box Office Collection
Chhaava Box Office Collection

विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन कर रही है। फिल्म ने रिलीज के बाद से ही रिकॉर्ड तोड़ कमाई की है और अब 500 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी है। यह विक्की कौशल के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई है।

Chhaava Box Office Collection Day 23: 23वें दिन भी जबरदस्त कमाई

Sacnilk की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म ‘छावा’ ने चौथे शनिवार को बेहतरीन कमाई करते हुए 16.5 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया। हालांकि, आधिकारिक आंकड़े आना अभी बाकी हैं, लेकिन इस कमाई के साथ ही फिल्म का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 508.8 करोड़ रुपये हो गया है। यह फिल्म विक्की कौशल के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो रही है।

पहले हफ्ते से ही मजबूत पकड़ बनाए हुए है ‘छावा’

फिल्म ने पहले दिन से ही ताबड़तोड़ कमाई की है। आइए, एक नजर डालते हैं इसके वीकली कलेक्शन पर:

  • पहला दिन: ₹31 करोड़
  • पहला हफ्ता: ₹219.23 करोड़
  • दूसरा हफ्ता: ₹180.25 करोड़
  • तीसरा हफ्ता: ₹84.05 करोड़
  • 22वां दिन: ₹8.75 करोड़
  • 23वां दिन: ₹16.5 करोड़ (अनुमानित)

विक्की कौशल की ‘छावा’ क्यों बनी ब्लॉकबस्टर?

फिल्म ‘छावा’ एक पीरियड ड्रामा है, जिसमें विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभाया है। फिल्म की दमदार स्क्रिप्ट, शानदार निर्देशन और ऐतिहासिक घटनाओं को जीवंत तरीके से प्रस्तुत करने की वजह से इसे दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। फिल्म के क्लाइमैक्स ने तो कई लोगों को भावुक कर दिया।

फिल्म की स्टारकास्ट और दमदार परफॉर्मेंस

इस फिल्म में विक्की कौशल के अलावा कई बेहतरीन कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं:

  • विक्की कौशल – छत्रपति संभाजी महाराज
  • रश्मिका मंदाना – विक्की कौशल की पत्नी के रूप में
  • अक्षय खन्ना – औरंगजेब के रूप में
  • दिव्या दत्ता और आशुतोष राणा – महत्वपूर्ण किरदारों में

फिल्म को मिल रहा क्रिटिक्स और दर्शकों का प्यार

फिल्म को न सिर्फ दर्शकों से बल्कि फिल्म समीक्षकों से भी खूब तारीफें मिली हैं। कई समीक्षकों ने इसे विक्की कौशल की अब तक की सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मेंस बताया है। सोशल मीडिया पर भी #Chhaava500CroreClub और #VickyKaushal ट्रेंड कर रहे हैं।

क्या ‘छावा’ बना पाएगी 600 करोड़ क्लब में जगह?

अब सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि क्या ‘छावा’ (Chhaava Box Office Collection) जल्द ही 600 करोड़ क्लब में भी शामिल हो पाएगी। जिस तरह से फिल्म की कमाई जारी है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि यह फिल्म जल्द ही एक और नया रिकॉर्ड बना सकती है।

विक्की कौशल की ‘छावा’ इस साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक साबित हुई है। 500 करोड़ क्लब में एंट्री करने के बाद अब यह फिल्म नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रही है। यदि कमाई की यही रफ्तार जारी रही, तो यह जल्द ही 600 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर सकती है। आप इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं!

 

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India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final: न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर की बल्लेबाजी, भारत को शुरुआती सफलता

India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final
India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final

India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final: रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड ने की बल्लेबाजी

India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final
India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final

ICC Champions Trophy 2025 Final में भारत और न्यूजीलैंड आमने-सामने हैं। यह मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है, जहां न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की कोशिश होगी कि वह मजबूत गेंदबाजी के दम पर कीवी टीम को कम स्कोर पर रोके और 12 साल बाद Champions Trophy का खिताब अपने नाम करे।

न्यूजीलैंड की मजबूत शुरुआत, भारत को शुरुआती सफलता

न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाजों ने शानदार शुरुआत की। रचिन रवींद्र और विल यंग ने 7.5 ओवरों में 57 रनों की साझेदारी की। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने वापसी करते हुए न्यूजीलैंड को लगातार झटके दिए।

  • विल यंग (15 रन) को वरुण चक्रवर्ती ने LBW आउट किया।
  • रचिन रवींद्र (37 रन) को कुलदीप यादव ने बोल्ड किया।
  • केन विलियमसन (11 रन) कुलदीप यादव की गेंद पर कैच आउट हुए।
  • टॉम लैथम (14 रन) को रवींद्र जडेजा ने LBW आउट किया।

32 ओवर के बाद न्यूजीलैंड का स्कोर 4 विकेट पर 143 रन था। क्रीज पर डेरिल मिचेल और ग्लेन फिलिप्स बल्लेबाजी कर रहे थे।

India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final: भारत की प्लेइंग XI

भारतीय टीम बिना किसी बदलाव के मैदान में उतरी। भारत की प्लेइंग-11 इस प्रकार है:

  • रोहित शर्मा (कप्तान)
  • शुभमन गिल
  • विराट कोहली
  • श्रेयस अय्यर
  • केएल राहुल (विकेटकीपर)
  • हार्दिक पंड्या
  • अक्षर पटेल
  • रवींद्र जडेजा
  • वरुण चक्रवर्ती
  • कुलदीप यादव
  • मोहम्मद शमी

न्यूजीलैंड की प्लेइंग XI में हुआ बदलाव

कीवी टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव किया। नाथन स्मिथ को टीम में शामिल किया गया, जबकि मैट हेनरी चोट के कारण बाहर हो गए। न्यूजीलैंड की प्लेइंग XI:

  • विल यंग
  • रचिन रवींद्र
  • केन विलियमसन
  • डेरिल मिचेल
  • टॉम लैथम (विकेटकीपर)
  • ग्लेन फिलिप्स
  • माइकल ब्रेसवेल
  • मिचेल सेंटनर (कप्तान)
  • नाथन स्मिथ
  • काइल जेमिसन
  • विलियम ओरोर्के

भारत का लक्ष्य तीसरी बार Champions Trophy जीतना

भारतीय टीम इससे पहले 2002 और 2013 में Champions Trophy जीत चुकी है। 2002 में भारत ने श्रीलंका के साथ ट्रॉफी साझा की थी, जबकि 2013 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को हराकर खिताब जीता था।

इस बार रोहित शर्मा की अगुवाई में भारत खिताब जीतने की कोशिश में है। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराया, जबकि न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को 50 रनों से हराकर फाइनल में जगह बनाई।

India vs New Zealand H2H रिकॉर्ड

  • कुल वनडे मैच: 119
  • भारत जीता: 61
  • न्यूजीलैंड जीता: 50
  • बेनतीजा: 7
  • टाई: 1

अब तक Champions Trophy जीतने वाली टीमें

साल विजेता परिणाम
1998 साउथ अफ्रीका वेस्टइंडीज को 4 विकेट से हराया
2000 न्यूजीलैंड भारत को 4 विकेट से हराया
2002 भारत-श्रीलंका संयुक्त विजेता
2004 वेस्टइंडीज इंग्लैंड को 2 विकेट से हराया
2006 ऑस्ट्रेलिया वेस्टइंडीज को 8 विकेट से हराया
2009 ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हराया
2013 भारत इंग्लैंड को 5 रनों से हराया
2017 पाकिस्तान भारत को 180 रनों से हराया

क्या इस बार India vs New Zealand Champions Trophy 2025 Final में भारत जीत दर्ज कर पाएगा? सभी की निगाहें इस हाई-वोल्टेज मुकाबले पर टिकी हैं।

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एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद: दिल्ली एयरपोर्ट पर बुजुर्ग महिला के साथ अमानवीय व्यवहार

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद: बुजुर्ग महिला के साथ अमानवीय व्यवहार, दिल्ली एयरपोर्ट पर बढ़ती समस्याएं

दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद एक गंभीर मुद्दा बन गया है। हाल ही में एक 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है, जिसमें उन्हें समय पर व्हीलचेयर न मिलने के कारण गंभीर चोटें आईं। यह घटना केवल एक अपवाद नहीं बल्कि भारत में एयरलाइंस सेवाओं की गिरती गुणवत्ता का संकेत है।

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद: बुजुर्ग महिला को नहीं मिली सहायता

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर इंडिया द्वारा एक बुजुर्ग महिला को व्हीलचेयर न दिए जाने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 82 वर्षीय महिला, जो एक लेफ्टिनेंट जनरल की विधवा हैं, पहले से व्हीलचेयर बुक करने के बावजूद एयरपोर्ट पर बिना सहायता के छोड़ दी गईं।

महिला को घंटों तक व्हीलचेयर का इंतजार करना पड़ा, लेकिन एयर इंडिया के कर्मचारियों ने कोई मदद नहीं की। अंततः जब वह खुद चलने के लिए मजबूर हुईं, तो चलते-चलते गिर गईं और उन्हें गंभीर चोटें आईं। इस हादसे के बाद उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।

दिल्ली एयरपोर्ट पर बढ़ती अव्यवस्थाएं

1. व्हीलचेयर सेवा की भारी कमी

एयर इंडिया समेत कई एयरलाइंस व्हीलचेयर सेवा के लिए यात्रियों से शुल्क वसूलती हैं, लेकिन जरूरत के समय सहायता उपलब्ध नहीं करातीं।

2. पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले

यह पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद सामने आया हो। पिछले महीने मुंबई एयरपोर्ट पर भी व्हीलचेयर की कमी के कारण एक 80 वर्षीय यात्री की मौत हो गई थी।

3. डीजीसीए ने एयर इंडिया पर लगाया जुर्माना

मुंबई एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर सेवा की कमी को लेकर डीजीसीए (नागरिक विमानन महानिदेशालय) ने एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद

बुजुर्ग महिला की हालत गंभीर, परिवार ने एयर इंडिया पर उठाए सवाल

पीड़ित महिला की पोती ने सोशल मीडिया पर एयर इंडिया के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा:

“मेरी दादी को एयर इंडिया ने व्हीलचेयर नहीं दी। जब वह खुद चलने को मजबूर हुईं, तो गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। एयर इंडिया की लापरवाही ने उनकी जान जोखिम में डाल दी।”

महिला के गिरने के बाद भी एयर इंडिया के कर्मचारियों ने तुरंत मेडिकल सहायता उपलब्ध नहीं कराई। वह खून से लथपथ हालत में विमान में सवार हुईं और अब भी आईसीयू में भर्ती हैं।

एयर इंडिया की सफाई और यात्रियों की चिंता

घटना के बाद एयर इंडिया ने बयान जारी किया:

“हम इस घटना से चिंतित हैं और पीड़िता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमारी टीम इस मामले को देख रही है और जल्द ही सभी विवरण साझा किए जाएंगे।”

हालांकि, एयर इंडिया का यह बयान यात्रियों के बढ़ते गुस्से को शांत नहीं कर सका। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर #AirIndiaWheelchairScandal जैसे हैशटैग के जरिए एयरलाइन की लापरवाही की आलोचना की।

यात्रियों के लिए जरूरी सुझाव

अगर आप या आपके परिवार में कोई वरिष्ठ नागरिक हवाई यात्रा कर रहा है, तो इन बातों का ध्यान रखें:

व्हीलचेयर बुकिंग का कन्फर्मेशन – एयरलाइन से यात्रा से 24 घंटे पहले कन्फर्म करें।
एयरपोर्ट पर जल्दी पहुंचें – ताकि जरूरत पड़ने पर मदद की मांग की जा सके।
यात्रा बीमा करवाएं – ताकि किसी आपात स्थिति में सहायता मिल सके।
सोशल मीडिया का सहारा लें – एयरलाइन की लापरवाही पर तुरंत आवाज उठाएं।

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद पर सरकार को उठाने चाहिए सख्त कदम

एयर इंडिया व्हीलचेयर विवाद से यह साफ हो गया है कि भारत में एयरलाइन सेवाओं की स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है। सरकार और नागरिक विमानन मंत्रालय को इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में यात्रियों को ऐसी दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

आपका क्या अनुभव रहा है?

अगर आप भी कभी एयर इंडिया या किसी अन्य एयरलाइन में इस तरह की समस्या का सामना कर चुके हैं, तो कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।

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डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज: बिना पेसमेकर और डायलिसिस के मरीज हुए स्वस्थ

डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज
डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज

डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज: बिना पेसमेकर और डायलिसिस के मरीज हुए स्वस्थ

डॉ सुनील बोकोलिया का इलाज
डॉ सुनील बोकोलिया का इलाज

नई दिल्ली: चिकित्सा क्षेत्र में कई उपलब्धियों के साथ, डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज हजारों मरीजों के लिए आशा की किरण बन चुका है। कई बड़े अस्पतालों में असाध्य मानी जाने वाली बीमारियों का इलाज उन्होंने बिना सर्जरी और महंगे ऑपरेशनों के किया है।

डॉ सुनील बोकोलिया ने बिना पेसमेकर के ठीक किया मरीज

दिल्ली के रोहिणी से आए रघुराज ने बताया कि वह गंभीर हृदय रोग से पीड़ित थे। एक बड़े अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें पेसमेकर लगवाने की सलाह दी थी और कहा था कि इसके बिना उनका दिल कभी भी काम करना बंद कर सकता है। लेकिन डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज पाकर वे पूरी तरह स्वस्थ हो गए और बिना पेसमेकर के सामान्य जीवन जी रहे हैं।

किडनी की बीमारी से जूझ रही महिला हुई पूरी तरह स्वस्थ

जहांगीरपुरी, दिल्ली की मंजू नामक महिला किडनी फेलियर से जूझ रही थीं। उनकी एक किडनी पहले ही निकाली जा चुकी थी और दूसरी भी खराब होने की कगार पर थी। बड़े अस्पतालों में नौ बार ऑपरेशन करवाने के बावजूद उन्हें डायलिसिस कराना पड़ रहा था और डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। लेकिन डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज मिलने के बाद वे बिना डायलिसिस के पूरी तरह स्वस्थ हो गईं।

लाइलाज बीमारियों का इलाज कर चुके हैं डॉ सुनील

डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज सिर्फ हृदय और किडनी के रोगों तक सीमित नहीं है। वे निम्नलिखित गंभीर बीमारियों का भी सफल इलाज कर चुके हैं:

  • ब्लड कैंसर और फेफड़ों का कैंसर
  • ब्रेन ट्यूमर और आंतों में गांठ
  • गुर्दे एवं पित्त की थैली में पथरी
  • महिलाओं में रसौली और सिस्ट की समस्या

गोल्ड मेडलिस्ट और विश्व रिकॉर्ड होल्डर हैं डॉ सुनील

डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज उन्हें एक अलग पहचान दिलाता है। वे कई बार गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं और चिकित्सा क्षेत्र में विश्व रिकॉर्ड होल्डर भी हैं। उनकी उपलब्धियों के कारण उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।

गरीबों के लिए वरदान बने डॉ सुनील बोकोलिया

हालांकि सरकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत होने के बावजूद, डॉ सुनील बोकोलिया का चमत्कारी इलाज गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध रहता है। वे बड़ी-बड़ी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं से सम्मानित हो चुके हैं और चिकित्सा क्षेत्र में उनका योगदान अतुलनीय है।

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दिल्ली सरकार गिग वर्कर्स के लिए नई योजना, महिलाओं को भी मिलेगा लाभ

गिग वर्कर्स

दिल्ली सरकार ने गिग वर्कर्स के लिए बनाई नई योजना, महिलाओं को भी मिलेगा लाभ

दिल्ली सरकार ने गिग वर्कर्स और महिलाओं के कल्याण के लिए नई योजनाओं की घोषणा की है। हाल ही में सरकार ने महिला समृद्धि योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को ₹2500 प्रतिमाह सहायता देने की योजना शुरू की थी। अब, सरकार डिलीवरी बॉय और अन्य गिग वर्कर्स के लिए भी नई नीतियां लागू करने जा रही है। इसके लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है जो इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करेगी।

गिग वर्कर्स

गिग वर्कर्स के लिए नई कल्याणकारी योजना

गिग वर्कर्स के लिए बनाई गई विशेष समिति

दिल्ली सरकार ने डिलीवरी बॉय, कैब ड्राइवर, फ्रीलांसर्स और अन्य गिग वर्कर्स के लिए एक नई समिति का गठन किया है। यह समिति गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा और अन्य लाभ प्रदान करने की दिशा में काम करेगी।

समिति का नेतृत्व और कार्य विभाजन

गठित समिति की अध्यक्षता सुनील के गुप्ता करेंगे। इसके अंतर्गत दो टीमें बनाई गई हैं:

  1. आईटी टीम – यह टीम गिग वर्कर्स के लिए एक डिजिटल पोर्टल विकसित करने का कार्य करेगी।
  2. समन्वय टीम – यह टीम विभिन्न प्लेटफॉर्म्स और गिग वर्कर्स संगठनों से संपर्क स्थापित करेगी।

गिग वर्कर्स को क्या लाभ मिलेगा?

नई योजना के तहत गिग वर्कर्स को निम्नलिखित लाभ मिलने की संभावना है:
स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा
आर्थिक सहायता योजना
कार्यस्थल पर सुरक्षा उपाय
सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पहचान पत्र

महिलाओं को मिलेगा ₹2500 प्रतिमाह सहायता

महिला समृद्धि योजना का उद्देश्य

दिल्ली सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला समृद्धि योजना शुरू की है। इसके तहत ₹2500 प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

कौन उठा सकता है योजना का लाभ?

इस योजना का लाभ वे महिलाएं उठा सकती हैं:
✔ जिनकी घरेलू वार्षिक आय ₹3 लाख से कम है।
✔ जो आयकर नहीं भरतीं
✔ जो दिल्ली की स्थायी निवासी हैं।

कैसे करें आवेदन?

सरकार जल्द ही इस योजना के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगी। पात्र महिलाएं सरकारी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं।

गिग वर्कर्स

दिल्ली सरकार के नए कदम: छह और समितियां गठित

गिग वर्कर्स और महिलाओं की योजनाओं के अलावा, दिल्ली सरकार ने श्रमिकों के लिए छह नई समितियां गठित की हैं। ये समितियां श्रमिकों के कल्याण, सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन और केंद्र सरकार के नियमों को लागू करने में सहायता करेंगी।

श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ना
ई-श्रम कार्ड धारकों को लाभ दिलाना
निर्माण श्रमिकों के लिए विशेष योजनाएं

दिल्ली सरकार गिग वर्कर्स और महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। महिला समृद्धि योजना के तहत जहां आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को प्रतिमाह ₹2500 की सहायता मिलेगी, वहीं गिग वर्कर्स के लिए सुरक्षा, बीमा और अन्य योजनाएं शुरू की जाएंगी। आने वाले समय में सरकार इस दिशा में और भी बड़े फैसले ले सकती है।

🚀 अगर आप गिग वर्कर या महिला समृद्धि योजना के पात्र हैं, तो इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों पर नजर बनाए रखें!

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रिलायंस इंडस्ट्रीज शेयर प्राइस में जबरदस्त उछाल, 3 दिनों में 7% बढ़कर 1250 रुपये के पार, जानें आगे का अनुमान

RIL शेयर प्राइस
RIL शेयर प्राइस

RIL शेयर प्राइस में तेजी: 3 दिनों में 7% उछाल, मार्केट कैप 17 लाख करोड़ के करीब

रिलायंस इंडस्ट्रीज
रिलायंस इंडस्ट्रीज शेयर प्राइस

RIL शेयर प्राइस में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। पिछले तीन कारोबारी दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 7% की बढ़ोतरी हुई है और यह 1250 रुपये के पार पहुंच गया है। इस दौरान कंपनी के मार्केट कैप में भी 1 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

RIL शेयर प्राइस में 3 दिनों से लगातार तेजी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर (RIL Share) में लगातार तीसरे दिन भी मजबूती बनी रही। शुक्रवार को शेयर 3.46% की बढ़त के साथ 1251 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। गुरुवार को भी इसमें लगभग 3% की तेजी दर्ज की गई थी।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि RIL शेयर प्राइस भारतीय स्टॉक मार्केट को मजबूती देने में अहम भूमिका निभा रहा है। पिछले एक साल में इस शेयर में 16% की गिरावट आई थी, लेकिन अब इसमें रिकवरी देखने को मिल रही है।

RIL का मार्केट कैप 17 लाख करोड़ के करीब पहुंचा

बीते तीन दिनों में RIL शेयर प्राइस में आए उछाल के चलते कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 1 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। अब रिलायंस का कुल मार्केट कैप 16.90 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

दिसंबर तिमाही के नतीजों के बावजूद रिलायंस के शेयर पर बाजार की अस्थिरता का असर पड़ा था, लेकिन अब इसमें रिकवरी देखने को मिल रही है।

ब्रोकरेज फर्मों का क्या है अनुमान?

शेयर बाजार की ब्रोकरेज फर्मों ने RIL शेयर प्राइस को लेकर पॉजिटिव आउटलुक दिया है। उन्होंने इस स्टॉक को 1400 से 1600 रुपये तक का टारगेट दिया है।

  • कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने RIL के शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है और 1400 रुपये का टारगेट दिया है।
  • जेफरीज ने भी इस स्टॉक पर ‘खरीद’ की सिफारिश बरकरार रखते हुए 1600 रुपये का टारगेट दिया है।
RIL शेयर प्राइस पर ट्रेड वॉर का असर कम

ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के O2C (ऑयल टू केमिकल) कारोबार पर अमेरिकी टैरिफ का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। कंपनी का अमेरिका को पेट्रोलियम निर्यात केवल 5% से कम है, जिससे टैरिफ जोखिम कम हो जाता है।

इसके अलावा, रिलायंस इंडस्ट्रीज अमेरिका से 1.5 एमएमटीपीए इथेन आयात करती है, जो उसकी उत्पादन क्षमता को बनाए रखने में सहायक है।

क्या निवेशकों को RIL के शेयर खरीदने चाहिए?

विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान में RIL शेयर प्राइस निवेश के लिए एक आकर्षक मौका हो सकता है।

  • अगर ब्रोकरेज फर्मों के टारगेट को देखा जाए, तो इसमें आगे भी तेजी जारी रह सकती है।
  • कमजोर प्रदर्शन के चलते इसमें पहले गिरावट आई थी, लेकिन अब इसमें रिकवरी दिख रही है।
  • लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए यह एक मजबूत स्टॉक बना हुआ है।

RIL शेयर प्राइस में लगातार तीन दिनों से तेजी बनी हुई है और यह 1250 रुपये के स्तर को पार कर चुका है। ब्रोकरेज फर्मों के अनुसार, इसमें आगे भी उछाल देखने को मिल सकता है और यह 1400 से 1600 रुपये तक जा सकता है। अगर आप शेयर बाजार में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह स्टॉक आपके पोर्टफोलियो के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

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IV Ozone Therapy for Cancer: क्या यह थेरेपी कैंसर के इलाज में फायदेमंद है? जानें पूरी जानकारी

IV Ozone Therapy for Cancer: क्या यह थेरेपी कैंसर के इलाज में मददगार है?

कैंसर का इलाज लगातार विकसित हो रहा है, और नई-नई थेरेपीज़ पर रिसर्च की जा रही है। IV Ozone Therapy for Cancer को भी एक संभावित सहायक उपचार के रूप में देखा जा रहा है। यह थेरेपी शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद कर सकती है। आइए जानते हैं कि यह थेरेपी क्या है, कैसे काम करती है और कैंसर के मरीजों के लिए यह कितनी प्रभावी हो सकती है।

IV Ozone Therapy क्या है?

IV Ozone Therapy एक मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें ओजोन मॉलिक्यूल्स को सलाइन (saline) के साथ नसों में डाला जाता है। इसे शरीर में ऑक्सीजन का सही उपयोग करने और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने में मदद कर सकते हैं।

IV Ozone Therapy for Cancer कैसे काम करती है?

1. कैंसर सेल्स की ग्रोथ रोकती है

यह थेरेपी शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर कैंसर सेल्स की वृद्धि को कम करने में मदद कर सकती है।

2. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है

IV Ozone Therapy for Cancer शरीर में साइटोकिन्स और अन्य इम्यून सेल्स के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक हो सकती है, जिससे कैंसर सेल्स से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

3. कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के साइड-इफेक्ट्स को कम कर सकती है

कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी से गुजर रहे मरीजों को कमजोरी, उल्टी, भूख ना लगना जैसी समस्याएं होती हैं। यह थेरेपी इन साइड-इफेक्ट्स को कम करने में सहायक हो सकती है।

IV Ozone Therapy for Cancer के फायदे

  • कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोक सकती है
  • इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है
  • ऑक्सीजन लेवल को सुधारती है
  • ट्रीटमेंट के साइड-इफेक्ट्स को कम कर सकती है
  • शरीर को आवश्यक न्यूट्रिएंट्स प्रदान करती है

IV Ozone Therapy for Cancer में कौन-कौन से पोषक तत्व शामिल होते हैं?

1. IV Vitamin C Therapy

इसमें विटामिन C की हाई डोज नसों में दी जाती है, जिससे कैंसर सेल्स के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

2. IV Nutrition Therapy

इस थेरेपी में विटामिन्स, मिनरल्स और अमिनो एसिड्स नसों के माध्यम से शरीर में पहुंचाए जाते हैं, जिससे हीलिंग प्रोसेस तेज होता है।

IV Ozone Therapy for Cancer किन मरीजों के लिए फायदेमंद है?

  • जिन मरीजों को कैंसर ट्रीटमेंट से अत्यधिक कमजोरी होती है
  • जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो चुकी है
  • जो कैंसर कैशेक्सिया (cancer cachexia) से पीड़ित हैं

IV Ozone Therapy for Cancer

क्या IV Ozone Therapy for Cancer सुरक्षित है?

हालांकि, यह थेरेपी सहायक उपचार के रूप में काम कर सकती है, लेकिन इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। रिसर्च अभी भी जारी है, और इसे पारंपरिक कैंसर ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए।

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महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी ही सच्चे नायक, अकबर-औरंगजेब नहीं: CM योगी

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी
महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी ही सच्चे नायक: CM योगी

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी
महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक नायकों पर अपनी स्पष्ट राय रखते हुए कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी सच्चे नायक हैं, जबकि अकबर और औरंगजेब को नायक नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि देश को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए हमें राष्ट्र नायकों के आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी: वीरता के प्रतीक

CM योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी ने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ संघर्ष किया और कभी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। महाराणा प्रताप ने घास की रोटी खाकर भी अपनी मातृभूमि की रक्षा की, जबकि छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगलों के अत्याचारों के खिलाफ बहादुरी से युद्ध किया।

“अकबर और औरंगजेब कभी नायक नहीं हो सकते”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इतिहास में कई ऐसे शासक हुए हैं जिन्होंने अपनी सत्ता को बचाने के लिए क्रूर नीतियां अपनाईं। अकबर और औरंगजेब का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये कभी भी राष्ट्र नायक नहीं हो सकते। उनके शासनकाल में भारतीय संस्कृति और परंपराओं को दबाने का प्रयास किया गया था।

राष्ट्र नायकों से प्रेरणा लेना जरूरी

CM योगी ने वर्तमान पीढ़ी को महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी जैसे वीरों से प्रेरणा लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो लोग इन राष्ट्र नायकों का सम्मान नहीं कर सकते, वे मानसिक रूप से विकृत हैं और उन्हें सही इतिहास पढ़ने की जरूरत है।

गौतमबुद्ध नगर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण

CM योगी आदित्यनाथ गौतमबुद्ध नगर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया और राष्ट्र नायकों के योगदान को याद किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी भारतीय इतिहास के सबसे बड़े नायक हैं। उन्होंने अपने पराक्रम से राष्ट्र की रक्षा की और स्वाभिमान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। इतिहास से प्रेरणा लेकर हमें भी राष्ट्र के उत्थान में योगदान देना चाहिए।

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UP Board Exam 2025: एक दिन में 1.93 लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा, 7 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार, 25 FIR दर्ज

यूपी बोर्ड परीक्षा 2025
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UP Board Exam 2025: एक दिन में 1.93 लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा, 7 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार

यूपी बोर्ड परीक्षा 2025
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UP Board Exam 2025 के दौरान नकल रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसका असर यह हुआ कि सिर्फ एक दिन में 1.93 लाख से अधिक छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। इसके अलावा, परीक्षा में धांधली करने के आरोप में 7 फर्जी परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया और 25 FIR दर्ज की गई हैं।

1. UP Board Exam 2025 में 1.93 लाख छात्रों ने छोड़ी परीक्षा

UP Board Exam 2025 में सख्ती के कारण बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी।

  • पहली पाली में 26,86,638 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन सिर्फ 24,92,791 छात्रों ने परीक्षा दी।
  • कुल 1,93,847 छात्र परीक्षा में अनुपस्थित रहे, जिनमें से अधिकतर अंग्रेजी विषय के परीक्षार्थी थे।
  • दूसरी पाली में भी कई छात्रों ने परीक्षा नहीं दी, जिससे कुल उपस्थिति प्रभावित हुई।

2. 7 फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार, 25 FIR दर्ज

UP Board Exam 2025 के दौरान परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए कड़े कदम उठाए गए।

  • परीक्षा में 7 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए
  • एटा से 3, मुरादाबाद से 2, आजमगढ़ और कानपुर से 1-1 फर्जी छात्र गिरफ्तार हुए।
  • नकल कराने के आरोप में 3 केंद्र व्यवस्थापक, 1 कक्ष निरीक्षक और 14 अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई।
  • कुल 25 मामलों में FIR दर्ज की गई है।

3. आज 30 लाख से अधिक परीक्षार्थी देंगे परीक्षा

8 मार्च 2025 को होने वाली UP Board Exam 2025 के लिए कुल 30,06,469 छात्र-छात्राएं रजिस्टर्ड हैं।

  • पहली पाली में:

    • हाई स्कूल की गृह विज्ञान परीक्षा: 7,57,795 परीक्षार्थी
    • इंटरमीडिएट व्यावसायिक वर्ग परीक्षा: 3,50,131 परीक्षार्थी
  • दूसरी पाली में:

    • हाई स्कूल कंप्यूटर विषय: 26,087 परीक्षार्थी
    • इंटरमीडिएट रसायन विज्ञान और समाजशास्त्र: 21,51,556 परीक्षार्थी

UP Board Exam 2025 को नकल मुक्त बनाने के लिए प्रशासन सख्ती से कार्रवाई कर रहा है।

4. कड़ी निगरानी के कारण बढ़ी अनुपस्थिति?

UP Board Exam 2025 के दौरान कड़े नियम लागू किए गए हैं।

  • हर परीक्षा केंद्र पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं।
  • नकल रोकने के लिए अतिरिक्त सचल दलों को तैनात किया गया है।
  • परीक्षार्थियों की कड़ी जांच की जा रही है, जिससे फर्जीवाड़ा रुक सके।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि इसी सख्ती के कारण इतनी बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा छोड़ रहे हैं।

UP Board Exam 2025 में अब तक लाखों छात्रों ने परीक्षा छोड़ी है और फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। प्रशासन नकल मुक्त परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह सतर्क है। आगे भी इसी तरह की सख्ती जारी रहेगी, जिससे परीक्षा की निष्पक्षता बनी रहे।

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