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Saturday, July 5, 2025
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CM योगी का बयान होली और जुमे पर: अनुज चौधरी के बचाव में कही ये बड़ी बात

CM योगी का बयान होली और जुमे पर
CM योगी का बयान होली और जुमे पर

CM योगी का बयान होली और जुमे पर: अनुज चौधरी के समर्थन में दी यह सफाई

CM योगी का बयान होली और जुमे पर
CM योगी का बयान होली और जुमे पर

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल के सर्किल ऑफिसर (CO) अनुज चौधरी के होली और जुमे को लेकर दिए गए बयान का बचाव किया है। सीएम योगी ने कहा कि त्योहारों के समय आपसी भावनाओं का सम्मान होना चाहिए और अनुज चौधरी ने इसी भावना से अपना बयान दिया था।

CM योगी का बयान होली और जुमे पर: क्या बोले मुख्यमंत्री?

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में सीएम योगी आदित्यनाथ से जब संभल CO अनुज चौधरी के बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा:

“होली साल में सिर्फ एक बार आती है, जबकि जुमे की नमाज हर हफ्ते होती है। ऐसे में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए समझदारी दिखानी चाहिए। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी इस अपील का समर्थन किया है।”

सीएम योगी ने आगे कहा कि जो व्यक्ति मस्जिद में नमाज पढ़ने जाना चाहता है, वह रंगों से परहेज न करे। अगर किसी को परेशानी हो, तो वह घर पर भी नमाज अदा कर सकता है।

संभल CO अनुज चौधरी ने क्या कहा था?

संभल के सर्किल ऑफिसर अनुज चौधरी ने 6 मार्च को बयान दिया था कि होली के रंगों से असहज महसूस करने वालों को उस दिन घर के अंदर रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि होली साल में एक बार आती है, जबकि जुमे की नमाज हर शुक्रवार को होती है

उन्होंने सभी समुदायों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और जबरन किसी पर रंग न डालने की अपील की थी।

विपक्ष ने जताई आपत्ति, सपा ने दी जेल भेजने की धमकी

अनुज चौधरी के इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामगोपाल यादव ने अनुज चौधरी को भाजपा का एजेंट बताते हुए सरकार बदलने पर जेल में डालने की धमकी दी।

CM योगी का बयान होली और जुमे पर: अनुज चौधरी का बचाव क्यों किया?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल CO अनुज चौधरी एक अर्जुन अवॉर्डी और पूर्व ओलंपियन हैं। उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया।

“जो हमारा पुलिस अधिकारी है, वह पहलवान रहा है। अब पहलवानी के लहजे में बोलेगा तो कुछ लोगों को बुरा लग सकता है। लेकिन जो बात सच है, उसे स्वीकार करना चाहिए।”

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी किया समर्थन

सीएम योगी ने यह भी बताया कि मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस अपील का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज स्थगित भी की जा सकती है और आवश्यक नहीं है कि वह सिर्फ मस्जिद में ही पढ़ी जाए।

क्या होगा आगे?

संभल CO अनुज चौधरी के बयान पर जहां विपक्ष हमलावर है, वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका पूरा समर्थन किया है। सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए।

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जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश: सीएम मोहन यादव का बड़ा ऐलान, अब दोषियों को मिलेगी फांसी

जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश
जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश

जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश: सीएम मोहन यादव का बड़ा ऐलान, दोषियों को मिलेगी फांसी

जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश
जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन (मतांतरण) के बढ़ते मामलों को देखते हुए सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महिला दिवस के अवसर पर घोषणा की कि जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश में और अधिक कड़ा किया जाएगा। अब इस कानून के तहत दोषियों को फांसी की सजा का प्रावधान किया जाएगा।

मध्य प्रदेश में जबरन धर्म परिवर्तन पर सख्ती

सीएम मोहन यादव का बड़ा फैसला

मध्य प्रदेश सरकार लंबे समय से जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही थी। हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां महिलाओं को धोखे से शादी के जाल में फंसाकर मतांतरण के लिए मजबूर किया गया। इसी के चलते मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस कानून को और अधिक कठोर बनाने का निर्णय लिया है।

उन्होंने ऐलान किया कि जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश को संशोधित कर इसमें फांसी की सजा जोड़ी जाएगी। अगर यह प्रविधान लागू होता है, तो मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन जाएगा जहां इस अपराध के लिए सबसे कठोर सजा दी जाएगी।

लगातार बढ़ रहे मतांतरण के मामले

महिलाओं को बनाया जा रहा है शिकार

मध्य प्रदेश में जबरन धर्म परिवर्तन से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। इनमें से कुछ मामलों में लड़कों द्वारा अपनी पहचान छिपाकर हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने, दुष्कर्म करने और फिर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डालने जैसी घटनाएं शामिल हैं।

हाल ही में भोपाल में एक इंजीनियरिंग छात्रा की आत्महत्या के बाद लव जिहाद का मामला सामने आया। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने सख्त कानून की मांग की थी।

हर दिन सामने आ रहे नए मामले

रीवा और भोपाल में भी मामले दर्ज

कुछ दिन पहले रीवा में एक मुस्लिम युवक को हिंदू लड़की से कोर्ट मैरिज के दौरान वकीलों ने घेर लिया। उनका आरोप था कि यह लव जिहाद का मामला है। इससे पहले भी भोपाल में एक युवती ने आरोप लगाया था कि एक युवक ने पहचान छिपाकर उसके साथ संबंध बनाए और फिर शादी के लिए धर्म परिवर्तन का दबाव डाला

मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बनेगा

धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम में होगा संशोधन

अगर जबरन धर्म परिवर्तन कानून मध्य प्रदेश में संशोधन किया जाता है, तो यह देश का पहला राज्य होगा जहां मतांतरण के दोषियों को फांसी की सजा दी जाएगी

सीएम मोहन यादव के इस ऐलान के बाद इस पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए सही कदम बता रहे हैं, तो कुछ इसे अत्यधिक कठोर कानून मान रहे हैं।

मध्य प्रदेश सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन कानून को और सख्त बनाने का ऐलान कर दिया है। अगर इस कानून में संशोधन किया जाता है, तो यह देश का सबसे कड़ा मतांतरण कानून बन जाएगा। सरकार का उद्देश्य ऐसे मामलों पर रोक लगाना और दोषियों को कड़ी सजा देना है। अब देखना होगा कि यह कानून कब तक लागू होता है और इसका प्रभाव कितना कारगर साबित होता है

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दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू: कॉमेडी, सस्पेंस और मनोरंजन से भरपूर कहानी

दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू
दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू

दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू: गांव की कहानी में कॉमेडी और सस्पेंस का जबरदस्त तड़का

दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू
दुपहिया वेब सीरीज रिव्यू

अमेज़न प्राइम वीडियो पर हाल ही में रिलीज़ हुई “दुपहिया वेब सीरीज” दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। यह वेब सीरीज गांव, दहेज प्रथा और चोरी की अनोखी कहानी को कॉमेडी के तड़के के साथ पेश करती है। आइए जानते हैं कि “दुपहिया वेब सीरीज” में क्या खास है और यह देखने लायक है या नहीं।

दुपहिया वेब सीरीज की कहानी |

इसकी कहानी बिहार के धड़कपुर गांव की है, जहां पिछले 24 सालों से कोई अपराध नहीं हुआ। लेकिन अचानक एक रात गांव में एक दुपहिया वाहन चोरी हो जाता है, जिससे पूरे गांव में हड़कंप मच जाता है।

गांव के बनवारी झा (गजराज राव) अपनी बेटी रौशनी (शिवानी रघुवंशी) की शादी करवाना चाहते हैं, लेकिन दूल्हे के परिवार ने दहेज में “दुपहिया” बाइक की मांग रखी। बनवारी किसी तरह बाइक खरीदकर ले आता है, लेकिन शादी से पहले ही वह चोरी हो जाती है। अब सवाल यह उठता है कि क्या बनवारी झा अपनी चोरी हुई “दुपहिया” को वापस ला पाएगा? क्या इस चोरी से गांव का “क्राइम फ्री” रिकॉर्ड टूट जाएगा? यही इस सीरीज का मुख्य प्लॉट है।

दुपहिया वेब सीरीज की खास बातें | 

1. मजेदार कॉमेडी और दमदार सस्पेंस

“दुपहिया वेब सीरीज” में कॉमेडी और सस्पेंस का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है। हर एपिसोड के अंत में एक नया ट्विस्ट है, जो दर्शकों को बांधे रखता है।

2. दमदार कलाकारों की परफॉर्मेंस

  • गजराज राव ने एक संघर्षशील पिता की भूमिका को शानदार तरीके से निभाया है।
  • स्पर्श श्रीवास्तव (लापता लेडीज फेम) की कॉमिक टाइमिंग जबरदस्त है।
  • भुवन अरोड़ा और रेणुका शहाणे ने भी अपने किरदारों को शानदार तरीके से निभाया है।

3. पंचायत वेब सीरीज की झलक

इसकी गांव की सेटिंग और किरदारों का ह्यूमर कहीं न कहीं “पंचायत वेब सीरीज” की याद दिलाता है, लेकिन इसकी कहानी बिल्कुल अलग और ताजगी से भरपूर है।

क्या “दुपहिया वेब सीरीज” देखें? |

अगर आपको गांव की कहानियों पर बनी कॉमेडी और सस्पेंस से भरी वेब सीरीज पसंद आती हैं, तो “दुपहिया वेब सीरीज” जरूर देखें। इसमें परिवार के साथ देखने लायक कंटेंट है, क्योंकि इसमें गाली-गलौच या अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया गया।

“दुपहिया वेब सीरीज” में मनोरंजन, हंसी, सस्पेंस और इमोशन्स का शानदार मिश्रण है, जो इसे देखने लायक बनाता है।

“दुपहिया वेब सीरीज” दर्शकों को गांव की अनोखी कहानी से जोड़ती है। इसमें कॉमेडी, सस्पेंस और सामाजिक मुद्दों का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है। यदि आप “पंचायत” जैसी वेब सीरीज पसंद करते हैं, तो यह शो भी आपको जरूर पसंद आएगा।

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भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: सुनील गावस्कर के बयान पर भड़के जेसन गिलेस्पी, कहा- ‘ये सब बकवास है’

भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद
भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद

भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: सुनील गावस्कर के बयान पर जेसन गिलेस्पी का पलटवार

भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद
भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जुनून बन चुका है। हाल ही में भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद तब और गहरा गया जब भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने बयान दिया कि भारत की B या C टीम भी पाकिस्तान को हरा सकती है। इस बयान पर पाकिस्तान के पूर्व कोच जेसन गिलेस्पी भड़क गए और उन्होंने इसे ‘बकवास’ करार दिया।

गावस्कर के बयान से भड़के जेसन गिलेस्पी

गावस्कर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर भारत की दूसरी या तीसरी टीम भी पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मैच खेले, तो वे मौजूदा पाकिस्तानी टीम को हरा सकते हैं। उनका मानना था कि पाकिस्तान की क्रिकेट टीम अब उस स्तर पर नहीं रही, जो वह पहले हुआ करती थी।

गावस्कर के इस बयान पर पाकिस्तान के पूर्व हेड कोच जेसन गिलेस्पी ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा-

“मुझे नहीं लगता कि गावस्कर की यह बात सच है। पाकिस्तान टीम में बहुत प्रतिभा है और अगर सही खिलाड़ियों को चुना जाए और उनका समर्थन किया जाए, तो वे किसी को भी हरा सकते हैं।”

गिलेस्पी ने भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद को लेकर कहा कि यह सिर्फ बयानबाजी है, और इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

PCB को गिलेस्पी की नसीहत

<h2>पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सुधार की जरूरत</h2>

गिलेस्पी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि पाकिस्तान टीम में बार-बार बदलाव करना खराब प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजह है। उन्होंने कहा-

“अगर PCB सही खिलाड़ियों को चुने और उन पर भरोसा बनाए रखे, तो पाकिस्तान क्रिकेट का स्तर सुधर सकता है। लेकिन बार-बार कोच और खिलाड़ियों को बदलने से टीम अस्थिर हो जाती है।”

गिलेस्पी ने बताया कि पाकिस्तान ने पिछले ढाई साल में 16 कोच बदले हैं और 26 बार खिलाड़ियों के चयन में बदलाव किए हैं। यह किसी भी टीम के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने PCB को सुझाव दिया कि खिलाड़ियों और कोचों को पर्याप्त समय देना जरूरी है ताकि वे अपना प्रदर्शन सुधार सकें।

गिलेस्पी ने आकिब जावेद को बताया ‘जोकर’

गिलेस्पी ने पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज और मौजूदा कोच आकिब जावेद को लेकर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा-

“आकिब जावेद खुद कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बनने के लिए बैकग्राउंड में काम कर रहे थे। अब जब वे अंतरिम कोच हैं, तो दूसरों पर सवाल उठा रहे हैं। यह हास्यास्पद है। वह एक जोकर हैं।”

भारत बनाम पाकिस्तान क्रिकेट विवाद पर आगे क्या?

गावस्कर और गिलेस्पी के बीच हुई इस बहस ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है। क्रिकेट प्रेमी अब यह देखना चाहेंगे कि आगामी ICC टूर्नामेंट में दोनों टीमें जब आमने-सामने होंगी, तो कौन किस पर भारी पड़ता है।

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महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास: करोड़ों महिलाओं को मिला सम्मान और अधिकार

महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास
महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला दिवस के अवसर पर गुजरात के नवसारी में महिलाओं को संबोधित किया और महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।

महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास
महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास

महिला सशक्तिकरण की दिशा में मोदी सरकार के प्रमुख कदम

1. करोड़ों महिलाओं के बैंक खाते खुले

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने करोड़ों महिलाओं के बैंक खाते खुलवाए हैं, जिससे वे बैंकिंग व्यवस्था से जुड़कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। इससे उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता मिली है।

2. उज्ज्वला योजना से महिलाओं को राहत

महिलाओं को धुएं से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए। यह महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।

3. तीन तलाक के खिलाफ सख्त कानून

मोदी सरकार ने तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाकर मुस्लिम महिलाओं को सुरक्षा दी है। यह कानून लाखों मुस्लिम महिलाओं के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा लेकर आया है।

महिलाओं को मिले सम्मान और अधिकार

4. जल जीवन मिशन से महिलाओं को लाभ

जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की सुविधा पहुंचाई गई है, जिससे महिलाओं का जीवन आसान हुआ है। अब उन्हें पीने के पानी के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ती।

5. महिलाओं के लिए बने करोड़ों शौचालय

मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत करोड़ों शौचालय बनवाए, जिससे महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित हुई। यह महिला सशक्तिकरण पर मोदी सरकार के प्रयास का एक अहम हिस्सा है।

महिला सशक्तिकरण के अन्य अहम पहल

6. आर्टिकल 370 हटने के बाद महिलाओं को मिले अधिकार

आर्टिकल 370 हटने से जम्मू-कश्मीर की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकार मिले। पहले, यदि कोई महिला राज्य के बाहर शादी करती थी, तो उसे पुश्तैनी संपत्ति का अधिकार नहीं मिलता था, लेकिन अब यह भेदभाव खत्म हो गया है।

7. राजनीति और न्यायपालिका में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी

2014 के बाद से सरकार में महिला मंत्रियों की संख्या बढ़ी है। साथ ही, न्यायपालिका में महिलाओं की भागीदारी में भी इजाफा हुआ है। कई राज्यों में सिविल जज के पदों पर 50% से अधिक नियुक्तियां महिलाओं की हुई हैं।

ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर

महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्रामीण भारत की आत्मा, ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण में बसती है। सरकार ने महिलाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

मोदी सरकार ने महिला सशक्तिकरण पर कई प्रभावी कदम उठाए हैं, जिनमें बैंक खाते खोलना, उज्ज्वला योजना, तीन तलाक कानून, जल जीवन मिशन और राजनीति में भागीदारी बढ़ाना शामिल है। इन योजनाओं ने करोड़ों महिलाओं का जीवन बेहतर बनाया है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है।

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Tesla की भारत में एंट्री: अमेरिका के जीरो टैरिफ प्रस्ताव से क्या मिलेगी टेस्ला को राहत?

Tesla की भारत में एंट्री
Tesla की भारत में एंट्री

Tesla की भारत में एंट्री: क्या अमेरिका का जीरो टैरिफ फॉर्मूला मदद करेगा?

Tesla की भारत में एंट्री

अमेरिकी सरकार और भारत के बीच व्यापारिक नीतियों को लेकर लगातार बातचीत हो रही है। इस बीच, Tesla की भारत में एंट्री को लेकर चर्चा तेज हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई व्यापार नीति के तहत अमेरिका ने भारत पर Reciprocal Tariff लागू करने का प्रस्ताव रखा है। इसका असर भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी पड़ सकता है।

अमेरिका का जीरो टैरिफ प्रस्ताव

अमेरिका चाहता है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार में कृषि उत्पादों को छोड़कर बाकी सभी सामानों पर Zero Tariff लागू किया जाए। इसका सीधा असर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर पड़ेगा, क्योंकि भारत में इस समय 110% तक की इम्पोर्ट ड्यूटी लागू है। यदि यह शुल्क हटा दिया जाता है, तो टेस्ला जैसी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश करना आसान हो जाएगा।

Tesla की भारत में एंट्री को क्यों है मुश्किल?

1. भारत में उच्च इम्पोर्ट ड्यूटी

Tesla की भारत में एंट्री में सबसे बड़ी बाधा भारत की ऊंची इम्पोर्ट ड्यूटी है। भारत में इम्पोर्टेड गाड़ियों पर 110% तक का शुल्क लगाया जाता है, जिससे टेस्ला की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार की कीमत भी लगभग दोगुनी हो जाती है।

2. लोकल ऑटोमोबाइल कंपनियों की चिंता

टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी भारतीय कंपनियां सरकार से इम्पोर्ट ड्यूटी बनाए रखने की मांग कर रही हैं। इनका मानना है कि अगर यह शुल्क हटाया जाता है, तो सस्ती विदेशी इलेक्ट्रिक गाड़ियां बाजार पर हावी हो जाएंगी और स्थानीय उद्योगों को नुकसान होगा।

क्या भारत सरकार टेस्ला के लिए इम्पोर्ट ड्यूटी कम करेगी?

भारत सरकार पूरी तरह से Zero Tariff नीति को अपनाने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि, सरकार धीरे-धीरे कुछ ऑटोमोबाइल पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम करने पर विचार कर रही है। पिछले कुछ महीनों में भारत सरकार ने लग्जरी गाड़ियों पर कुछ राहत देने के संकेत भी दिए हैं।

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते का असर

1. द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य

भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते की बातचीत जारी है, जिसमें टैरिफ विवाद को हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

2. Tesla की भारत में तैयारी

भले ही भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी को लेकर असमंजस बना हुआ है, लेकिन Tesla ने भारत में अपना पहला शोरूम साइन कर लिया है और बड़े शहरों में हायरिंग भी शुरू कर दी है। इससे साफ है कि टेस्ला भारतीय बाजार में प्रवेश के लिए पूरी तरह तैयार है।

क्या Tesla की भारत में एंट्री होगी आसान?

अमेरिका की Zero Tariff नीति और भारत की इम्पोर्ट ड्यूटी में संभावित कटौती से Tesla की भारत में एंट्री की संभावना बढ़ गई है। हालांकि, भारत सरकार पूरी तरह से इम्पोर्ट ड्यूटी हटाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन आने वाले महीनों में इसमें कुछ राहत मिल सकती है। अगर यह बदलाव लागू होता है, तो भारतीय ग्राहकों को टेस्ला की इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती कीमत पर मिल सकती हैं।

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संभल होली सुरक्षा योजना: थ्री लेयर सिक्योरिटी और बॉक्स फॉर्मेट में निकलेंगे जुलूस

संभल होली सुरक्षा योजना
संभल होली सुरक्षा योजना

संभल प्रशासन ने होली के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया है। संभल होली सुरक्षा योजना के तहत इस बार जुलूस को बॉक्स फॉर्मेट में निकाला जाएगा, ताकि किसी भी तरह की अशांति को रोका जा सके। डीएम राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि जिले को 29 सेक्टर और 6 जोन में बांटा गया है और थ्री लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लागू किया गया है।

संभल होली सुरक्षा योजना
संभल होली सुरक्षा योजना

संभल में होली और रमजान एक साथ, प्रशासन अलर्ट

संभल में इस बार होली और रमजान एक साथ होने की वजह से प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। डीएम ने बताया कि संभल होली सुरक्षा योजना के तहत हर इलाके में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए जगह-जगह CCTV कैमरे और वॉयस रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

होली पर बॉक्स फॉर्मेट में निकलेंगे जुलूस

संभल होली सुरक्षा योजना के अनुसार, इस बार होली के जुलूस बॉक्स फॉर्मेट में निकाले जाएंगे। इसका मतलब है कि जुलूस के आगे, पीछे, दाएं और बाएं पुलिस सुरक्षा तैनात रहेगी, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।

थ्री लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लागू

प्रशासन ने सुरक्षा के लिए थ्री लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लागू किया है:

  1. पहली लेयर: संवेदनशील इलाकों में पुलिस और PAC के जवान तैनात होंगे।
  2. दूसरी लेयर: CCTV और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।
  3. तीसरी लेयर: पुलिस अधिकारियों की विशेष टीम शहरभर में गश्त करेगी।

इसके अलावा, संभल होली सुरक्षा योजना के तहत पुलिस सेफ सिटी प्रोजेक्ट और ऑपरेशन त्रिनेत्र के जरिए निगरानी करेगी।

संभल में उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई

डीएम राजेंद्र पेंसिया ने साफ कहा कि संभल होली सुरक्षा योजना के तहत किसी भी तरह की अशांति फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जो पहले उपद्रव कर चुके हैं, उनमें से कई जेल में बंद हैं, जबकि कुछ को जिले से बाहर भेजा गया है। प्रशासन ने जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाने की बात कही है।

शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन और समुदायों की बैठक

शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने दोनों समुदायों के साथ बैठक की, जिसमें यह तय हुआ कि होली के जुलूस को देखते हुए जुमे की नमाज थोड़ी देर से अदा की जाएगी। सभी ने सहमति जताई कि होली और रमजान दोनों को सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाएगा।

संभल के CO का बयान – शांति भंग करने वालों पर होगी कार्रवाई

संभल के सीओ अनुज चौधरी ने दो टूक शब्दों में कहा कि जो लोग रंग से परहेज रखते हैं, वे घर पर ही रहें। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशासन किसी भी तरह की अशांति बर्दाश्त नहीं करेगा

संभल होली सुरक्षा योजना के तहत प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। थ्री लेयर सिक्योरिटी, बॉक्स फॉर्मेट में जुलूस और ड्रोन से निगरानी के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शांति भंग करने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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वकील काला कोट क्यों पहनते हैं और डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं? जानिए इसके पीछे का राज

क्या आपने कभी गौर किया है कि वकील हमेशा काले कोट में क्यों दिखते हैं और डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं? इन दोनों के कपड़ों के पीछे सिर्फ फैशन या परंपरा नहीं, बल्कि एक गहरी सोच और इतिहास छिपा है। शायद आपने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया होगा, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि इन खास रंगों के कोट का क्या राज है और क्यों ये पेशेवर जीवन में इतनी अहमियत रखते हैं।

हम अक्सर यह मानते हैं कि यह केवल दिखावे की बात है, लेकिन ऐसा नहीं है। हर रंग और पहनावे का एक अर्थ होता है, और इन कोट्स के पीछे भी एक गहरी परंपरा और सोच है। तो चलिए, जानते हैं कि वकील काले कोट क्यों पहनते हैं और डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं। इसके बाद आप इन दोनों पेशेवरों के कपड़ों को देखकर अलग ही नजरिए से सोचने लगेंगे।

वकील काला कोट क्यों पहनते हैं?

काले रंग को हमेशा गंभीरता, शक्ति और इज्जत का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए वकील अपनी पेशेवर ज़िंदगी में काले कोट का इस्तेमाल करते हैं। काले रंग में एक खास बात यह होती है कि यह सख्त और ताकतवर व्यक्तित्व को दर्शाता है, जो वकील के काम की गंभीरता और प्रोफेशनलिज्म को बखूबी दर्शाता है। क्या आप जानते हैं कि काले कोट की परंपरा इतनी पुरानी है?

इतिहास में जाएं तो, 17वीं सदी के अंत में ब्रिटेन के राजा चार्ल्स द्वितीय की मृत्यु के बाद वकीलों और न्यायाधीशों ने शोक व्यक्त करने के लिए काले कपड़े पहनने शुरू किए थे। यह एक शोक व्यक्त करने का तरीका था, और धीरे-धीरे यह परंपरा बन गई। शुरुआत में यह केवल शोक के रूप में था, लेकिन समय के साथ यह एक पेशेवर पहनावा बन गया और आज भी यह परंपरा जीवित है।

इसके अलावा, काले रंग को न्याय, निष्पक्षता और संजीदगी से जोड़ा जाता है। जब वकील काले कोट में कोर्ट के कमरे में प्रवेश करते हैं, तो यह उनके द्वारा उठाए गए मामलों में गंभीरता और ईमानदारी की भावना को दर्शाता है। काले रंग में एक निश्चित सम्मान और सख्ती होती है, जो उनके काम और पेशेवर माहौल में पूरी तरह से मेल खाती है।

काले कोट के लाभ

काले कोट पहनने का एक और फायदा यह है कि इस रंग में दाग-धब्बे जल्दी नजर नहीं आते, जिससे वकील हमेशा पेशेवर रूप से परिपूर्ण दिखाई देते हैं। इस प्रकार, काला कोट केवल एक पहनावा नहीं है, बल्कि यह वकील की पर्सनल और प्रोफेशनल इमेज को बनाए रखने में भी मदद करता है। इसके अलावा, काले कोट पहनने से एक मजबूत और प्रभावशाली उपस्थिति बनती है, जो कोर्ट और अन्य पेशेवर बैठकों में वकील के प्रभाव को बढ़ाती है।

डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं?

अब सवाल यह उठता है कि डॉक्टर सफेद कोट क्यों पहनते हैं? सफेद रंग को शुद्धता, स्वच्छता और चिकित्सा के प्रतीक के रूप में माना जाता है। डॉक्टरों के लिए सफेद कोट उनके पेशे की गंभीरता और जिम्मेदारी को दर्शाता है। सफेद कोट पहनने से डॉक्टर अपने पेशेवर वातावरण में स्वच्छता और पेशेवर दृष्टिकोण को बढ़ावा देते हैं।

इतिहास के लिहाज से देखें तो 19वीं सदी में जब चिकित्सा विज्ञान में क्रांतिकारी परिवर्तन आ रहे थे, तब डॉक्टरों ने सफेद कोट पहनना शुरू किया था। पहले, डॉक्टर काले या गहरे रंग के कपड़े पहनते थे, लेकिन सफेद रंग की शुरुआत स्वच्छता और रोगों के प्रसार से बचने के प्रतीक के रूप में की गई थी। सफेद कोट न केवल चिकित्सकीय दृष्टिकोण से स्वच्छता का प्रतीक है, बल्कि यह मरीजों में विश्वास भी पैदा करता है, क्योंकि सफेद रंग को शांतिपूर्ण और नर्मी से जोड़ा जाता है।

सफेद कोट के लाभ

सफेद कोट का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह डॉक्टर की स्वच्छता और पेशेवरता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। इसके अलावा, सफेद रंग से चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई और स्वच्छता का माहौल बना रहता है। जब डॉक्टर सफेद कोट में मरीजों के पास जाते हैं, तो मरीजों को यह विश्वास होता है कि उन्हें एक सक्षम और जिम्मेदार पेशेवर से मदद मिल रही है।

वकील काले कोट पहनते हैं और डॉक्टर सफेद कोट, दोनों ही पेशेवरता, गंभीरता और स्वच्छता के प्रतीक हैं। इन रंगों के कपड़े सिर्फ एक परंपरा नहीं हैं, बल्कि इनके पीछे गहरी सोच और इतिहास छिपा है। काले और सफेद कोट की परंपरा आज भी समाज में इन दोनों पेशेवरों के प्रति सम्मान और विश्वास का प्रतीक बनी हुई है। इसलिए अगली बार जब आप किसी वकील को काले कोट में या डॉक्टर को सफेद कोट में देखें, तो इस गहरे इतिहास और सोच को जरूर याद करें।

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होली 2025: होली पर रखें इन बातों का ध्यान, अभी नोट करें इसके नियम

होली, रंगों का पर्व, भारत में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार खासतौर पर परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर मनाया जाता है और पूरे देश में इसका आनंद लिया जाता है। होली का पर्व दो दिनों तक चलता है, पहला दिन होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है और दूसरा दिन रंगों वाली होली यानी धुलंडी के रूप में। होली 2025 की बात करें तो यह पर्व 13 और 14 मार्च को मनाया जाएगा, जिसमें होलिका दहन 13 मार्च को होगा और धुलंडी 14 मार्च को।

होलिका दहन का समय हिंदू पंचांग के अनुसार 13 मार्च को सुबह 10:35 बजे से प्रारंभ होगा और 14 मार्च को इसका समापन 12:23 बजे होगा। इस विशेष दिन पर, विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियाँ होती हैं। होली के दिन लोग अपनी बुराइयों को जलाने और अच्छाई को अपनाने का संकल्प लेते हैं। लेकिन इस दौरान कुछ विशेष बातें हैं, जिनका ध्यान रखना चाहिए, ताकि होली का यह पर्व सुरक्षित और धार्मिक दृष्टि से लाभकारी बन सके।

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होली पर क्या करें?

  1. रंगों का चयन और उपयोग: होली खेलने के लिए हमेशा गुलाल, फूल और साफ पानी का उपयोग करें। केमिकल वाले रंगों से बचें क्योंकि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
  2. धार्मिक पूजा: होली के दिन राधा-कृष्ण और शिव-पार्वती की पूजा करना चाहिए। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में खुशहाली आती है।
  3. बड़ों का सम्मान: इस दिन घर के बड़ों को गुलाल लगाकर उनका सम्मान करें और उन्हें मिठाई खिलाएं। इससे परिवार में प्रेम और सौहार्द बना रहता है।
  4. दान-पुण्य: होली के दिन अधिक से अधिक दान और पुण्य कार्य करें। इस दिन दान करने से विशेष लाभ मिलता है और यह आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
  5. सात्विक भोजन: इस दिन सात्विक भोजन करें और तामसिक भोजन से बचें। सात्विक आहार से मन और शरीर शुद्ध रहते हैं और त्योहार की खुशी का आनंद दोगुना हो जाता है।
  6. शत्रुओं को माफ करें: होली के दिन अपने शत्रुओं को भी माफ कर उन्हें प्रेम और रंगों में रंगने का संकल्प लें। इससे आपके दिल में शांति और सद्भावना का संचार होता है।
  7. प्रियजनों के साथ होली खेलें: इस दिन अपने परिवार, दोस्तों और प्रियजनों के साथ रंग खेलें और खुशी का अनुभव करें। होली के रंगों से रिश्तों में मिठास और मजबूती आती है।

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होली पर क्या न करें?

  1. विवाद से बचें: इस दिन किसी से भी विवाद करने से बचें। होली का दिन खुशियों और भाईचारे का होता है, इसलिए नकारात्मकता से बचना चाहिए।
  2. बड़ों का अपमान न करें: इस दिन बड़ों का अपमान करने से बचें। उनके आशीर्वाद से आपका जीवन खुशहाल रहेगा और आप हर कार्य में सफलता प्राप्त करेंगे।
  3. दूसरों के बारे में बुरा न बोलें: होली के दिन किसी के बारे में बुरा बोलने से बचें। इस दिन सभी के साथ प्रेम और सम्मान की भावना रखें।
  4. तामसिक भोजन से बचें: इस दिन तामसिक भोजन करने से बचें क्योंकि यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, बल्कि मानसिक शांति भी बिगाड़ सकता है।
  5. ब्रह्मचर्य का पालन करें: होली के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें। इस दिन संयमित आचरण से मानसिक और शारीरिक शक्ति बनी रहती है, जो पूरे वर्ष आपके जीवन में लाभकारी होती है।

होली 2025 का पर्व केवल रंगों और खुशियों का नहीं, बल्कि एक त्योहार है जो हमें धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी बहुत कुछ सिखाता है। इस दिन हमें अपने कार्यों में शुद्धता, पवित्रता और सकारात्मकता का पालन करना चाहिए। अपने परिवार, मित्रों और समाज के साथ इस उत्सव का आनंद लें, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित करें कि होली का पर्व सुरक्षित, खुशहाल और धर्म के अनुरूप मनाया जाए।

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RSSB Exam Calendar 2025 Revised: पटवारी, स्टेनोग्राफर, DEO समेत 44 भर्तियों की नई परीक्षा तिथियां जारी

RSSB Exam Calendar 2025
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RSSB Exam Calendar 2025: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने जारी किया संशोधित परीक्षा कैलेंडर

RSSB Exam Calendar 2025
RSSB Exam Calendar

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) ने हाल ही में RSSB Exam Calendar 2025 का संशोधित संस्करण जारी किया है। इस कैलेंडर में पटवारी, स्टेनोग्राफर, जेल प्रहरी, डाटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) और जूनियर तकनीकी सहायक समेत 44 विभिन्न भर्तियों की नई परीक्षा तिथियां घोषित की गई हैं। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण अपडेट है। इच्छुक उम्मीदवार RSSB Exam Calendar 2025 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।

RSSB Exam Calendar 2025: किन परीक्षाओं की तिथियां बदली गईं?

RSSB द्वारा जारी संशोधित परीक्षा कैलेंडर में कई महत्वपूर्ण भर्तियों की तारीखों को बदला गया है। यहां कुछ प्रमुख परीक्षाओं की अपडेटेड तिथियां दी गई हैं:

प्रमुख परीक्षाओं की संशोधित तिथियां (RSSB Revised Exam Dates 2025)

भर्ती परीक्षा का नाम नयी परीक्षा तिथि
स्टेनोग्राफर/निजी सहायक ग्रेड-II भर्ती परीक्षा (टाइपिंग टेस्ट) 19-20 मार्च 2025
जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 12 अप्रैल 2025
पटवारी भर्ती परीक्षा 11 मई 2025
जूनियर तकनीकी सहायक (संविदा) भर्ती परीक्षा 18 मई 2025
डाटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) भर्ती परीक्षा 4 जून 2025
फार्मा असिस्टेंट और महिला हेल्थ वर्कर भर्ती परीक्षा 5 जून 2025

अन्य महत्वपूर्ण भर्ती परीक्षाएं:

  • ब्लॉक कार्यक्रम अधिकारी (संविदा) भर्ती परीक्षा
  • अस्पताल प्रशासक (संविदा) भर्ती परीक्षा
  • सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) भर्ती परीक्षा
  • वरिष्ठ परामर्शदाता (संविदा) भर्ती परीक्षा

RSSB Exam Calendar 2025: कैसे करें डाउनलोड?

जो अभ्यर्थी RSSB Exam Calendar 2025 डाउनलोड करना चाहते हैं, वे नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:

📌 स्टेप-बाय-स्टेप गाइड:

1️⃣ सबसे पहले राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) की आधिकारिक वेबसाइट rssb.rajasthan.gov.in पर जाएं।
2️⃣ होमपेज पर ‘RSSB Exam Calendar 2025’ लिंक को खोजें और उस पर क्लिक करें।
3️⃣ लिंक पर क्लिक करने के बाद, एक नया PDF पेज खुलेगा, जिसमें सभी परीक्षा तिथियां होंगी।
4️⃣ अभ्यर्थी चाहें तो इस PDF को डाउनलोड कर सकते हैं और भविष्य के लिए प्रिंट आउट निकाल सकते हैं।

RSSB Exam Calendar 2025: अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश

📌 परीक्षा में शामिल होने से पहले उम्मीदवारों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

✅ एडमिट कार्ड समय पर डाउनलोड करें – परीक्षा तिथि से कुछ दिन पहले RSSB की आधिकारिक वेबसाइट पर एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा।
✅ सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की जानकारी लें – परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए भर्ती परीक्षा के सिलेबस और परीक्षा पैटर्न की गहन जानकारी लें।
✅ समय प्रबंधन पर ध्यान दें – परीक्षा में सफलता के लिए टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी है।

RSSB Exam Calendar 2025: किन्हें होगा सबसे ज्यादा फायदा?

इस संशोधित परीक्षा कैलेंडर से उन अभ्यर्थियों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा जो राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) की विभिन्न भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। RSSB Exam Calendar 2025 के जारी होने से उम्मीदवारों को अपनी रणनीति को सही तरीके से प्लान करने में मदद मिलेगी।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) द्वारा RSSB Exam Calendar 2025 को संशोधित कर दिया गया है। इसमें पटवारी, स्टेनोग्राफर, जेल प्रहरी, डाटा एंट्री ऑपरेटर (DEO) और फार्मा असिस्टेंट जैसी प्रमुख परीक्षाओं की नई तिथियां शामिल हैं। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा की तैयारी को लेकर सतर्क रहें और समय पर सभी आधिकारिक अपडेट्स चेक करते रहें।

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