श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या वाले सीएम योगी को राजस्थान का ‘राम-राम सा’।

मोदी पर विश्वास, राजस्थान सरकार का कार्य, ‘कमल का कमाल’ बरकरार रखने को योगी का प्रयास।

श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या वाले प्रदेश के सीएम योगी को राजस्थान का ‘राम-राम सा’।

विधानसभा चुनावों में भी योगी के आह्वान को जनता ने रखा था सिर आंखों पर, प्रचार वाली 15 सीटों पर खिला था कमल।

Sachin Chaudhary लखनऊ। 140 करोड़ देशवासियों को पीएम मोदी पर विश्वास है। लोकसभा चुनाव में राजस्थान के लोग भारतीय जनता पार्टी पर आंख मूंद कर विश्वास जताते हुए कमल पर ही बटन दबाते हैं। 2014 और 2019 के चुनाव परिणाम इस बात की पुष्टि भी करते हैं। बीते चुनावों की भांति 2024 में भी राजस्थान में सिर्फ ‘कमल का ही कमाल’ दिखे इसके लिए भाजपा ने पूरी तैयारी कर ली है। यह उद्देश्य लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को राजस्थान के चुनावी रण में उतरे। 2023 राजस्थान विधानसभा चुनावों में स्थानीय मतदाताओं को सीएम योगी ने काफी आकृष्ट किया था। उनके प्रचार वाली एक दर्जन से अधिक सीटों पर कमल भी खिला था। भाजपा कार्यकर्ता के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भूमि अयोध्या (उत्तर प्रदेश) से पहुंचे योगी आदित्यनाथ का लोगों ने ‘राम राम सा’ से ही अभिनंदन किया। अतिथि का स्वागत करने के साथ ही स्थानीय लोगों ने योगी आदित्यनाथ को यह विश्वास दिलाया कि पीएम मोदी के तीसरे नेतृत्व के लिए राजस्थान भी बढ़ चढ़कर अग्रिम पंक्ति में फिर से खड़ा होगा।

योगी की कानून व्यवस्था का राजस्थान के मतदाताओं पर प्रभाव।

योगी आदित्यनाथ का प्रभाव राजस्थान में काफी है। उनके कानून व्यवस्था का हर कोई कायल है। यही नहीं अभी दो दिन पहले सहारनपुर की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से ‘योगी द्वारा कानून व्यवस्था के विषय में रत्ती भर भी छूट देने वाले नहीं’ कहकर अपराध मुक्त यूपी पर मुहर लगाई। राजस्थान के विधानसभा चुनावों में भी रैलियों, जनसभाओं व रोड शो में खड़े बुलडोजर ‘यूपी के सुखद वर्तमान के विश्वास’ के प्रतीक बने। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पहली जनसभा भरतपुर में की। यह लोकसभा यूपी के ब्रज के समीपवर्ती क्षेत्रों से जुड़ती है। योगी आदित्यनाथ के कार्यशैली की बदौलत यहां भी प्रशंसकों की काफी तादाद है। ऐसे में संसद में 2014-2019 में रामस्वरूप कोली के कार्यों की बदौलत भरतपुर की रैली में सीएम योगी ने उन्हें जिताने की अपील की। दौसा व दमदार सीकर सीट भी बरकरार रहे, योगी का यह आह्वान भी काफी कारगर साबित होगा।

दो सीटों पर प्रत्याशी बदले पर निशान कमल

योगी आदित्यनाथ ने रविवार को तीन सीटों पर चुनाव प्रचार किया। इनमें से दो सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में नया प्रत्याशी उतारा है। 2019 में भरतपुर से रंजीता कोली लगभग सात लाख से अधिक वोट पाकर 3.19 लाख से अधिक वोटों से चुनाव जीतीं। उन्हें 59 फीसदी से अधिक वोट मिले, लेकिन इस बार पार्टी ने वहां से पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को चुनाव मैदान में उतारा है। योगी आदित्यनाथ जीत के इस अंतर को बढ़ाने का आग्रह करने कार्यकर्ता की भूमिका निभाने भरतपुर सीट पर पहुंचे। यही हाल दौसा सीट का भी है। यहां भी भाजपा के जसकौर मीना सांसद हैं पर इस बार भाजपा ने कन्हैया लाल मीणा पर दांव लगाया है। योगी आदित्यनाथ ने 78 हजार से अधिक वोटों से विजय प्राप्त करने वाले जसकौर के बाद इस बार कन्हैया लाल को और अधिक वोटों से जिताने की अपील की।

योगी के प्रचार वाली इन सीटों पर 2023 विधानसभा क्षेत्र में खिला कमल।

भाजपा सरकार की राजस्थान विधानसभा चुनावों में सत्ता वापसी के लिए कार्यकर्ताओं ने काफी पसीना बहाया। योगी आदित्यनाथ भी भाजपा कार्यकर्ता के रूप में यहां पहुंचे और कमल खिलाने का आह्वान किया। पीएम मोदी के कार्यों, यूपी के सीएम योगी के आह्वान और राजस्थान के कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत वहां फिर से भाजपा सत्तारुढ़ हुई। सात दिन में योगी आदित्यनाथ ने कई रैली की। उन्होंने जिन सीटों पर प्रचार किया उनमें 15 से अधिक सीटों पर कमल खिला। इन सीटों में केकड़ी, पुष्कर, सांगोद, आहोर, सिवाना, कठुमर, लालसोट, वल्लभ नगर, शाहपुरा, सहाड़ा, मांडल, जोधपुर शहर, सूरसागर, तिजारा, झोटवाड़ा आदि प्रमुख रहीं।

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