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Tuesday, July 8, 2025
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जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक में बहराइच सिंचाई विभाग को मिले अहम निर्देश, नहरों में पानी आपूर्ति पर जोर

जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक
जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक

बहराइच। जनपद स्तरीय सिंचाई बन्धु की बैठक का आयोजन उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कल्पीपारा कॉलोनी स्थित ऑफिसर्स फील्ड हॉस्टल में किया गया। इस बैठक में सिंचाई विभाग बहराइच के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। बैठक में प्रमुख रूप से नहरों में पानी आपूर्ति की समस्या, अवैध कब्जे, और वृक्षारोपण जैसे विषयों पर चर्चा की गई।

जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक
जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक

सिंचाई विभाग बहराइच को मिले अहम निर्देश

बैठक में सबसे पहले नलकूप विभाग की समस्याओं पर चर्चा की गई। कई नलकूप विद्युत एवं यांत्रिक खराबी के कारण बंद थे, जिन्हें शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

नहरों में पानी आपूर्ति पर विशेष जोर

जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक में किसानों की सिंचाई समस्या को ध्यान में रखते हुए नहरों में पर्याप्त पानी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। बैठक में यह भी कहा गया कि खेतों तक पानी की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। इसके लिए संबंधित विभागों को समन्वय बनाकर कार्य करने की आवश्यकता बताई गई।

बंद नलकूपों की समस्या और समाधान

बैठक में यह पाया गया कि कई नलकूप बंद पड़े हैं, जिससे किसानों को सिंचाई में दिक्कत हो रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को यह निर्देश दिए गए कि सभी खराब नलकूपों को प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कराकर उन्हें पुनः क्रियाशील किया जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न आएं।

अवैध कब्जे हटाने के आदेश

बैठक में मोतीपुर कॉलोनी नंबर-3 में अवैध कब्जों का मामला भी सामने आया। इस पर उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध कब्जे को तत्काल हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाए और सिंचाई विभाग की भूमि को सुरक्षित किया जाए। अधिकारियों को यह भी आदेश दिया गया कि भविष्य में इस प्रकार के कब्जे न हों, इसके लिए सतर्कता बरती जाए।

वृक्षारोपण को लेकर निर्देश

सिंचाई विभाग की ओर से अब तक किए गए वृक्षारोपण की पूरी जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। बैठक में कहा गया कि वृक्षारोपण को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ हरित क्षेत्र का विस्तार हो सके। अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि भविष्य में वृक्षारोपण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए समुचित योजना बनाई जाए।

किसानों को पानी की निर्बाध आपूर्ति की योजना

बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि किसानों को सिंचाई के लिए पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। नहरों की सफाई और मरम्मत का कार्य समय पर पूरा करने के लिए भी विशेष निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिले, इसके लिए सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करना होगा।

सिंचाई विभाग बहराइच के अधिकारियों की उपस्थिति

बैठक में सिंचाई विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। बैठक में किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया और जल्द से जल्द समाधान निकालने की बात कही गई।

जनपद स्तरीय सिंचाई बैठक में बहराइच सिंचाई विभाग को कई अहम निर्देश दिए गए, जिनमें प्रमुख रूप से नहरों में पानी आपूर्ति, नलकूपों की मरम्मत, अवैध कब्जे हटाने, और वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। यह बैठक किसानों की समस्याओं को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

 

 

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सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो: चलती गाड़ियों में खतरनाक स्टंट, पुलिस ने कहा जल्द होगी कार्रवाई

सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो
सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो

सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो: गाड़ियों में खतरनाक स्टंट, पुलिस ने शुरू की जांच

सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो
सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो

सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ युवक चलती गाड़ियों के दरवाजे खोलकर खतरनाक स्टंट करते नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की पहचान करने में जुट गई है।

गाड़ियों में खतरनाक स्टंट करते दिखे युवक

हाल ही में सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में कुछ युवक तेज रफ्तार गाड़ियों में बैठकर स्टंट कर रहे हैं। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि ये युवक गाड़ियों के दरवाजे खोलकर स्टंट कर रहे हैं, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

इस स्टंटबाजी के दौरान गाड़ियों में हूटर भी बजाए जा रहे थे और सड़क पर तेज रफ्तार में दौड़ रही थीं।

इंस्टाग्राम पर फेमस होने के लिए बना रहे थे रील

जानकारी के अनुसार, ये युवक इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए स्टंटबाजी कर रहे थे। वीडियो में एक गाड़ी के पीछे “जिला पंचायत सदस्य” लिखा हुआ नजर आ रहा है, जिससे पुलिस अब गाड़ी के मालिक का पता लगाने में जुटी हुई है।

पुलिस ने दी सख्त चेतावनी

सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो की बारीकी से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।

स्टंटबाजी करने वालों की होगी गिरफ्तारी

एसपी ट्रैफिक ने बताया कि शुरुआती जांच में यह वीडियो जनकपुरी थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह वीडियो हाल का है या पुराना।

साथ ही, पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की सूचना तुरंत दें, ताकि यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।

स्टंटबाजों के खिलाफ होगी कड़ी कानूनी कार्रवाई

पुलिस का कहना है कि सहारनपुर स्टंटबाजी वीडियो में शामिल युवकों के खिलाफ यातायात नियमों के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

एसपी ट्रैफिक ने स्पष्ट किया कि ऐसे स्टंट सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों के लिए भी खतरा बन सकते हैं। इसलिए, स्टंट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

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भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल: PM मोदी का बड़ा ऐलान, AI सेक्टर में तेजी से बढ़ेगा देश

भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल
भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल

भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल: AI के क्षेत्र में बड़ी छलांग

भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल
भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल

PM मोदी ने किया बड़ा ऐलान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट में भारत के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि भारत जल्द ही अपना लार्ज लैंग्वेज मॉडल विकसित करेगा, जो देश के AI क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। यह घोषणा भारत के AI क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

भारत में AI टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रभाव

PM मोदी ने समिट में कहा कि AI अब हमारी जरूरत बन चुका है। भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा AI टैलेंट पूल है और देश को अपने डेटा की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मशीनों की बढ़ती ताकत से चिंतित होने की जरूरत नहीं है, बल्कि AI को रोजगार सृजन का माध्यम बनाना चाहिए।

AI से नई नौकरियों के अवसर

PM मोदी ने स्पष्ट किया कि इतिहास इस बात का गवाह है कि नई टेक्नोलॉजी रोजगार समाप्त नहीं करती, बल्कि नए अवसर पैदा करती है। इसी तरह, भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल भी लाखों लोगों के लिए नए रोजगार के द्वार खोलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें लोगों को AI के लिए प्रशिक्षित करना होगा, ताकि वे बदलते समय के साथ आगे बढ़ सकें।

भारत के AI इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़ा निवेश

भारत सरकार AI कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए तेजी से काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया कि देश में 18,000 GPUs की मदद से एक बड़ा AI इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स और स्टार्टअप्स को AI सेक्टर में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।

चीन और अमेरिका से मुकाबले के लिए जरूरी है भारत का LLM

आज के समय में अमेरिका और चीन इस क्षेत्र में भारत से आगे हैं। अमेरिका के पास ChatGPT, Gemini जैसे कई AI मॉडल हैं, वहीं चीन के पास DeepSeek जैसे एडवांस्ड AI सिस्टम हैं। इन देशों के पास अपने लार्ज लैंग्वेज मॉडल हैं, जिससे उन्हें बड़ा फायदा मिलता है। अगर भारत अपने खुद के LLM को विकसित करता है, तो यह भारतीय यूजर्स के लिए अधिक सुरक्षित और उपयोगी होगा।

भारत के लिए अपने LLM की जरूरत क्यों?

भारत के पास अभी तक अपना खुद का लार्ज लैंग्वेज मॉडल नहीं है। ऐसे में भारतीय यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल विदेशी AI मॉडल को ट्रेन करने में किया जाता है। अगर भारत अपना LLM लॉन्च करता है, तो देश के डेटा को सुरक्षित रखा जा सकेगा और भारतीय भाषाओं में बेहतर AI सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।

भारत का लार्ज लैंग्वेज मॉडल देश के AI क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है। PM मोदी की इस घोषणा से स्पष्ट है कि भारत AI के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार द्वारा किए जा रहे निवेश और तकनीकी विकास से भारत आने वाले वर्षों में ग्लोबल AI मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ बना सकेगा।

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जंगली हाथी का हमला: खेत की रखवाली कर रहे किसान की दर्दनाक मौत

जंगली हाथी का हमला
जंगली हाथी का हमला

जंगली हाथी का हमला: खेत की रखवाली कर रहे किसान की दर्दनाक मौत

जंगली हाथी का हमला
जंगली हाथी का हमला

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में जंगली हाथी का हमला जानलेवा साबित हुआ। खेत की रखवाली कर रहे एक बुजुर्ग किसान को हाथी ने मचान से गिराकर बेरहमी से कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के कतरनियाघाट वन रेंज में स्थित ग्राम पंचायत बर्दिया की है।

हाथी के हमले से किसान की मौत

ग्राम पंचायत बर्दिया निवासी 75 वर्षीय किसान बृजलाल अपने खेत की रखवाली के लिए मचान पर बैठे थे। रात के समय एक जंगली हाथी वहां पहुंचा और मचान को तोड़कर उन्हें नीचे गिरा दिया। इसके बाद हाथी ने किसान को बेरहमी से कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

कैसे हुआ हादसा?

  • किसान अपने खेतों की रात में निगरानी कर रहे थे ताकि जंगली जानवर और मवेशी उनकी फसल को नुकसान न पहुंचा सकें।
  • जंगली हाथी मानव सुगंध सूंघते हुए मचान के पास पहुंचा और उसे उखाड़ फेंका।
  • किसान बृजलाल नीचे गिर गए, जिसके बाद हाथी ने उन्हें कुचल दिया।
  • ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर वन विभाग को सूचना दी।

ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग ने दी चेतावनी

इस घटना के बाद गांव में डर का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में जंगली हाथियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है, जिससे उनकी जान-माल की सुरक्षा पर संकट बना हुआ है।

रेंज अधिकारी आशीष गौड़ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि रात में अकेले जंगल के किनारे जाने से बचें और खेतों की रखवाली समूह में करें ताकि जंगली जानवरों से खुद को सुरक्षित रखा जा सके।

जंगली हाथी के हमले से कैसे बचें?

  • रात में खेतों में अकेले न जाएं।
  • जंगल के किनारे निगरानी के लिए उचित सुरक्षा उपाय अपनाएं
  • खेतों की रखवाली के लिए मचान की ऊंचाई अधिक रखें ताकि जंगली जानवर वहां तक न पहुंच सकें।
  • वन विभाग द्वारा दिए गए सुरक्षा निर्देशों का पालन करें

बहराइच में जंगली हाथी के हमले से किसान की दर्दनाक मौत ने इलाके में दहशत फैला दी है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ऐसे हादसों से बचने के लिए रात में अकेले खेतों में जाने से बचें और वन्य जीवों से दूरी बनाए रखें।

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खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान: विजेताओं को प्रधान शिक्षिका ने किया पुरस्कृत

खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान
खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान

खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान: विद्यालय में हुआ भव्य आयोजन

खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान

बहराइच उच्च प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर कला, विकास खंड फखरपुर में खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान किया गया। हुमाना पीयूपिल टू पीयूपिल इंडिया संस्था के कदम प्रोग्राम के अंतर्गत इस स्पोर्ट्स डे का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं हुईं। विजयी बच्चों को विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुश्री मधुलिका चौधरी द्वारा पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया।

खेल दिवस पर हुआ भव्य आयोजन

विद्यालय में आयोजित खेल दिवस के दौरान बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम में कबड्डी, खो-खो, म्यूजिकल चेयर, बैलून रेस, रस्साकशी और चम्मच दौड़ जैसे कई खेल कराए गए। इन खेलों के माध्यम से बच्चों में खेल भावना और टीम वर्क की समझ विकसित करने का प्रयास किया गया।

विजयी छात्रों को किया गया सम्मानित

खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान करते हुए विद्यालय की प्रधान शिक्षिका सुश्री मधुलिका चौधरी ने कहा कि खेलों से न केवल शारीरिक विकास होता है बल्कि मानसिक मजबूती भी मिलती है। उन्होंने सभी विजेता और प्रतिभागी छात्रों को आगे भी खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में शिक्षकों और संस्थान के प्रतिनिधियों की उपस्थिति

इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अवधेश कुमार वर्मा, रुद्र कुमार सहित हुमाना संस्था से कदम प्लस के जिला समन्वयक सोनू यादव, रवि कुमार, कुमारी मनीषा सिंह और रुचि यादव उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और खेलों को शिक्षा का अहम हिस्सा बताया।

खेलों का बच्चों के विकास में महत्व

विद्यालय में खेल दिवस मनाने का उद्देश्य बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। खेलों से बच्चों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और टीम वर्क की भावना विकसित होती है।

खेल दिवस पर मेधावी बच्चों का सम्मान कर उन्हें प्रोत्साहित करना उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें अपने कौशल को निखारने का अवसर प्रदान करते हैं। विद्यालय की इस पहल से न केवल छात्रों का उत्साह बढ़ा बल्कि खेलों के प्रति उनकी रुचि भी जाग्रत हुई।

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अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार: नीतियां, फैसले और विवादों की पूरी जानकारी

अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार
अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार

अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार: क्या कहती है जनता?

अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार

AAP सरकार की प्रमुख नीतियां और योजनाएं

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर अपनी सरकार बनाई। पंजाब सरकार की नीतियों पर लगातार चर्चा होती रहती है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसी योजनाओं को लेकर यह सरकार हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है।

1. मुफ्त बिजली योजना

पंजाब सरकार ने अरविंद केजरीवाल के चुनावी वादों में से एक, मुफ्त बिजली योजना को लागू किया। सरकार के अनुसार, 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की इस योजना से लाखों उपभोक्ताओं को राहत मिली है। हालांकि, इस योजना को लेकर कई बार आर्थिक संकट की चर्चा भी होती रही है।

2. शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया था, जिसे पंजाब सरकार भी अपनाने की कोशिश कर रही है। मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी स्कूलों में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार का दावा है कि इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।

3. कानून-व्यवस्था और विवाद

पंजाब सरकार की कानून-व्यवस्था को लेकर अक्सर विपक्ष सवाल खड़े करता रहा है। हाल ही में, कुछ विवादों ने सरकार को बैकफुट पर ला दिया। ड्रग्स, गैंगस्टर गतिविधियों और कानून व्यवस्था पर अरविंद केजरीवाल की सरकार के खिलाफ विपक्ष लगातार हमलावर है।

4. वित्तीय संकट और विरोध

पंजाब की वित्तीय स्थिति को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं। मुफ्त योजनाओं के कारण राजस्व घाटा बढ़ने के आरोप लगते रहे हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल की सरकार वादे पूरे करने में असफल रही है।

5. भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की जोड़ी

पंजाब सरकार में मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की जोड़ी पर भी लगातार चर्चा होती रहती है। कई बार आरोप लगते हैं कि सरकार के असली फैसले केजरीवाल लेते हैं, जबकि भगवंत मान केवल नाममात्र के मुख्यमंत्री हैं।

अरविंद केजरीवाल और पंजाब सरकार लगातार सुर्खियों में बनी रहती है। जहां एक तरफ कुछ लोग उनकी नीतियों की सराहना करते हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल कई मुद्दों पर सवाल उठाते रहते हैं। आने वाले समय में पंजाब सरकार किन चुनौतियों से निपटेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।

जल जीवन मिशन की विफलता: भिलौरा बांसू में 4 साल से बंद पड़ी पानी की टंकी, अब भी नहीं आई सप्लाई!

जल जीवन मिशन की विफलता
जल जीवन मिशन की विफलता

जल जीवन मिशन की विफलता: 4 साल बाद भी नहीं आई पानी की सप्लाई!

जल जीवन मिशन की विफलता

फखरपुर: जल जीवन मिशन के तहत देशभर में हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर नजर आ रही है। भिलौरा बांसू में बनी पानी की टंकी आज भी बेकार पड़ी है। साल 2024 तक इस टंकी से जल आपूर्ति शुरू हो जानी थी, लेकिन अब तक कोई कनेक्शन नहीं हुआ, न ही नल लगे और न ही पानी की सप्लाई चालू हुई।

हजारों लोगों को नहीं मिल रहा जल, बढ़ रही जल संकट की समस्या

भिलौरा बांसू ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन की विफलता के कारण हजारों लोगों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है। चार साल पहले बनी यह पानी टंकी अब सरकारी उदासीनता की मिसाल बन चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही पानी की आपूर्ति नहीं होती, तो वे जिलाधिकारी से इसकी शिकायत करेंगे।

प्रशासनिक अधिकारियों में मचा हड़कंप

14 फरवरी को जिलाधिकारी के दौरे से पहले प्रशासनिक अधिकारियों और जल जीवन मिशन के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों का दावा है कि इस बार जल आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि वे बार-बार झूठे वादों से परेशान हो चुके हैं।

क्या जल जीवन मिशन पूरी तरह फेल हो गया है?

सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन कई जगहों पर योजना धरातल पर फेल साबित हो रही है। भिलौरा बांसू की यह अधूरी योजना जल जीवन मिशन की विफलता को उजागर कर रही है।

ग्रामीणों की मांग: जल्द हो पानी सप्लाई शुरू

ग्राम पंचायत के 9 सदस्य इस मुद्दे को जिलाधिकारी के समक्ष रखने की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि 14 फरवरी तक पानी की सप्लाई चालू नहीं होती, तो वे प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।

कब मिलेगा पानी?

जल जीवन मिशन की विफलता के कारण ग्रामीणों को स्वच्छ पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो इस योजना की साख पर और सवाल खड़े हो सकते हैं। अब देखना यह होगा कि 14 फरवरी से पहले जल आपूर्ति शुरू होती है या नहीं।

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राष्ट्रपति भवन में पहली बार शादी: CRPF अधिकारी पूनम गुप्ता का ऐतिहासिक विवाह

राष्ट्रपति भवन में पहली शादी
राष्ट्रपति भवन में पहली शादी

राष्ट्रपति भवन में पहली शादी: ऐतिहासिक विवाह की पूरी जानकारी

राष्ट्रपति भवन में पहली शादी
राष्ट्रपति भवन में पहली शादी

देश के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति भवन में शादी का आयोजन होने जा रहा है। CRPF अधिकारी पूनम गुप्ता इस ऐतिहासिक विवाह में दुल्हन बनेंगी। उनकी शादी राष्ट्रपति भवन में पहली शादी होगी, जो देशभर में चर्चा का विषय बन गई है। आइए जानते हैं इस अनोखे विवाह से जुड़ी पूरी जानकारी।

पूनम गुप्ता कौन हैं?

CRPF अधिकारी पूनम गुप्ता राष्ट्रपति भवन में पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) के रूप में तैनात हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में भी तैनात देखा गया था, जिससे वह चर्चा में आई थीं। पूनम मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली हैं और उन्होंने गणित और अंग्रेजी साहित्य में उच्च शिक्षा प्राप्त की है।

राष्ट्रपति भवन में शादी की अनुमति कैसे मिली?

राष्ट्रपति भवन में विवाह का आयोजन कोई साधारण बात नहीं है। CRPF अधिकारी पूनम गुप्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इस विवाह के लिए अनुरोध किया था। उनकी देश सेवा और समर्पण को देखते हुए राष्ट्रपति ने इस ऐतिहासिक विवाह को अनुमति दे दी।

कहां होगी शादी?

राष्ट्रपति भवन में पहली शादी का आयोजन मदर टेरेसा कॉम्प्लेक्स में किया जाएगा। यह विवाह समारोह पूरी तरह से पारिवारिक होगा, जिसमें सिर्फ करीबी रिश्तेदार और कुछ वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

पूनम गुप्ता के दूल्हे कौन हैं?

पूनम गुप्ता की शादी अविनाश कुमार से होने जा रही है, जो सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट हैं। उनकी पोस्टिंग वर्तमान में जम्मू-कश्मीर में है। दोनों ही देश की सेवा में समर्पित अधिकारी हैं, इसलिए यह विवाह सुरक्षा बलों के लिए भी गर्व का विषय है।

क्यों खास है यह शादी?

इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति भवन में शादी
राष्ट्रपति की अनुमति से हो रहा विवाह समारोह
देश की सुरक्षा में तैनात CRPF अधिकारियों का विवाह

इस ऐतिहासिक आयोजन से राष्ट्रपति भवन में शादी को लेकर एक नई परंपरा की शुरुआत हो सकती है।

राष्ट्रपति भवन में पहली शादी न केवल भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रही है, बल्कि यह CRPF अधिकारी पूनम गुप्ता की कड़ी मेहनत और समर्पण का भी प्रमाण है। यह शादी देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है और इससे जुड़े हर अपडेट पर लोगों की नजरें टिकी हैं।

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बहराइच सड़क हादसा: कार और डंपर की भीषण टक्कर में सेना के जवान समेत 5 की मौत

बहराइच सड़क हादसा
बहराइच सड़क हादसा

बहराइच सड़क हादसा: कार और डंपर की टक्कर में 5 लोगों की दर्दनाक मौत

बहराइच सड़क हादसा
बहराइच सड़क हादसा

बहराइच में बड़ा सड़क हादसा

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक बहराइच सड़क हादसा हुआ, जिसमें कार और डंपर की टक्कर हो गई। इस हादसे में सेना के जवान समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। यह घटना लखनऊ-बहराइच मार्ग पर करीम बेहड़ गांव के पास हुई, जहां तेज रफ्तार डंपर ने कार को टक्कर मार दी। हादसे के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे।

कैसे हुआ बहराइच सड़क हादसा?

हादसा मटेरा थाना क्षेत्र के मटेरा चौराहा निवासी गुलाम हजरत (65) और उनके परिवार के साथ हुआ। वे अपनी पत्नी, बहू और एक साल की बच्ची समेत पांच लोगों के साथ लखनऊ दवा लेने जा रहे थे। कार का चालक महताब गाड़ी चला रहा था।

डंपर की टक्कर से बिखर गईं जिंदगियां

सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच जैसे ही कार करीम बेहड़ गांव के पास पहुंची, तभी तेज रफ्तार डंपर ने कार को जोरदार टक्कर मार दी।

  • तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
  • दो अन्य ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया।
  • हादसे के बाद कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिसे जेसीबी की मदद से निकाला गया।
  • पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

हादसे के बाद मचा हाहाकार

इस बहराइच सड़क हादसा के बाद परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। स्थानीय लोग और राहगीर मौके पर इकट्ठा हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

हादसे के कारण लगा लंबा जाम

हादसे के कारण लखनऊ-बहराइच हाईवे पर भारी जाम लग गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सड़क को साफ कराया और यातायात को सुचारु किया।

सड़क हादसों पर प्रशासन की लापरवाही

बढ़ते सड़क हादसे प्रशासन और ट्रैफिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। लापरवाही से चलने वाले वाहन और तेज रफ्तार हादसों को जन्म दे रहे हैं। बहराइच में हुए इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर कर दिया है।

इस बहराइच सड़क हादसा में पांच जिंदगियां असमय खत्म हो गईं। इस तरह के हादसे हमें सतर्क रहने की सीख देते हैं। प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसे वाहनों पर सख्ती से कार्रवाई करे, जो तेज रफ्तार और लापरवाही से हादसों को जन्म देते हैं।

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कॉफी पीने के नुकसान: इन 3 बीमारियों का बन सकता है कारण, जानें किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए

कॉफी पीने के नुकसान
कॉफी पीने के नुकसान

कॉफी पीने के नुकसान: किन लोगों को नहीं पीनी चाहिए कॉफी?

कॉफी पीने के नुकसान

कॉफी दुनियाभर में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले पेय पदार्थों में से एक है। इसकी महक और स्वाद लोगों को तरोताजा कर देती है। हालांकि, ज्यादा कॉफी पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। कुछ खास लोगों को तो इसका सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इस लेख में हम कॉफी पीने के नुकसान और उन लोगों के बारे में बताएंगे जिन्हें इससे बचना चाहिए।

कॉफी पीने से हो सकते हैं ये नुकसान

1. हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए खतरनाक

अगर आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से ज्यादा रहता है, तो कॉफी पीने के नुकसान आपके लिए बढ़ सकते हैं। कैफीन ब्लड प्रेशर को तेजी से बढ़ाने का काम करता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हाई बीपी वाले मरीजों को कॉफी से दूरी बनानी चाहिए।

2. हड्डियों को कमजोर कर सकती है कॉफी

कॉफी का ज्यादा सेवन करने से बोन डेंसिटी कम हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। कॉफी पीने के नुकसान में हड्डियों का कमजोर होना एक बड़ा कारण है, जिससे फ्रैक्चर का खतरा भी बढ़ जाता है।

3. प्रेग्नेंसी में कॉफी से हो सकता है नुकसान

गर्भवती महिलाओं को कॉफी पीने के नुकसान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान अधिक कैफीन लेने से भ्रूण के विकास पर असर पड़ सकता है और गर्भपात का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए डॉक्टर भी गर्भवती महिलाओं को कॉफी से परहेज करने की सलाह देते हैं।

इन परिस्थितियों में कॉफी से बचें

1. एंग्जायटी और स्ट्रेस वाले लोग

जो लोग एंग्जायटी डिसऑर्डर से ग्रसित हैं, उन्हें कॉफी से बचना चाहिए। ज्यादा कैफीन के कारण घबराहट और पैनिक अटैक जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

2. अनिद्रा (इंसोम्निया) के मरीज

अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती तो कॉफी आपकी परेशानी बढ़ा सकती है। कैफीन के कारण नींद पर बुरा असर पड़ता है और यह नींद की गुणवत्ता को खराब कर सकता है।

3. पाचन संबंधी समस्या वाले लोग

कॉफी का अधिक सेवन एसिडिटी और पेट में जलन जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। खासकर जिन लोगों को गैस्ट्रिक प्रॉब्लम होती है, उन्हें इसका सेवन कम करना चाहिए।

कॉफी एक एनर्जेटिक ड्रिंक है लेकिन कॉफी पीने के नुकसान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। खासकर हाई बीपी, ऑस्टियोपोरोसिस, गर्भावस्था और एंग्जायटी जैसी स्थितियों में इसका सेवन न करने की सलाह दी जाती है। अगर आप कॉफी पीते हैं, तो सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।

 

 

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