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प्रधानमंत्री मोदी आज शाम देखेंगे फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’, संसद भवन में स्पेशल स्क्रीनिंग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे नई दिल्ली में संसद भवन के परिसर में स्थित लाइब्रेरी में हिंदी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखेंगे। इस फिल्म का निर्देशन और निर्माण विशेष रूप से 2002 के गोधरा ट्रेन जलाने की घटना पर आधारित है, जिसमें 59 लोगों की मृत्यु हो गई थी और इसके बाद गुजरात में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे थे। इस फिल्म में प्रमुख भूमिका विक्रांत मैसी, रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना ने निभाई है, और यह फिल्म हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी आज शाम देखेंगे फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट

 

फिल्म की कड़ी आलोचना और प्रशंसा के बीच, यह दर्शकों के बीच काफी चर्चा का विषय बन चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने फिल्म की रिलीज के समय इसे लेकर अपनी राय सोशल मीडिया पर साझा की थी।

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की कहानी

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ गोधरा ट्रेन जलाने की घटना और उसके बाद गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह घटना 27 फरवरी 2002 को घटी थी, जब गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई थी, जिससे 59 लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद गुजरात में भड़के दंगे में एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर मुसलमान थे। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

फिल्म में विक्रांत मैसी ने एक पत्रकार की भूमिका निभाई है, जो इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्टिंग करता है और तथ्यों को सामने लाने की कोशिश करता है।

प्रधानमंत्री मोदी और फिल्म की समीक्षा

द साबरमती रिपोर्ट फिल्म

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की तारीफ की थी। उन्होंने इस फिल्म को एक ‘सच्चाई’ के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि एक नकली कहानी केवल सीमित समय तक ही चल सकती है, लेकिन आखिरकार तथ्य सामने आते ही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान इस बात का संकेत था कि फिल्म की कहानी तथ्यों पर आधारित है और इसका उद्देश्य उन घटनाओं के बारे में सच्चाई को उजागर करना है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई को हमेशा के लिए छिपाया नहीं जा सकता। फिल्म, उनके अनुसार, उस भयावह घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करती है और इसने पारिस्थितिकी तंत्र को चुनौती दी है।

अमित शाह ने फिल्म की प्रशंसा करते हुए यह भी कहा कि इस फिल्म ने उन अंधेरे पहलुओं को उजागर किया है जिन्हें लंबे समय से छिपाने की कोशिश की जा रही थी।

फिल्म को टैक्स फ्री किया गया

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को कई राज्यों में टैक्स-फ्री कर दिया गया है। यह फिल्म अब हरियाणा, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात में टैक्स-फ्री है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसे देख सकें और इसके संदेश को समझ सकें।

फिल्म के इस टैक्स-फ्री होने से इसके दर्शक वर्ग में वृद्धि हुई है और अब लोग ज्यादा संख्या में इसे देखने के लिए सिनेमाघरों में पहुंच रहे हैं। यह फिल्म न केवल एक ऐतिहासिक घटना को उजागर करती है, बल्कि सिनेमा के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाने का काम भी कर रही है।

फिल्म के कलाकारों की भूमिका

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ में विक्रांत मैसी ने पत्रकार की भूमिका निभाई है, जो गोधरा घटना के बाद के घटनाक्रम की रिपोर्टिंग करता है। विक्रांत की यह भूमिका काफी चुनौतीपूर्ण रही, क्योंकि उन्हें संवेदनशील और विवादित मुद्दे पर काम करना था।

रिद्धि डोगरा और राशि खन्ना भी फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका में हैं और दोनों ने अपनी अदाकारी से फिल्म को और भी प्रभावशाली बना दिया है। फिल्म की कास्टिंग ने इसे एक वास्तविकता से जोड़ने का काम किया है, जो दर्शकों को बहुत प्रभावित करता है।

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ के सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव

यह फिल्म न केवल एक ऐतिहासिक घटना पर आधारित है, बल्कि यह भारतीय समाज और राजनीति में भी महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। यह फिल्म हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने इतिहास को सही रूप में समझ पा रहे हैं या क्या हम उसे केवल राजनीतिक नजरिए से देखते हैं?

प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया दर्शाती है कि यह फिल्म केवल एक घटना को प्रस्तुत करने का प्रयास नहीं करती, बल्कि इसके माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण सवाल भी उठाए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का फिल्म देखना एक महत्वपूर्ण कदम

प्रधानमंत्री मोदी का फिल्म देखना एक महत्वपूर्ण कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसद भवन में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को देखना एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह फिल्म उस समय की घटनाओं के प्रति एक नई दृष्टि प्रस्तुत करती है। प्रधानमंत्री के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि वह इस फिल्म के जरिए समाज को सच्चाई से अवगत कराना चाहते हैं।

इस फिल्म का प्रदर्शन संसद भवन में प्रधानमंत्री द्वारा किया जाना इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है, क्योंकि इससे यह संदेश जाता है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श जरूरी है।

फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने अपने प्रभावशाली कास्ट और सशक्त कहानी के जरिए दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई सराहना इस बात का प्रमाण है कि इस फिल्म ने समाज में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फिल्म की टैक्स-फ्री घोषणा और इसके संसद भवन में विशेष प्रदर्शन से यह साफ हो गया है कि यह फिल्म न केवल एक ऐतिहासिक घटना को दर्शाती है, बल्कि यह एक सशक्त संदेश भी देती है।

 

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