सेना ने सुधारा जम्मू का टिब्बा बिहियान स्कूल, बच्चों को मिलेगी आईटी पढ़ाई

आईबी पर आईटी पढ़ेंगे बच्चे, सेना ने संवारा स्कूल

सेना ने सुधारा जम्मू का टिब्बा बिहियान स्कूल
सेना ने सुधारा जम्मू का टिब्बा बिहियान स्कूल

अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित जम्मू का सरकारी प्राइमरी स्कूल टिब्बा बिहियान अब एक नई शुरुआत के साथ नजर आएगा। सेना ने इसे ऑपरेशन सद्भावना के तहत सुधारा है और अब यहां के बच्चे इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) की पढ़ाई करेंगे। इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि कैसे सेना ने इस स्कूल को नया रूप दिया और किन सुविधाओं का इंतजाम किया गया है।

सैन्य का ऑपरेशन सद्भावना और स्कूल का कायाकल्प

समझें ऑपरेशन सद्भावना का उद्देश्य: जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित टिब्बा बिहियान प्राइमरी स्कूल को ऑपरेशन सद्भावना के तहत सेना ने सुधारा है। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य नागरिकों और सैनिकों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करना है। इसी के तहत इस स्कूल को नया रूप दिया गया है। पहले खस्ताहाल इमारत और बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण यहां पढ़ाई में रुकावट आ रही थी, लेकिन अब यह स्कूल बच्चों के लिए आईटी सीखने का एक बेहतरीन केंद्र बन चुका है।

2.50 लाख रुपये से स्कूल का कायाकल्प: स्कूल की इमारत की मरम्मत के लिए सेना ने 2.50 लाख रुपये का खर्च किया। यहां अब एक पूरी तरह से नया कंप्यूटर लैब और स्मार्ट क्लासरूम की सुविधाएं मौजूद हैं, जिससे बच्चों के लिए शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा।

आधुनिक सुविधाएं और संसाधन:

सैन्य का ऑपरेशन सद्भावना

कंप्यूटर और डिजिटल शिक्षा: अब टिब्बा बिहियान स्कूल के बच्चों के पास कंप्यूटर, वेब कैमरा, प्रिंटर, और स्मार्ट इंटरेक्टिव स्क्रीन जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं। इन सुविधाओं के माध्यम से अब बच्चों को इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) की पढ़ाई दी जाएगी। यह न केवल उनकी शिक्षा को बेहतर बनाएगा बल्कि उन्हें डिजिटल युग में कदम रखने में मदद करेगा।

कक्षा की स्थिति और नया रूप: सैन्य अधिकारियों ने स्कूल के सभी कमरों को सही तरीके से मरम्मत करवाया और उन्हें बेहतर बनाया। अब दीवारों पर झाड़ियां नहीं उग रही हैं और शौचालयों की सफाई भी सुनिश्चित की गई है। साथ ही, बच्चों के लिए एक नई पंखा, कुर्सियां और स्कूल बैग भी दिए गए हैं। इससे बच्चों का मनोबल भी बढ़ेगा और उनकी पढ़ाई में भी सुधार होगा।

अन्य सुविधाएं: इसके अलावा, सेना ने स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज, ग्रीन बोर्ड, प्लास्टिक कुर्सियां, पानी पीने के लिए बोतलें, और सुरक्षा के लिए एलईडी लाइट्स जैसी सुविधाएं भी प्रदान की हैं। यह सभी संसाधन स्कूल के बच्चों की पढ़ाई और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिए गए हैं।

टिब्बा बिहियान स्कूल की वर्तमान स्थिति:

प्रारंभिक शिक्षा के लिए अहम कदम: इस स्कूल में वर्तमान में 15 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। हालांकि, पहले इस स्कूल में सुविधाओं की कमी थी, लेकिन अब सेना के द्वारा किए गए सुधारों के बाद बच्चों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। विशेष रूप से, आईटी की पढ़ाई और अन्य सुविधाओं से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।

रक्षाबंधन और बच्चों के लिए बेहतर भविष्य: सेना के सुधारों का असर आगामी शैक्षणिक सत्र में दिखाई देगा। इसके चलते, बच्चों का नामांकन बढ़ सकता है और वे बेहतर तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। सेना का यह प्रयास न केवल बच्चों के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बेहतर भविष्य की उम्मीद ला सकता है।

सेना द्वारा किए गए सुधारों का विस्तृत विवरण:

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सुरक्षा की दिशा में उठाए गए कदम: सुरक्षा की दृष्टि से भी सेना ने यहां कई कदम उठाए हैं। स्कूल की सुरक्षा दीवार का अभाव था, लेकिन अब एक एलईडी लाइट और एक वेब कैमरा लगाया गया है, जिससे रात के समय में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। इसके अलावा, स्कूल के परिसर में बच्चों की सुरक्षा के लिए और भी कई कदम उठाए गए हैं।

समग्र शिक्षा के तहत दिक्कतें: हेडमास्टर दौलत सिंह के मुताबिक, पहले इस स्कूल को समग्र शिक्षा के तहत केवल 10,000 रुपये का फंड मिलता था, जिससे स्कूल के रखरखाव में परेशानी होती थी। हालांकि, सेना ने अब इसे ऑपरेशन सद्भावना के तहत पूरा बदल दिया है। इससे बच्चों को बेहतर पढ़ाई और आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

 

आईटी की पढ़ाई के लिए स्कूल में नए अवसर: टिब्बा बिहियान स्कूल में अब बच्चे इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) की पढ़ाई कर पाएंगे, जिससे उनका भविष्य और उज्जवल होगा। सेना के ऑपरेशन सद्भावना के तहत किया गया यह सुधार बच्चों के लिए एक नई शुरुआत है। आधुनिक तकनीक, बेहतर सुविधाएं, और सुरक्षा व्यवस्था से यह स्कूल बच्चों के लिए एक आदर्श केंद्र बन चुका है।

 

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