बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की अनियमित आदतों ने हमारे शरीर की पोषण स्थिति को बिगाड़ दिया है। जी हां.. आप यदि गौर करेंगे तो देखेंगे कि आज के समय में थायरॉइड की समस्या आम हो गई है। यह हर दूसरे व्यक्ति में देखने को मिलती है। न केवल बड़ों में बल्कि बच्चों में भी थायराइड के मामले बढ़ने लगे हैं। तो चलिए जानते हैं कि आखिर थायरॉइड किन चीजों की कमी के कारण होने लगता है?
थायरॉइड क्या होता है?
सबसे पहले हम यह जानते हैं कि आखिर थायरॉइड होता क्या है? दरअसल, थायरॉइड गले में स्थित एक ग्रंथि होता है जो थायरॉइड हार्मोन को रिलीज करने में मदद करता है। यह ट्राईआयोडोथायराइड, थायरोक्सिन नामक हार्मोन से बनता है जिससे शरीर के मेटाबॉलिज्म ग्रोथ करने में मदद करता है। इसके अलावा इससे एनर्जी और मूड भी नियंत्रित होता है। जब यह ग्रंथि सही तरह से कार्य नहीं करता है तो आपको थायरॉइड की समस्या होने लगती है। कई लोग इस समस्या के कारण मोटे होने लगते हैं।
आयोडीन की कमी के कारण
बात की जाए थायरॉइड के कारण होने के बारे में तो इसमें सबसे पहला कारण है आयोडीन की कमी। दरअसल, आयोडीन थायरॉइड हार्मोन के निर्माण के लिए जरूरी तत्वों में से एक है, लेकिन किशोर ने अपने खान-पान में जंक फूड शामिल कर लिया है जिसके चलते आयोडीन की कमी पूरी नहीं हो पाती है। यही वजह है कि थायरॉइड ग्रंथि का कार्य प्रभावित होता है और इसे फिर थायरॉइड की समस्या सामने आती है।
जेनेटिक भी एक बड़ा कारण
इसका सबसे दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि यह एक जेनेटिक है। जेनेटिक यानी कि इसका एक आनुवांशिक कारण भी है। यदि परिवार में किसी व्यक्ति जैसे माता-पिता, दादी, नानी, दादी को थायरॉइड की समस्या है तो संभावना है कि आपके बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिल सकती है।
हार्मोन्स बदलाव के कारण भी
इसके अलावा हार्मोन बदलाव के कारण भी कई लड़कियों में यह समस्या देखने को मिलती है। दरअसल, किशोरावस्था में खासकर लड़कियों के शरीर में कई हार्मोनल परिवर्तन देखने को मिलते हैं। यह बदलाव थायरॉइड ग्रंथि को भी असंतुलित कर सकते हैं जिसकी वजह से आगे चलकर किशोरावस्था में ही बच्चियों को थायरॉइड की समस्या होने की संभावना अधिक होती है।
खानपान में बदलाव के कारण
इसके अलावा आपने देखा होगा कि कई लोग जंक फूड लगातार खाते रहते हैं। इसके अलावा उन्हें बाहर का तालाब भुना खाना भी बहुत पसंद आता है लेकिन यह खाना उनकी सेहत के लिए सबसे हानिकारक होता है। इससे न केवल मोटापा बढ़ता है बल्कि इससे थायरॉइड की समस्या भी होने लगती है। कई युवा और किशोर मानसिक रोग की दवाई लेते हैं और जिनके चलते भी उन्हें थायरॉइड की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
तनाव भी एक कारण हो सकता है
आजकल तनाव की समस्या बड़े- बूढ़ों के साथ-साथ बच्चों में भी देखने को मिलती है। कई छोटे-छोटे बच्चे उन्हें स्कूल का प्रेशर भी मिलता है जिसके चलते वे तनाव में रहते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया का दबाव, बेहतर प्रदर्शन का भी एक तनाव उन्हें परेशानी में डाल सकता है। यदि यही तनाव लंबे समय तक बना रहता है तो इससे स्ट्रेस हार्मोनल्स संतुलन होते हैं जिसकी वजह से थायराइड ग्रंथि कार्य करना बंद कर देती है और आपको थायराइड की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
थायरॉइड से बचने के तरीके क्या है?
आखिर थायरॉइड की समस्या से कैसे निपटा जाए? तो चलिए जानते हैं कि कौन सी चीज लेने से थायरॉइड की समस्या से बचा जा सकता है।
बता दे थायरॉइड ना हो इसलिए आपको अपने डाइट में जिंक, सेलेनियम, आयरन और आयोडीन शामिल करना चाहिए। वही अपने तनाव को कंट्रोल करने के लिए आपको सोशल एक्टिविटी पर भी ध्यान देना चाहिए। या फिर आप योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं। इसके अलावा आप हर रोज करीब 30 मिनट एक्सरसाइज करने की आदत डालें। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा, साथ ही आप का मूड भी बेहतरीन होगा।
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