करीब 18 साल का इंतजार करने के बाद आरसीबी को ट्राफी हासिल हुई थी लेकिन यह ट्रॉफी की खुशी केवल चंद घंटे की ही रही और चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मौत का मातम देखने को मिला। दरअसल, 3 जून को पंजाब और आरसीबी का मुकाबला हुआ जिसमें आरसीबी ने तगड़ी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया। टीम के ट्रॉफी जीतने पर फैंस को इतनी खुशी हुई की जगह-जगह पर इसका जश्न मनाया गया लेकिन चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर तो मानों मौत का मौसम छा गया। जी हां.. यहां पर ऐसा जश्न हुआ कि चंद घंटे में ही मातम पसर गया। अब इस मामले में मार्केटिंग प्रमुख निखिल सोसले को गिरफ्तार कर लिया गया है। तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
35 हजार लोगों की जगह और पहुँच गए 3 लाख लोग
दरअसल, 3 जून की आरसीबी की जीत की जश्न के बाद 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम में समारोह रखा गया था जिसमें कई लोग पहुंचे थे। रिपोर्ट की माने तो इस स्टेडियम में केवल 35,000 लोगों की जगह है लेकिन यहां पर 3 लाख लोग पहुंच गए थे जिसकी वजह से भगदड़ मच गई। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। ऐसे में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के मार्केटिंग हेड निखिल सोसले को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जी हां.. आरसीबी की विक्ट्री परेड से पहले हुई भगदड़ मामले में पुलिस ने यह पहली गिरफ्तारी की है जबकि तीन लोगों को हिरासत में लिया है। रिपोर्ट की माने तो निखिल मुंबई से भागने की फिराक में था हालांकि वह एयरपोर्ट पर ही पकड़ा गया।
अव्यवस्था देख उठे कई सवाल
ऐसे में सवाल उठता है कि, आखिर व्यवस्था में उनकी भूमिका कितनी गंभीर थी जिसके चलते 11 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। इसके अलावा तीन लोगों को और हिरासत में लिया है जिनसे भी लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर इतने बड़े कार्यक्रम में किन-किन नियमों की अनदेखी की गई और किसकी अनुमति से या आयोजन हुआ और इसके पीछे का जिम्मेदार कौन है? बता दें, 11 लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के मामले में कब्बन पार्क पुलिस थाने में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स जो की एक इवेंट आयोजन कंपनी थी, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
बता दे इस दौरान पुलिस कमिश्नर सुमित 8 अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। जी हां.. बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर दयानंद, कब्बन पार्क थाना प्रभारी,, एडिशनल सीपी, एसीपी, डीसीपी, सेंट्रल डिविजन, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, स्टेशन हाउस मास्टर और स्टेशन हाउस ऑफिसर भी इसमें शामिल है।
क्या बोले सीएम?
बता दे इससे पहले कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कहा कि, “विजय उत्सव के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास एक बड़ा हादसा हुआ है। मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार की ओर से 10 लाख रुपए की मदद दी जाएगी। सरकार घायलों का मुफ्त इलाज कराएगी। यह हादसा नहीं होना चाहिए था। सरकार इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करती है।”
उन्होंने आगे कहा कि, “चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता 35 हजार लोगों की है। यहां 3 लाख लोग आ गए थे। भीड़ अधिक होने के चलते भगदड़ मची। क्रिकेट संघ और सरकार का आयोजन था। भगदड़ का बचाव नहीं किया जा सकता। महाकुंभ मेला में भी भगदड़ मची थी।”
क्या बोले थे विराट कोहली?
वही इस मामले में विराट कोहली का भी रिएक्शन सामने आया था। उन्होंने इस पर दुःख जताते हुए कहा था कि, “मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं है। मैं पूरी तरह से टूट गया हूं। हम मीडिया में आई उन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बहुत दुखी है। दिन में दोपहर में टीम के पहुंचने पर बेंगलुरु में लोग एक जगह इकट्ठे हुए सभी की सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।” इसके अलावा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की।