34.4 C
New Delhi
Saturday, July 5, 2025
Home Blog Page 31

दिल्ली विधानसभा विवाद: आतिशी और AAP विधायकों को प्रवेश से रोका, पुलिस से हुई तीखी बहस

दिल्ली विधानसभा विवाद
दिल्ली विधानसभा विवाद

दिल्ली विधानसभा विवाद: आतिशी और AAP विधायकों को प्रवेश से रोका

दिल्ली विधानसभा विवाद
दिल्ली विधानसभा विवाद

दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को जबरदस्त दिल्ली विधानसभा विवाद देखने को मिला, जब आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी को विधानसभा में घुसने से रोक दिया गया। उनके साथ AAP के कई अन्य विधायक भी थे, जिन्हें निलंबन के चलते प्रवेश नहीं दिया गया। इस घटना के बाद आतिशी ने पुलिसकर्मियों से तीखी बहस की और आदेश की कॉपी दिखाने की मांग की।

आतिशी और पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक

AAP विधायकों को प्रवेश क्यों नहीं दिया गया?

विधानसभा परिसर में प्रवेश से रोके जाने पर आतिशी ने पुलिसकर्मियों से सवाल किया कि उन्हें किस आदेश के तहत अंदर नहीं जाने दिया जा रहा। पुलिस ने जवाब दिया कि विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) के निर्देश के अनुसार AAP विधायकों को अंदर जाने से रोका गया है। इस पर आतिशी ने आदेश की लिखित कॉपी मांगी और सवाल उठाए कि बिना आधिकारिक आदेश के उन्हें प्रवेश से कैसे रोका जा सकता है।

आतिशी का BJP पर हमला

इस घटना के बाद दिल्ली विधानसभा विवाद को लेकर आतिशी ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,

“BJP वालों ने सत्ता में आते ही तानाशाही की हदें पार कर दीं। ‘जय भीम’ के नारे लगाने पर तीन दिन के लिए AAP विधायकों को निलंबित कर दिया गया। अब हमें विधानसभा परिसर में घुसने भी नहीं दिया जा रहा।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि चुने हुए विधायकों को विधानसभा परिसर में घुसने से रोका गया है।

AAP के 21 विधायकों का निलंबन

कैसे हुआ AAP विधायकों का निलंबन?

दिल्ली विधानसभा विवाद तब शुरू हुआ जब आम आदमी पार्टी के 22 में से 21 विधायकों को सदन की कार्यवाही के दौरान नारेबाजी करने के कारण निलंबित कर दिया गया। ये विधायक LG (उपराज्यपाल) के भाषण के दौरान नारेबाजी कर रहे थे, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें सदन से बाहर कर दिया। केवल अमानतुल्लाह खान इस कार्रवाई से बच पाए, क्योंकि वह उस समय सदन में मौजूद नहीं थे।

AAP विधायकों का आरोप

AAP विधायक संजीव झा ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि उन्हें विधानसभा परिसर में प्रवेश की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्होंने कहा,

“दिल्ली पुलिस ने हमें न केवल विधानसभा बल्कि पार्किंग क्षेत्र में भी जाने से रोक दिया है। पुलिस का कहना है कि उन्हें विधानसभा स्पीकर के कार्यालय से आदेश मिला है।”

उन्होंने सवाल उठाया कि जब पिछले 10 वर्षों से स्पीकर पद आम आदमी पार्टी के पास था, तब कभी भी इस तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया था।

पीएम मोदी और स्पीकर पर निशाना

इस पूरे दिल्ली विधानसभा विवाद पर आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विधानसभा स्पीकर पर भी निशाना साधा है। AAP ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा कि चुने हुए विधायकों को सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है।

क्या है आगे की रणनीति?

AAP ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन करने और कानूनी कदम उठाने का संकेत दिया है। पार्टी का कहना है कि वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष और पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

दिल्ली विधानसभा विवाद को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। विधानसभा में AAP विधायकों का प्रवेश रोकने की घटना ने दिल्ली की राजनीति को गर्मा दिया है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या AAP विधायक सदन की कार्यवाही में शामिल हो पाते हैं या नहीं।

और पढ़ें:    महाकुंभ 2025 समापन: प्रयागराज में सीएम योगी ने किया श्रमदान, संगम तट पर की पूजा

महाकुंभ 2025 समापन: प्रयागराज में सीएम योगी ने किया श्रमदान, संगम तट पर की पूजा

महाकुंभ 2025 समापन
महाकुंभ 2025 समापन

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के समापन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगम नगरी प्रयागराज में पहुंचकर श्रमदान किया और संगम तट पर विशेष पूजा-अर्चना की। महाशिवरात्रि के शाही स्नान के बाद महाकुंभ का आधिकारिक समापन हो गया, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस भव्य आयोजन के सफल समापन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे ‘एकता का महाकुंभ’ करार दिया।

महाकुंभ 2025 समापन
महाकुंभ 2025 समापन

सीएम योगी ने किया श्रमदान, अरैल घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान

महाकुंभ 2025 समापन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे, जहां उन्होंने अरैल घाट पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता अभियान में भाग लिया। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ के दौरान सफाईकर्मियों, पुलिसकर्मियों और अन्य कर्मचारियों ने शानदार कार्य किया है, जिसके लिए वे सभी बधाई के पात्र हैं।

संगम घाट पर विशेष पूजा-अर्चना

महाकुंभ 2025 समापन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने संगम तट पर पूजा-अर्चना की और मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ आस्था, एकता और संस्कृति का प्रतीक है और यह आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार के कुशल प्रबंधन का भी परिचायक है।

रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान

इस भव्य आयोजन में रेलवे की भूमिका भी अहम रही। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ के सफल आयोजन में रेलवे कर्मियों के योगदान की सराहना की। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे ने 13,000 ट्रेनों की योजना बनाई थी, लेकिन 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन कर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को प्राथमिकता दी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की तारीफ की, जिससे यह भव्य आयोजन सफल रहा।

महाकुंभ 2025 में बने नए रिकॉर्ड

महाकुंभ 2025 अपने पीछे कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड छोड़ गया। इस वर्ष कुल 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम नगरी पहुंचे, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

पीएम मोदी ने महाकुंभ को बताया ‘एकता का पर्व’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में संपन्न हुए महाकुंभ 2025 समापन को ‘एकता का महाकुंभ’ करार दिया। उन्होंने अपने आधिकारिक ब्लॉग में लिखा कि यह आयोजन 140 करोड़ भारतीयों की आस्था का संगम था, जहां पूरे देश के लोग एक साथ जुड़े। उन्होंने सीएम योगी के नेतृत्व और प्रशासन की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि जनता जनार्दन ही ईश्वर का स्वरूप है, और सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सेवा करना है।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जताया आभार

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ 2025 समापन पर वह उन सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस भव्य आयोजन में भाग लिया। उन्होंने सफाईकर्मियों, डॉक्टरों, पैरामेडिक्स और प्रशासनिक कर्मचारियों की भी सराहना की, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

महाकुंभ 2025 समापन: एक ऐतिहासिक आयोजन

45 दिनों तक चले महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं, जिससे वे किसी भी असुविधा के बिना अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सके। यूपी सरकार ने महाकुंभ 2025 समापन को ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर विशेष प्रयास किए।

महाकुंभ 2025 समापन के साथ एक ऐतिहासिक अध्याय समाप्त हो गया, लेकिन इसकी भव्यता और महत्व हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रयागराज ने एक सफल और स्वच्छ महाकुंभ का आयोजन किया, जिससे न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को नई ऊंचाई मिली।

  और पढ़ें: बांदा में BJP नेता ने कि फायरिंग: जमीन विवाद में पुलिस के सामने चलाई गोली, इलाके में दहशत

बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक: DM मोनिका रानी ने दिए कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश

बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक
बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक

बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक: DM मोनिका रानी ने दिए अहम निर्देश

बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक
बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक

बहराइच। जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कार्यदायी संस्थाओं और प्रशासकीय अधिकारियों के साथ प्रोजेक्टवार समीक्षा की गई। बैठक के दौरान डीएम ने कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता को लेकर सख्त निर्देश दिए।

2355.28 करोड़ की परियोजनाओं की समीक्षा

बैठक में बताया गया कि जनपद में रु. 50 लाख से अधिक लागत की 110 परियोजनाओं पर कुल 2355.28 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है। इनमें से रु. 1777.59 करोड़ खर्च कर 94% वित्तीय एवं 74% भौतिक प्रगति प्राप्त की गई है। अब तक 50 निर्माण कार्य पूरे किए जा चुके हैं

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश

बैठक में डीएम मोनिका रानी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी विभागीय अधिकारी अपने निर्माणाधीन परियोजनाओं का नियमित निरीक्षण करें। बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक में कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट किया गया कि सीएमआईएस पोर्टल पर सभी प्रोजेक्ट्स की जानकारी अपडेट करना अनिवार्य होगा।

भूमि विवादों का जल्द समाधान जरूरी

डीएम ने निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों में भूमि विवाद आड़े नहीं आने चाहिए। कार्यदायी संस्थाओं और विभागीय अधिकारियों को केवल पत्राचार तक सीमित न रहकर उप जिलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर समस्याओं का समाधान निकालने को कहा गया।

PM श्री विद्यालयों और कस्तूरबा विद्यालयों की समीक्षा

PM श्री विद्यालयों का कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश

बैठक में PM श्री विद्यालयों में जारी निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई। डीएम ने कहा कि जिन विद्यालयों का कार्य पूरा हो चुका है, उन्हें तत्काल हस्तांतरित (हैंडओवर) करने की प्रक्रिया शुरू की जाए

कस्तूरबा विद्यालयों के लिए महिला नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी तय

डीएम ने निर्देश दिया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की सुविधाओं को लेकर नामित महिला नोडल अधिकारी हर महीने निरीक्षण करें। उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा, प्रसाधन और ड्रेस संबंधी व्यवस्थाओं का सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।

ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के निर्देश

डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकारी कार्यों को पेपरलेस बनाने के लिए ई-ऑफिस प्रणाली को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर सभी विभाग अपने कार्यालयों को ई-ऑफिस प्रणाली से जोड़ें। इसके अनुपालन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के वेतन आगामी महीनों में रोके जा सकते हैं

निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान

डीएम ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं में रंगाई-पुताई, वायरिंग और अन्य कार्यों की गुणवत्ता मानकों के अनुसार होनी चाहिए। बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक में निर्देश दिया गया कि सत्यापन समिति सभी कार्यों का गहन निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे।

बहराइच निर्माण कार्य समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्माण कार्यों की तेजी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। साथ ही, ई-ऑफिस प्रणाली को लागू कर प्रशासनिक कार्यों को अधिक पारदर्शी और सुचारु बनाया जाए।

और पढ़ें :  गंजीना काव्य संग्रह विमोचन: बहराइच में शायरी और उर्दू अदब का शानदार आयोजन

1984 सिख दंगे केस: सज्जन कुमार को दूसरी बार उम्रकैद, जानें पूरा मामला

1984 सिख दंगे केस
1984 सिख दंगे केस

1984 सिख दंगे केस में सज्जन कुमार को फिर मिली उम्रकैद

1984 सिख दंगे केस

1984 सिख दंगे केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह दूसरी बार है जब उन्हें उम्रकैद की सजा दी गई है। इससे पहले, दिल्ली कैंट मामले में भी उन्हें दोषी करार दिया गया था और वे इस समय तिहाड़ जेल में अपनी सजा काट रहे हैं।

क्या है 1984 सिख दंगे केस?

1984 सिख दंगे केस उन दंगों से जुड़ा है जो तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के थे। इन दंगों में दिल्ली समेत कई जगहों पर सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया था। हजारों लोगों की जान गई और कई परिवार तबाह हो गए।

सरस्वती विहार हिंसा में सज्जन कुमार दोषी

दो सिखों की क्रूर हत्या – 1 नवंबर 1984 को दिल्ली के सरस्वती विहार इलाके में जसवंत सिंह और उनके बेटे तरुणदीप सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई थी। आरोप है कि सज्जन कुमार ने भीड़ को उकसाया और पीड़ितों को जिंदा जला दिया गया

2018 में भी मिली थी उम्रकैद की सजा

साल 2018 में दिल्ली हाई कोर्ट ने सज्जन कुमार को 1984 सिख दंगे केस में पांच सिखों की हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी।

सिख दंगों में कुल कितने मामले दर्ज हुए?

1984 सिख विरोधी दंगों में कुल 587 FIR दर्ज की गई थीं, जिनमें 2,733 लोगों की मौत हुई थी।

  • पुलिस ने 240 मामलों को अज्ञात बताकर बंद कर दिया।
  • 250 मामलों में आरोपियों को बरी कर दिया गया
  • सिर्फ 13 मामलों में दोषियों को सजा मिल पाई।

सज्जन कुमार के खिलाफ अन्य केस

कुल तीन केस चल रहे हैं – सज्जन कुमार के खिलाफ तीन केस दर्ज थे, जिनमें से एक में उन्हें बरी किया जा चुका है और दो में उम्रकैद की सजा मिली है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित SIT – 2018 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित SIT ने 199 मामलों की जांच की, जिसमें 426 लोगों की हत्या से जुड़े 54 केस पाए गए।

1984 सिख दंगे केस में आगे क्या होगा?

अब सवाल उठता है कि क्या सज्जन कुमार को सख्त सजा मिलेगी? दिल्ली पुलिस और पीड़ित परिवारों ने फांसी की मांग की है।

और पढ़ें:  महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण: महाशिवरात्रि पर प्रयागराज में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

UAN एक्टिवेशन डेडलाइन: EPFO ने बढ़ाई अंतिम तिथि, जानें 15 मार्च से पहले कैसे करें UAN एक्टिवेट

UAN एक्टिवेशन डेडलाइन
UAN एक्टिवेशन डेडलाइन

UAN एक्टिवेशन डेडलाइन: EPFO ने बढ़ाई अंतिम तिथि, 15 मार्च तक करें यह जरूरी काम

UAN एक्टिवेशन डेडलाइन
UAN एक्टिवेशन डेडलाइन

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। EPFO ने UAN एक्टिवेशन डेडलाइन को बढ़ाकर 15 मार्च 2025 कर दिया है। इससे पहले यह अंतिम तिथि 15 फरवरी थी, लेकिन अब कर्मचारियों के पास इस जरूरी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक और मौका मिल गया है।

अगर आप EPFO Online Services का लाभ लेना चाहते हैं या फिर अपने PF खाते को ट्रैक करना चाहते हैं, तो UAN एक्टिवेशन अनिवार्य है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि UAN एक्टिवेशन डेडलाइन से पहले इसे कैसे एक्टिवेट करें और इसके फायदे क्या हैं।

UAN एक्टिवेशन डेडलाइन क्यों बढ़ाई गई?

EPFO ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर जानकारी दी कि UAN एक्टिवेशन और आधार सीडिंग की अंतिम तिथि पहले 15 फरवरी थी, लेकिन इसे 15 मार्च 2025 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक कर्मचारियों को EPFO की डिजिटल सेवाओं से जोड़ना है ताकि वे PF खाते की सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

UAN एक्टिवेशन क्यों जरूरी है?

EPFO द्वारा जारी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) एक 12-अंकों का यूनिक नंबर होता है, जो कर्मचारी के PF खाते से जुड़ी सभी जानकारी को ट्रैक करने में मदद करता है। अगर आप UAN एक्टिवेट नहीं करते हैं, तो आप कई जरूरी सुविधाओं से वंचित रह सकते हैं, जैसे:

✅ EPFO ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच
✅ PF बैलेंस चेक करना और पासबुक डाउनलोड करना
✅ ऑनलाइन PF विद्ड्रॉल और ट्रांसफर
✅ ELI Scheme के तहत सरकारी लाभ प्राप्त करना

UAN एक्टिवेशन कैसे करें? (Step-by-Step प्रक्रिया)

अगर आपने अभी तक अपना UAN एक्टिवेट नहीं किया है, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें और इसे तुरंत एक्टिवेट करें:

1. EPFO की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

👉 EPFO की वेबसाइट epfindia.gov.in पर विजिट करें।

2. For Employees सेक्शन में जाएं

👉 वेबसाइट के Services सेक्शन में जाकर For Employees विकल्प पर क्लिक करें।

3. UAN ऑनलाइन सर्विस चुनें

👉 अब Member UAN Online Service ऑप्शन को सेलेक्ट करें।

4. Activate UAN पर क्लिक करें

👉 नए पेज पर Activate UAN लिंक पर क्लिक करें।

5. आवश्यक जानकारी भरें

👉 अपना UAN नंबर, आधार नंबर, नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड भरें।

6. OTP वेरिफिकेशन करें

👉 Get Authorization Pin पर क्लिक करें और आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए OTP को दर्ज करें

7. UAN एक्टिवेट करें और लॉगिन करें

👉 OTP सबमिट करने के बाद आपका UAN एक्टिवेट हो जाएगा और आपके मोबाइल पर पासवर्ड आ जाएगा।
👉 अब अपने UAN नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके EPFO पोर्टल पर लॉगिन करें

UAN एक्टिवेशन का लाभ उठाएं, डेडलाइन से पहले करें पूरा

EPFO ने UAN एक्टिवेशन डेडलाइन को 15 मार्च तक बढ़ाकर कर्मचारियों को एक और मौका दिया है, लेकिन यह डेडलाइन आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। इसलिए बिना समय गंवाए अपना UAN एक्टिवेट करें और PF खाते की सभी सुविधाओं का लाभ उठाएं।

और पढ़ें:  Adani Bribery Case: गौतम अडानी पर 2029 करोड़ की रिश्वत का आरोप, US रेगुलेटर ने भारत से मांगी मदद

विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड: रिकी पोंटिंग बोले- ‘कोहली से बेहतर खिलाड़ी नहीं देखा’

विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड
विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड

विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड: रिकी पोंटिंग ने की जमकर तारीफ

विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड
विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली लगातार रिकॉर्ड्स तोड़ते जा रहे हैं। हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी शानदार पारी के बाद ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने कोहली की तारीफ करते हुए उन्हें वनडे क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बताया। पोंटिंग का कहना है कि विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड के मामले में सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ सकते हैं।

रिकी पोंटिंग ने क्यों कहा- विराट कोहली वनडे के बेस्ट प्लेयर हैं?

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने विराट कोहली की तुलना दुनिया के महानतम बल्लेबाजों से की और कहा कि उन्होंने वनडे क्रिकेट में कोहली से बेहतर खिलाड़ी नहीं देखा। पोंटिंग के अनुसार, कोहली की बल्लेबाजी तकनीक, फिटनेस और निरंतरता उन्हें सबसे अलग बनाती है।

पोंटिंग ने कहा:
“मुझे नहीं लगता कि मैंने 50 ओवर के प्रारूप में विराट कोहली से बेहतर खिलाड़ी देखा है। अब जबकि वह (वनडे में रन बनाने के मामले में) मुझसे आगे निकल चुके हैं, मुझे पूरा यकीन है कि वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में याद किए जाएंगे।”

विराट कोहली का वनडे में रिकॉर्ड कैसा है?

विराट कोहली ने अब तक वनडे क्रिकेट में 14,085 रन बना लिए हैं और वह दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है। उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर (18,426 रन) और कुमार संगकारा (14,234 रन) हैं।

कोहली के वनडे करियर की कुछ खास बातें:

✅ 51 शतक और 72 अर्धशतक
✅ 14000+ वनडे रन
✅ 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी विजेता टीम के सदस्य
✅ सबसे तेज 8000, 9000, 10,000, 11,000, 12,000 और 13,000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज

क्या विराट कोहली सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे?

1. क्या कोहली तेंदुलकर से आगे निकल सकते हैं?

सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे क्रिकेट में 18,426 रन हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। विराट कोहली इस रिकॉर्ड से 4,341 रन पीछे हैं, लेकिन उनकी मौजूदा फॉर्म को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि वह इसे तोड़ सकते हैं।

2. फिटनेस और फॉर्म बनाए रखना होगा

रिकी पोंटिंग के अनुसार, कोहली का फिटनेस लेवल शानदार है और अगर वह अपनी फॉर्म बनाए रखते हैं, तो सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा,
“विराट जैसे खिलाड़ी को आप कभी गिनती से बाहर नहीं कर सकते। अगर उनमें रन बनाने की भूख है, तो वह यह रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।”

पोंटिंग भी थे शानदार वनडे खिलाड़ी

रिकी पोंटिंग खुद वनडे क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनके नाम 13,704 वनडे रन दर्ज हैं। वह 2003 और 2007 में ऑस्ट्रेलिया को लगातार दो बार वनडे वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान थे।

विराट कोहली वनडे रिकॉर्ड के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि वह भविष्य में सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं। रिकी पोंटिंग की यह टिप्पणी कोहली की महानता को और भी मजबूत करती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में कोहली कितने और रिकॉर्ड अपने नाम करते हैं।

और पढ़ें:  पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी 2025: पहले ही मैच में स्टेडियम रहा खाली, दर्शकों की कमी से उठा सवाल

महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण: महाशिवरात्रि पर प्रयागराज में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण
महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है, और महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के दिन अंतिम अमृत स्नान के साथ इसका समापन होगा। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे, जिससे महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन, रेलवे और पुलिस हाई अलर्ट पर हैं।

महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण
महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण

महाकुंभ 2025 में वीकेंड और महाशिवरात्रि पर उमड़ेगी भारी भीड़

रेलवे और प्रशासन हाई अलर्ट पर

महाकुंभ 2025 के अंतिम अमृत स्नान को लेकर महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। प्रयागराज सहित दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं:

  • रेलवे स्टेशनों पर प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग द्वार तय किए गए हैं।
  • संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं।
  • जरूरत पड़ने पर श्रद्धालुओं को खुसरो बाग में भी रोका जाएगा।
  • वीकेंड और महाशिवरात्रि पर विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी।

महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम

VIP पास रद्द, नए वाहन पास जारी नहीं होंगे

प्रयागराज प्रशासन ने वीकेंड और महाशिवरात्रि पर संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी VIP पास रद्द कर दिए हैं। साथ ही, नए वाहन पास जारी करने पर भी रोक लगा दी गई है। इससे संगम क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा और यातायात बाधित नहीं होगा।

आरपीएफ, जीआरपी और लोकल पुलिस की तैनाती

महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे स्टेशनों और प्रमुख स्थानों पर आरपीएफ, जीआरपी और लोकल पुलिस की तैनाती की गई है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन सहित अन्य बड़े स्टेशनों पर बिना टिकट प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण को लेकर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जाए।

महाकुंभ 2025 में यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे की विशेष योजना

उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे ने वीकेंड और महाशिवरात्रि पर भीड़ प्रबंधन के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है। इस दौरान:

  • रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती होगी।
  • CCTV कैमरों से निगरानी की जाएगी।
  • यात्रियों की सुविधा के लिए अनाउंसमेंट और सूचना केंद्र सक्रिय रहेंगे।
महाशिवरात्रि पर प्रयागराज में रहेगा विशेष सुरक्षा बंदोबस्त

महाशिवरात्रि के दिन संगम में स्नान के लिए देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे। ऐसे में प्रयागराज में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं:

  • प्रमुख घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है।
  • स्नान के लिए अलग-अलग समय स्लॉट तय किए गए हैं।
  • पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है।

महाकुंभ 2025 अपने अंतिम चरण में है और वीकेंड के साथ-साथ महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। महाकुंभ 2025 भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे, पुलिस और प्रशासन पूरी तरह तैयार है। कड़े सुरक्षा उपायों के तहत VIP पास रद्द कर दिए गए हैं, स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं और यातायात नियंत्रण के विशेष इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं से भी अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें।

  और पढ़ें:  हाथरस भगदड़ जांच रिपोर्ट: न्यायिक आयोग ने भोले बाबा को दी क्लीन चिट, लेकिन कौन है जिम्मेदार?

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय: इन 4 जड़ी-बूटियों से तेजी से होगा BP मैनेज

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय: इन 4 जड़ी-बूटियों से होगा तेजी से फायदा

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय

हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो हार्ट डिजीज और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती है। यदि आपका ब्लड प्रेशर बार-बार हाई हो जाता है, तो आयुर्वेद में कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं जो इसे नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में हम हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं, जो आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।

हाई ब्लड प्रेशर क्यों होता है खतरनाक?

हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण कई बार तुरंत दिखाई नहीं देते। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप बना रहने से हृदय, किडनी और ब्रेन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय अपनाना फायदेमंद हो सकता है।

BP कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां

1. अश्वगंधा: तनाव कम कर BP को करे नियंत्रित

हाई ब्लड प्रेशर और तनाव का गहरा संबंध होता है। जब शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है, तो BP का स्तर भी बढ़ सकता है। अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जो तनाव को कम करने में मदद करती है।

कैसे करें सेवन:

  • रोजाना रात में एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाकर पिएं।
  • इससे तनाव कम होगा और ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहेगा।

2. अर्जुन की छाल: दिल को बनाए मजबूत

अर्जुन की छाल को आयुर्वेद में हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे प्रभावी माना गया है। यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कैसे करें सेवन:

  • अर्जुन की छाल का काढ़ा सुबह और शाम पिएं।
  • यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और हाई BP को नियंत्रित करता है।

3. आंवला: हाई BP को कम करने में फायदेमंद

आंवला विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो ब्लड प्रेशर को कम करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

कैसे करें सेवन:

  • रोजाना एक गिलास आंवला जूस पीने से हाई BP कम किया जा सकता है।
  • यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।

4. त्रिफला पाउडर: बॉडी डिटॉक्स और BP कंट्रोल

त्रिफला पाउडर शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।

कैसे करें सेवन:

  • रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला पाउडर गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
  • यह पाचन को सुधारता है और हाई BP को मैनेज करने में मदद करता है।

हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के अन्य आयुर्वेदिक टिप्स

  • योग और प्राणायाम करें – रोजाना अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
  • नमक का सेवन कम करें – ज्यादा नमक BP को बढ़ा सकता है, इसलिए इसका सीमित मात्रा में सेवन करें।
  • पर्याप्त पानी पिएं – शरीर को हाइड्रेटेड रखने से रक्त संचार बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
  • अल्कोहल और कैफीन से बचें – इनसे BP बढ़ने का खतरा होता है, इसलिए इनका सेवन सीमित करें।

हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे आयुर्वेदिक उपायों से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। अश्वगंधा, अर्जुन की छाल, आंवला और त्रिफला पाउडर जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए बेहतरीन उपाय मानी जाती हैं। इनके साथ हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार करने से भी हाई BP को मैनेज किया जा सकता है। यदि आपको बार-बार हाई BP की समस्या होती है, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।

और पढ़ें: डायबिटिक रेटिनोपैथी का इलाज: जानें कारण, लक्षण और बचाव के तरीके

यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद: हिजाब हटाने की शर्त पर 10 छात्राओं ने छोड़ी परीक्षा

यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद
यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद

यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद: हिजाब हटाने की शर्त पर छात्राओं ने छोड़ा पेपर

यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद
यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद

जौनपुर: यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन जौनपुर जिले में हिजाब को लेकर विवाद खड़ा हो गया। परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं 10 छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने इसका विरोध करते हुए परीक्षा छोड़ दी। इस घटना के बाद शिक्षा विभाग और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।

हिजाब हटाने के निर्देश से शुरू हुआ विवाद

हाईस्कूल की परीक्षा देने आईं छात्राओं को परीक्षा केंद्र पर चेकिंग के दौरान हिजाब हटाने को कहा गया। स्कूल प्रशासन का कहना था कि पहचान सत्यापित करने के लिए चेहरा दिखाना जरूरी है। लेकिन छात्राओं ने इस नियम को मानने से इनकार कर दिया और परीक्षा में बैठने से मना कर दिया।

परीक्षा से पहले 6 छात्राओं ने घर पर ही छोड़ दिया पेपर

अभिभावकों के अनुसार, इस परीक्षा में उनके परिवार की 10 बच्चियों को शामिल होना था। लेकिन हिजाब हटाने की शर्त के चलते पहले ही 6 छात्राओं ने परीक्षा केंद्र जाने से इनकार कर दिया था। वहीं, 4 छात्राएं जब परीक्षा देने गईं, तो उन्हें भी हिजाब हटाने के निर्देश दिए गए, जिसके कारण उन्होंने भी परीक्षा छोड़ दी।

परीक्षा केंद्र पर क्या हुआ?

परीक्षा केंद्र पर बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्राएं परीक्षा देने पहुंचीं थीं। अधिकांश छात्राओं ने प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए हिजाब हटा दिया, लेकिन कुछ छात्राओं ने इसका विरोध किया। जब उन्होंने परीक्षा में बिना हिजाब बैठने से इनकार कर दिया, तो उन्हें परीक्षा देने से रोक दिया गया।

अभिभावकों का आरोप, प्रशासन ने नहीं सुनी बात

छात्राओं के अभिभावकों ने बताया कि उन्होंने महिला शिक्षकों से जांच कराने के बाद हिजाब पहनकर परीक्षा देने की अनुमति मांगी थी, लेकिन प्रशासन ने इसे अस्वीकार कर दिया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी हिजाब हटाने के फैसले को लेकर बहस छिड़ गई है।

परीक्षा केंद्र प्रशासन का क्या कहना है?

विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो, इसलिए छात्रों की पहचान सत्यापित करना आवश्यक है। इस कारण छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहा गया। विद्यालय प्रशासन के अनुसार, कई छात्राओं ने बिना किसी आपत्ति के हिजाब हटाकर परीक्षा दी, लेकिन कुछ छात्राओं ने इसे स्वीकार नहीं किया और परीक्षा छोड़ दी।

महिला शिक्षिकाओं द्वारा की जा रही थी जांच

विद्यालय के प्रिंसिपल दिनेश गुप्ता ने स्पष्ट किया कि सभी छात्राओं की जांच महिला शिक्षिकाओं द्वारा ही की जा रही थी। परीक्षा नियमों के तहत सभी परीक्षार्थियों के चेहरे की पहचान मिलान करना आवश्यक होता है।

यूपी बोर्ड परीक्षा हिजाब विवाद पर बढ़ता तनाव

इस मामले के बाद शिक्षा विभाग पर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या छात्रों की धार्मिक आस्था का सम्मान किया जाना चाहिए था? या फिर परीक्षा केंद्र के नियमों के पालन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए? यह बहस अभी भी जारी है और इस मुद्दे पर शिक्षा विभाग से स्पष्टीकरण की मांग की जा रही है।

  और पढ़ें:   बीकानेर में सरकारी स्कूल हादसा: वॉटर टैंक में गिरने से तीन छात्राओं की मौत, परिजनों का हंगामा

बांदा में BJP नेता ने कि फायरिंग: जमीन विवाद में पुलिस के सामने चलाई गोली, इलाके में दहशत

बांदा BJP नेता फायरिंग
बांदा BJP नेता फायरिंग

बांदा (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के बांदा BJP नेता फायरिंग का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बीजेपी नेता ने पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम फायरिंग कर दी। यह घटना बांदा जिले के कालू कुआं इलाके की है, जहां पार्क की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।

बांदा BJP नेता फायरिंग
बांदा BJP नेता फायरिंग

बांदा BJP नेता फायरिंग: क्या है पूरा मामला?

बांदा जिले में BJP नेता फायरिंग का यह मामला उस समय सामने आया जब पुलिस-प्रशासन की टीम पार्क की जमीन पर अवैध कब्जे की जांच करने पहुंची थी। बताया जा रहा है कि बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता पर पार्क की जमीन पर कब्जा करने का आरोप है। मोहल्लेवालों ने इसकी शिकायत डीएम से की थी, जिसके बाद जमीन की जांच कराई गई।

DM ने दिए थे कब्जा हटाने के आदेश

जांच में पता चला कि विवादित प्लॉट बांदा विकास प्राधिकरण द्वारा पार्क के रूप में दर्ज किया गया था। डीएम ने आदेश दिया कि इस जमीन से तत्काल कब्जा हटाया जाए। इसी दौरान जब वहां सफाई की जा रही थी, तो राजेश गुप्ता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और लोगों को धमकाने लगे। जब बात नहीं बनी तो उन्होंने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई।

सीसीटीवी में कैद हुई बांदा BJP नेता की फायरिंग

घटना स्थल पर लगे CCTV कैमरों में यह पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बांदा BJP नेता फायरिंग कर रहे हैं और पिस्टल को अपनी कुर्ते के नीचे छिपा रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी गई।

पुलिस ने दोनों पक्षों पर दर्ज किया केस

फायरिंग की सूचना मिलते ही बांदा पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। DSP सिटी राजीव प्रताप के अनुसार, यह जमीन बांदा विकास प्राधिकरण की संपत्ति थी और इसे पार्क के लिए आवंटित किया गया था। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

बांदा BJP नेता फायरिंग मामले में आगे क्या होगा?

फिलहाल, पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और वायरल हुए CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। बीजेपी नेता राजेश गुप्ता पर पहले भी कई विवादित मामलों में शामिल होने के आरोप लग चुके हैं। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बांदा जिले में बांदा BJP नेता फायरिंग की घटना से हड़कंप मच गया है। पुलिस की मौजूदगी में खुलेआम गोली चलाना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।

और पढ़ें: अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहाई: 17 महीने बाद बाहर आए सपा नेता, समर्थकों ने किया भव्य स्वागत