वरिष्ठ पत्रकार और समाजसेवी विनय चतुर्वेदी नहीं रहे

बहराइच। वरिष्ठ पत्रकार, समाजसेवी और छात्र नेता चंद्र प्रकाश चतुर्वेदी उर्फ़ विनय चतुर्वेदी का 13 अगस्त को दुखद निधन हो गया। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे और देवरिया के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार देवरिया के बरहज में परिवार और संभ्रांतजनों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। 1952 में जन्मे स्वर्गीय विनय चतुर्वेदी 72 वर्ष के थे। छात्र जीवन में वे छात्रसंघ की राजनीति से जुड़े और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे। इस दौरान उनकी निकटता तत्कालीन उप मुख्यमंत्री राजमंगल पांडे से रही। संजय गांधी के करीबी अकबर अहमद डम्पी के संपर्क में आकर, वे मेनका गांधी के संपर्क में आए और संजय विचार मंच के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुछ वर्षों बाद, उन्होंने पत्रकारिता की ओर रुख किया। अपने लंबे पत्रकारिता करियर में उन्होंने कुशीनगर से पीटीआई संवाददाता के रूप में काम किया और बहराइच से दैनिक आकाश मार्ग सहित विभिन्न समाचार पत्रों से जुड़े रहे। करीब दो दशकों तक वे बहराइच जिले में सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकार रहे। स्वर्गीय विनय चतुर्वेदी ने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज के विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी और समाज सुधार के प्रति हमेशा संजीदा रहे। उन्होंने पत्रकारिता को समाज सेवा का माध्यम माना। 80 के दशक से पहले, देवरिया में जन्मे और पले-बढ़े विनय चतुर्वेदी बहराइच में बस गए थे, जहाँ वे केरल के मौजूदा राज्यपाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान के निकटस्थ राजनैतिक सहयोगियों में से थे। स्वर्गीय चतुर्वेदी अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र और पौत्र-पौत्रियों से भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन से पूरे परिवार में शोक व्याप्त है। बहराइच के पयागपुर से भाजपा विधायक सुभाष त्रिपाठी, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, लायंस क्लब के पूर्व मंडलाधीश कमल शेखर गुप्ता, पत्रकार और व्यापार मंडल उपाध्यक्ष मनीष मल्होत्रा, ईंट भट्ठा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष चंद्र देव सिंह, पत्रकार मनोज गुप्ता, प्रभंजन शुक्ला, शारिक रईस, सलीम सिद्दीकी, प्रमोद शुक्ला, मुकेश पांडे, अजय त्रिपाठी, परवेज रिजवी, ताहिर हुसैन, अयोध्या के वरिष्ठ पत्रकार रमाशरण अवस्थी, लखनऊ के पत्रकार राजू मिश्र, अखिलेश श्रीवास्तव सहित अनेक वरिष्ठ पत्रकारों और सामाजिक संगठनों ने श्री चतुर्वेदी के निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस असहनीय दुख को सहन करने की शक्ति दें।

Leave a Reply