ऑपरेशन सिंदूर की अपार सफलता के बाद शशि थरूर अमेरिका की धरती पर पहुंचे हैं जहां पर उन्होंने पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान कनेक्शन की जानकारी दी और साथ ही उन्होंने कहा कि, यदि ऐसा दोबारा किया जाएगा तो पाकिस्तान को छोड़ा नहीं जाएगा। गौरतलब है कि इस काम के लिए भारत सरकार ने 7 डेलिगेशन तैयार किए हैं जिसमें से सभी पार्टियों के 51 नेता और 85 राजदूत, 32 अलग-अलग देश का दौरा कर रहे हैं। इस कड़ी में कांग्रेस सांसद शशि थरूर की लीडरशिप में डेलिगेशन अमेरिका पहुंची जहां पर वह गरजते हुए नजर आए। इस दौरान उन्होंने 9/11 का जिक्र किया, साथ ही पहलगाम हमले की भी जानकारी दी।
क्या बोले शशि थरूर?
सबसे पहले शशि थरूर ने 9/11 का जिक्र किया। उन्होंने 9/11 स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने बयान में कहा कि, “हम 9/11 स्मारक पर यह संदेश देने गए थे कि न्यूयॉर्क ने भी 20 साल पहले आतंकी हमला झेला था और हमारा भी यही अनुभव है। हम चाहते हैं कि वे समझें कि एकजुटता की जरूरत है। हमें अमेरिका की तरह दुनिया को यह संकल्प दिखाने की जरूरत है कि हम ऐसे आतंकी हमलों के खिलाफ हैं और हम कार्रवाई करेंगे।”
पहलगाम पर क्या बोले शशि?
इसके बाद उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि, “अब हम इस बात के लिए दृढ़ संकल्पित हैं कि इस मामले में कोई नया निष्कर्ष निकाला जाना चाहिए। हमने सब कुछ आजमा लिया है, अंतर्राष्ट्रीय डोजियर, शिकायतें…सब कुछ आजमा लिया गया है। पाकिस्तान इनकार करता रहा है, किसी को भी दोषी नहीं ठहराया गया, कोई गंभीर आपराधिक मुकदमा नहीं चलाया गया, उस देश में आतंकी ढांचे को खत्म करने का कोई प्रयास नहीं किया गया, और सुरक्षित पनाहगाहें बनी रहीं…आप (पाकिस्तान) ऐसा करें, आपको यह वापस मिलेगा और हमने इस ऑपरेशन (ऑपरेशन सिंदूर) के साथ यह दिखा दिया है कि हम इसे सटीकता के साथ कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि, “आप जानते हैं, मैं सरकार के लिए काम नहीं करता। मैं एक विपक्षी पार्टी के लिए काम करता हूं। मैंने खुद एक लेख लिखा था। जिसमें कहा गया था कि अब समय आ गया है कि जोरदार तरीके से हमला किया जाए, लेकिन समझदारी से। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत ने बिल्कुल यही किया। 9 विशिष्ट आतंकवादी ठिकानों, मुख्यालयों और लॉन्चपैड्स पर बहुत सटीक और सोची-समझी कार्रवाई की गई।”
कर रहे हैं 5 देशों की यात्रा
इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि, “हम 5 देशों की यात्रा कर रहे हैं, अपनी यात्रा के अंत में हम वापस अमेरिका आएंगे। हमें उम्मीद है कि हम दुनिया को यह समझा पाएंगे कि आतंकवाद के इस अभिशाप के खिलाफ हम सभी का एक साथ खड़ा होना कितना महत्वपूर्ण है। हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि अगर यह दोहराया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”
बीजेपी ने शशि थरूर को ही क्यों चुना?
दरअसल, शशि थरूर को लेकर अक्सर ये कहा जाता है कि वह कूटनीति के अच्छे जानकार है, वह भलीभांति इस बात को जानते हैं कि किस देश की क्या फितरत है और उसे कैसे जवाब दिया जा सकता है। शशि रूस यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर मोदी सरकार की कूटनीति की भी तारीफ कर चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि शशि थरूर शुरुआत से ही ऑपरेशन सिंदूर के समर्थक रहे हैं। कहा जा रहा है कि यही वजह है कि पीएम मोदी ने उन्हें अब बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के लिए चुना है। वही शशि थरूर भारत पाक तनाव के बीच विभिन्न चैनल के माध्यम से भारत का पक्ष दुनिया के सामने रख चुके हैं।
कौन-कौन था डेलिगेशन में शामिल?
बता दें, इस डेलिगेशन में न केवल शशि थरूर बल्कि भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता और तेजस्वी सूर्य के साथ-साथ शाम्भवी चौधरी भी शामिल है। इसके अलावा टीडीपी के जीएम हरीश बाल योगी, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा, जेएमएम के सरफराज अहमद और अमेरिका में पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी शामिल है।
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