कृषि तथा अन्य अनुषांगिक विभागों के मंत्रियों तथा अधिकारियों ने वर्तमान योजनाओं और भावी रणनीतियों पर की चर्चा।
कृषि, पशुपालन तथा उद्यान क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारी प्रयोगों पर प्रदेश भर से आये कई किसानों ने दी जानकारी।
लखनऊ। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र के किसानों को सशक्त तथा समृद्ध बनाने के लिए कृषि विभाग हर योजना का लाभ पारदर्शी तरीके से प्रत्येक किसान तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है। यह बात बुधवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2024 के दौरान कही। इस अवसर पर कृषि के अनुषांगिक विभागों गन्ना विकास एवं चीनी मिल, पशुधन एवं दुग्ध विकास, सहकारिता, उद्यान, वन तथा पर्यावरण विभाग के मंत्रीगणों तथा कृषि राज्यमंत्री सहित कृषि उत्पादन आयुक्त एवं अपर मुख्य सचिव कृषि ने भी विचार व्यक्त किये।
गोष्ठी में उपस्थित किसानों, कर्मचारियों तथा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री शाही ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में सभी फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई है। धान की उत्पादकता 40.51 कु प्रति हेक्टे से बढ़कर 46 कु प्रति हेक्टे, बाजरे की उत्पादकता 20.82 कु प्रति हेक्टे से बढ़कर 27.7 कु प्रति हेक्टे हो गयी है। इसके साथ ही ज्वार, उरद, तिलहन, मूंगफली, सूरजमुखी तथा मोटे अनाज के उत्पादन तथा उत्पादकता में तेजी से सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की सेटेलाइट आधारित प्रणाली से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। सोलर पम्प के माध्यम से सिंचाई को सस्ता तथा हर समय उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस अवसर पर गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि गन्ना किसानों को शीघ्र भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पशुपालन तथा कृषि पूरक विभाग हैं अतः किसानों को चाहिए कि वे दोनों को साथ लेकर चलें। सहकारिता राज्यमंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में सहकारिता क्षेत्र का पुर्नजन्म हुआ है। साथ ही सहकारी बैंक किसानों के लिए नई उम्मीद की किरण हैं। उद्यान राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि वर्तमान में उप्र के उद्यान उत्पादन को विश्वभर में नई पहचान मिल रही है। इसलिए यह क्षेत्र किसानों के लिए बहुत लाभदायी साबित हो रहा है। वन तथा पर्यावरण राज्यमंत्री अरूण कुमार सक्सेना ने कहा कि प्रतिवर्ष तापमान में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है इसलिए खेती के साथ-साथ अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर दोहरा लाभ लिया जा सकता है।
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने कृषि में विविधीकरण को अपनाये जाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि कृषि क्षेत्र की योजनाओं का लाभ किसानों को उपलब्ध कराने के लिए हर स्तर पर पारदर्शिता अपनाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने किसानों से प्राप्त विभिन्न सुझावों को भी अपने वकतव्य में शामिल किया। अपर मुख्य सचिव कृषि डा। देवेश चतुर्वेदी ने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा किसानों को पात्रता के अनुसार उन सभी योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। कृषि निदेशक डा जितेन्द्र कुमार तोमर ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। इस दौरान प्रदेशभर से आये सैकड़ों किसान, निदेशक उद्यान, निदेशक मण्डी सहित कृषि तथा अनुषांगिक विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।