स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम: आंखों की रोशनी के लिए खतरा, जानें कारण और बचाव के तरीके
क्या है स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम?
आजकल डिजिटल डिवाइसेज जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट का ज्यादा इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम एक ऐसी समस्या है, जो लगातार स्क्रीन देखने से होती है। इससे आंखों में जलन, धुंधलापन, सिरदर्द, सूखापन और थकान जैसी परेशानियां बढ़ जाती हैं।
स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम के लक्षण
अगर आप भी लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको इन लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है:
- आंखों में जलन और सूखापन
ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने से आंखों की नमी खत्म होने लगती है, जिससे जलन और सूखापन महसूस होता है। - धुंधला दिखाई देना
लगातार स्क्रीन पर देखने से आंखों की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे विजन धीरे-धीरे धुंधला हो सकता है। - सिरदर्द और मानसिक तनाव
स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम की वजह से नींद पर असर पड़ सकता है, जिससे मानसिक तनाव और सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम से बचने के उपाय
अगर आप स्मार्टफोन विज़न सिंड्रोम से बचना चाहते हैं, तो निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
- 20-20-20 रूल अपनाएं
हर 20 मिनट बाद, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी वस्तु को देखने से आंखों को आराम मिलता है। - स्क्रीन ब्राइटनेस कम करें
मोबाइल और लैपटॉप की ब्राइटनेस को जरूरत के अनुसार एडजस्ट करें और ब्लू लाइट फिल्टर ऑन करें। - आंखों को बार-बार झपकाएं
स्क्रीन देखने के दौरान बार-बार आंखें झपकाने से सूखापन कम होता है। - आयुर्वेदिक उपचार अपनाएं
त्रिफला पानी से आंखें धोने और आयुर्वेदिक तेल से हल्की मसाज करने से आंखों की सेहत बेहतर होती है। - विटामिन A और ओमेगा-3 से भरपूर आहार लें
गाजर, पालक, अखरोट और मछली जैसे फूड्स को डाइट में शामिल करें, जिससे आंखों की रोशनी बरकरार रहे।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपको लगातार आंखों में जलन, धुंधलापन और सिरदर्द की समस्या हो रही है, तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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